हरदोई: जिले में इलाहाबाद बोर्ड की परीक्षा में लापरवाही बरतने वाले 22 स्टैटिक मजिस्ट्रेट के खिलाफ प्रशासन ने कार्रवाई की है. बोर्ड की परीक्षाओं में नकल विहीन परीक्षा कराने के लिए प्रशासन ने सभी परीक्षा केंद्रों पर स्टैटिक मजिस्ट्रेट की तैनाती की है, ताकि नकल विहीन परीक्षा संपन्न कराई जा सके. कंट्रोल रूम से जब क्रॉस चेकिंग की गई तो कुछ का फोन नहीं मिला तो कुछ ने फोन उठाया ही नहीं. ऐसे में प्रशासन ने इसे लापरवाही मानते हुए 22 स्टैटिक मजिस्ट्रेट के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उनका वेतन रोक दिया है.
दरअसल, कंट्रोल रूम से जब सभी स्टैटिक मजिस्ट्रेट के लोकेशन जानने के लिए उनकी क्रॉस चेकिंग की गई, तो इनमें से कुछ स्टैटिक मजिस्ट्रेट नदारद मिले और कुछ का फोननहीं मिला, वहीं कुछ ने फोन उठाया ही नहीं. ऐसे में जिलाधिकारी पुलकित खरे ने इसे बड़ी लापरवाही मानते हुए 22 स्टैटिक मजिस्ट्रेट के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उनका वेतन रोक दिया है. साथ ही उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई के आदेश दिए हैं.
माध्यमिक शिक्षा परिषद इलाहाबाद बोर्ड की हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट की परीक्षा को नकल विहीन कराने के लिए प्रशासन ने खासतौर से तैयारियां की हैं. इसके चलते दो सुपर जोनल मजिस्ट्रेट 20 सेक्टर मजिस्ट्रेट और 119 परीक्षा केंद्रों पर 119 स्टैटिक मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई थी, जिनकी निगरानी में लगातार बोर्ड परीक्षाएं आयोजित हो रही है. इसकी निगरानी के लिए जिला स्तर पर राजकीय इंटर कॉलेज में एक कंट्रोल रूम बनाया गया है.
इस बारे में सिटी मजिस्ट्रेट जंग बहादुर यादव ने बताया कि नकल विहीन परीक्षा कराने के लिए स्टैटिक मजिस्ट्रेट की सभी परीक्षा केंद्रों पर ड्यूटी लगाई गई थी. जिनमें से कुछ स्टैटिक मजिस्ट्रेट की क्रॉस चेकिंग कराई गई तो कई ऐसे स्टैटिक मजिस्ट्रेट जिनकी लोकेशन विद्यालय में नहीं पाई गई. ऐसे स्टैटिक मजिस्ट्रेट का वेतन रोक दिया गया है और उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं.
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