हापुड़: पुलिस ने एक ऐसे शातिर ठगी करने वाले गैंग का पर्दाफाश किया है. जो मुद्रा योजना के नाम पर लोन और नौकरी लगवाने का झांसा देकर युवक-युवतियों के साथ ठगी करते थे. पुलिस ने आरोपियों के पास से क्रेडिट कार्ड, लैपटॉप, मोबाइल, नकदी, चेकबुक, पासबुक व रसीद बुक बरामद की है. पुलिस ने गिरोह की एक युवती सहित 4 लोगों को गिरफ्तार किया है.
सस्ते दरों पर लोन देन का झांसा: हापुड़ SP अभिषेक वर्मा ने बताया कि कोतवाली में एक शिकायत आई थी. पीड़ित ने बताया था कि कुछ लोगों ने सस्ते ब्याज दर पर टाटा कैपिटल मुद्रा योजना का लोन दिलाने का वादा किया था. जिसके लिए उससे 18000 रुपये हड़प लिए गए. जब पीड़ित को पैसे देने के बाद भी लोन नहीं मिला तो उसकी जिन नंबरों पर बात हुई थी. उनपर कई बार फोन किया. लेकिन, उसे कोई जबाव नहीं मिला. पीड़ित ने हापुड़ कोतवाली में इस मामले में मुकदमा पंजीकृत कराया था. इस मुकदमे की जांच करते हुए हापुड़ साइबर सेल टीम और हापुड़ कोतवाली पुलिस ने लगातार प्रयास जारी रखा.
युवती करती थी ग्राहकों को कॉल: जांच के दौरान शुक्रवार को एक बड़ा गैंग पुलिस के हाथ लगा है. जिस गिरोह में एक महिला सहित चार लोग शामिल है. इन सबको दिल्ली से गिरफ्तार किया गया है. इनके पास से 17 मोबाइल, विभिन्न बैंकों के 32 एटीएम कार्ड, दो लैपटॉप, 8700 की लगदी, 10 चेक बुक, 6 पासबुक व रसीद आदि बरामद हुई है. पूछताछ में जानकारी हुई कि भावना शर्मा इस गैंग में कॉलर की भूमिका में रहती है. महिला लोगों को फोन कर सस्ते दाम पर लोन मुहैया कराने और बेरोजगारों को नौकरी दिलाने के नाम पर पैसे हड़पने का काम करती है. यह लोग पब्लिक प्लेस में जाकर बड़े-बड़े पोस्टर भी चस्पा करते हैं.
अलग-अलग राज्यों में 45 से 50 शिकायतें: सस्ते ब्याज दर पर लोन देने और बेरोजगारों की नौकरी दिलवाने के नाम पर फोन नंबर भी देते हैं. जब इन्हें फोन किया जाता है तो यह लोगों को झांसे में लेने के लिए तरह-तरह की बातें करते हैं. पकड़ा गया आरोपी आसिफ मैनेजर बन जाता है और लोगों को अपने झांसे में लेता है. यह शातिर ठगों का गिरोह अब तक करीब 25 लाख रुपए की अलग-अलग राज्यों से ठगी कर चुका है. इन लोगों के खिलाफ अलग-अलग जगह से करीब 45 से 50 शिकायतें दर्ज है. चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है. वहीं, गैंग के अन्य सदस्यों के बारे में भी जानकारी ली जा रही है.
गिरोह ऐसे करता था ठगी: : यह ठग गिरोह TATA CAPITAL मुद्रा योजना के अंतर्गत सस्ते ब्याज दर पर लोन देने के पंपलेट और पोस्टर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म सहित देशभर में जगह-जगह फर्जी मोबाइल नंबरों के साथ ऐड देते थे. जिस व्यक्ति को लोन की आवश्यकता होती थी. वह ऐड(विज्ञापन) के माध्यम से दिए गए मोबाइल नंबरों पर कॉल करता था. जिसके बाद यह ग्रुप अपना नाम, पता और पहचान छुपाते हुए कॉल करने वाले व्यक्ति को कॉल करते थे. जिसमें यह गिरोह खुद को TATA CAPITAL मुद्रा योजना के फाइनेंस के मैनेजर व कर्मचारी बताते थे. इसके बाद अपनी जरूरतमंद लोगों को अपनी बातों में फंसा कर सस्ते दर पर लोन देने के नाम पर उनके आधार कार्ड व पैन कार्ड व्हाट्सएप पर मंगा लेते थे.
फर्जी अकाउंट करते थे तैयार: वहीं, जो जरूरतमंद व्यक्ति अपना आधार कार्ड व पैन कार्ड नहीं देता था. उसका नाम और पते की जानकारी लेकर लोन की फर्जी प्रोसेसिंग शुरू कर देते थे.इसके बाद लोन प्रोसेसिंग की फीस अपने फर्जी खातों में जमा कराते थे. वहीं, लोगों को अपने विश्वास में लेने के लिए लैपटॉप पर टाटा कैपिटल मुद्रा योजना फाइनेंस के नाम से फर्जी कूटरचित वेबसाइट तैयार कर रखी थी. जिसपर लोन का आवेदन दर्शाकर लोन मांगने वाले व्यक्ति को व्हाट्सएप पर भेज देते थे. इसके बाद लोन के इंश्योरेंस का कवर देने के लिए लोन आवेदक से अतिरिक्त धनराशि की मांग करते थे. इतना ही नहीं यह गिरोह भोले-भाले लोगों को झांसे में फंसा कर उनके नाम की चेकबुक, पासबुक, डेबिट कार्ड और नाम-पते पर सिम एक्टिवेट करा लेते थे, जिसपर यह लोन के नाम पर पैसों का लेनदेन किया करते थे.
यह भी पढ़ें: यूपी एसटीएफ को बड़ी सफलता, कौन बनेगा करोड़पति के नाम पर ठगी करने वाला गिरफ्तार