हमीरपुर : स्वच्छ भारत अभियान की मिसाल है हमीरपुर का ये छोटा सा गांव सरीला. यहां के लोग सफाई के महत्व को समझते हैं. इसलिए कूड़ा सड़कों पर नहीं फेंकते. यही वजह है, यहां गलियों और सड़कों पर कूड़े का ढेर नहीं मिलता.
इस गांव की ये तस्वीर पहले ऐसी नहीं थी. गांव में पहले घरों के बाहर कूड़े का ढेर मिलना आम बात थी. फिर सरीला नगर पंचायत की चेयरमैन और सरीला स्टेट की रानी शैफाली कुंवर ने रैलियां निकालकर और पेंटिंग के जरिए लोगों को सफाई के मायने समझाये.
जहां लोग स्वच्छता के बारे में कुछ नहीं जानते थे. वहां लोग नगर निगम की कूड़ा गाड़ी के सायरन की आवाज सुनकर दौड़े चले आते हैं और अपने घरों का सारा कूड़ा इन गाड़ियों में ही डालते हैं.
जिस गांव के लोग स्वच्छता का क ख ग... भी नहीं समझते थे. वहां के लोग आज स्वच्छता को लेकर दूसरों के लिए मिसाल बन चुके हैं. जाहिर है , ये तो बस छोटी सी कोशिश है. अगर ऐसे ही सब लोग कोशिश करें, तो वो दिन दूर नहीं जब भारत की स्वच्छ तस्वीर पूरी दुनिया के लिए मिसाल होगी.