हापुड़ः जनपद में कार्तिक पूर्णिमा (Kartik Purnima in Hapur) मेले की शुरूआत हो चुकी है. मेले की शुरुआत होते ही गढ़ खादर क्षेत्र में अस्थाई तंबुओं की नगरी बस गई है. अब तक करीब 6 लाख से अधिक श्रद्धालु गढ़ गंगा मेले में पहुंच चुके हैं. पुलिस प्रशासन भी सुरक्षा को लेकर चौकसी बढ़ा दी है. ऐतिहासिक पौराणिक गढ़ गंगा खादर मेले में 6 लाख से भी अधिक श्रद्धालुओं ने टेंट तंबू में अपना पड़ाव डाल लिया है जिससे गंगा का तटीय मैदान रंग बिरंगी छटा बिखेरते हुए रोशनी की झिलमिल से गुलजार हो रहा है.
मेले में भक्ति आस्था के साथ ही मस्ती का संगम बना हुआ है. गढ़ गंगा मेले के सभी मार्गो पर मेले में श्रद्धालुओं से भरे वाहनों की संख्या बढ़ती जा रही है. जिनमें सवार महिला बच्चों समेत हर किसी को जल्द से जल्द मेले में पहुंचने की धुन सवार है. मेले में श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए एनडीआरएफ की टीम सभी मुख्य घाटों पर तैनात की गई है. टीम ने मेला क्षेत्र के सभी मुख्य घाटों पर मोटर बोट लगा रखा है. जिससे मोटर बोट में सवार गोताखोर बचाव उपकरणों के साथ सुरक्षा में लगे हुए हैं.
इसके साथ ही गश्त के दौरान एनडीआरएफ टीम के जवान श्रद्धालुओं के लिए समय-समय पर आवश्यक दिशा-निर्देश जारी कर उन्हें जागरूक भी कर रहे हैं. लगभग पूरे साल विरान रहने वाली गंगा खादर स्थित रेती पर इस समय रौनक नजर आ रही है. बड़े, बूढ़े, युवा और बच्चों ने वीरान जगह को गुलजार कर दिया है. गंगा किनारे गंगा की रेती पर युवा भी बच्चों के साथ मस्ती करते नजर आ रहे हैं.
वहीं, एसपी दीपक भूकर ने बताया कि इस मेला जोन को दो सुपर जोनों में डिवाइड किया है. जिसमें एक बृजघाट जोन आता है. दूसरा मेला क्षेत्र जोन आता है. इसके बाद पूरे मेले को 9 जोन में डिवाइड किया गया है. जहां कुल 22 सेक्टर बनाए गए हैं. इन 22 सेक्टरों में कुल 22 थाने भी बनाए गए हैं. लॉ एंड ऑर्डर के लिए पीएसी की पांच कंपनियां लगी हुई हैं. इसके साथ ही एनडीआरएफ और एसडीआरएफ (NDRF and SDRF) की टीमें सुरक्षा को लेकर लगी हुई हैं. इनके द्वारा लगातार पूरे मेले में गस्त के साथ ही चेकिंग अभियान भी चलाया जा रहा है.
एसपी ने बताया कि श्रद्धालुओं को लगातार जागरूक किया जा रहा है. श्रद्धालुओं से लगातार अपील की जा रही है कि जो घाट बनाए गए हैं. उन्हीं घाटों पर स्नान करें. अन्य स्थानों पर जल गहरा हो सकता है जिससे दुर्घटना होने की संभावना बनी रहती है. पूरे मेला क्षेत्र में 4 ड्रोन हर समय निगरानी करते रहते हैं. इसके साथ ही 120 सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं. जिन से पूरे मेले क्षेत्र की निगरानी होती है. मेले के अंदर करीब 2 हजार पुलिसकर्मी और 5 कंपनी पीएसी की लगी हुई है जो सुरक्षा व्यवस्था को देख रही है.
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