हापुड़ः जिले में 29 अगस्त को अधिवक्ताओं पर पुलिस द्वारा लाठीचार्ज का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. प्रदेश भर में अधिवक्ता हड़ताल पर रहकर लगातार विरोध कर रहे हैं. वहीं, इस मामले में 4 सदस्यीय टीम जांच कर रही है. इसी बीच बुधवार को हाईकोर्ट के आदेश पर सीओ सिटी हापुड़ , हापुड़ कोतवाली प्रभारी सहित 51 नामजद पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. मुकदमा दर्ज होने के बाद से पुलिस विभाग में हड़कंप मचा है. एडवोकेट सुधीर कुमार राणा की शिकायत पर मुकदमा दर्ज किया गया है.
29 अगस्त को पुलिस ने अधिवक्ताओं पर किया था लाठीचार्जः उल्लेखनीय है कि 29 अगस्त को गाजियाबाद की एक महिला अधिवक्ता पर दर्ज हुए मुकदमे के विरोध में अधिवक्ता हापुड़ के तहसील चौराहे पर धरना प्रदर्शन कर रहे थे. धरना-प्रदर्शन के दौरान पुलिस और अधिवक्ताओं में जमकर झड़प भी हुई थी. मामला इतना बढ़ गया कि धरना प्रदर्शन के दौरान हापुड़ पुलिस ने अधिवक्ताओं पर लाठीचार्ज कर दिया था. इसमें अधिवक्ता और पुलिसकर्मी भी घायल हुए थे. लाठीचार्ज के बाद से ही अधिवक्ताओं में आक्रोश हैं और हड़ताल कर रहे हैं. अधिवक्ता लगातार डीएम और एसपी को हटाने और लाठीचार्ज करने वाले पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.
50-60 अज्ञात पुलिसकर्मियों पर भी एफआईआर दर्जः वहीं, अब बुधवार को हाईकोर्ट के आदेश पर एडवोकेट सुधीर कुमार राणा ने इस मामले में सीओ सिटी अशोक सिसोदिया, हापुड़ कोतवाल सतेन्द्र प्रकाश सिंह, बाबूगढ़ थाना प्रभारी संजय पांडे, महिला थाना प्रभारी प्रतिमा त्यागी, हापुड़ थाना देहात प्रभारी दिलीप कुमार बिष्ट, इंस्पेक्टर बलराम सिंह यादव, हाफिजपुर थाना प्रभारी बृजेश कुमार, बाबूगढ़ थाना प्रभारी संजय पांडे सहित 51 नामजद पुलिसकर्मी, 20 से 30 सिविल ड्रेस में अज्ञात और 50 से 60 अज्ञात पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है. छेड़छाड़ और हत्या के प्रयास सहित अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज होने के बाद से पुलिस महकमें में हड़कंप मचा हुआ है. बता दें कि मंगलवार को अधिवक्ताओं ने मुख्य सचिव और डीजीपी का पुतला फूंककर जमकर नारेबाजी भी की थी. अधिवक्ताओं पर लाठीचार्ज के मामले में लगातार राजनीतिक हस्तक्षेप भी बढ़ता जा रहा है.