लखनऊः उत्तर प्रदेश में लगातार तीन दिनों से हो रही भारी बारिश लोगों के लिए आफत बन गई हैं. एक ओर जहां शहरों में लोग जलभराव से जूझ रहे हैं तो वहीं तो गांवों में किसान फसलों की बर्बादी से परेशान हैं. धान और आलू की फसलों को बारिश ने काफी नुकसान पहुंचाया है. कई जगह कच्चे घर गिर गए हैं. कई जगह मकान जलभराव से जलमग्न हो गए हैं.
हमीरपुर में बारिश से दीवार गिरने पर तीन घायल
हमीरपुर में रविवार की रात से शुरु बारिश का कहर सोमवार की सुबह तक जारी रहा. मूसलाधार बारिश से खेत, खलिहान, तालाब, पोखर सब उफना रहे हैं. सुमेरपुर ब्लॉक के सबसे बड़ी आबादी वाली पंचायती इंगोहटा में 500 मकान जलमग्न हो गए हैं. सैकड़ों मकान पानी से घिरे हुए हैं. वहीं, हमीरपर जनपद के मुस्करा थानाक्षेत्र के बिहूनी कला बड़ाडेरा में रविवार की रात भारी बारिश के चलते एक कच्चा मकान ढह गया. इस मकान के मलबे में तीन लोग दबकर गंभीर रूप से घायल हो गए थे. भारी जलभराव की सूचना पर डीएम डॉ चंद्रभूषण त्रिपाठी (DM Dr Chandra Bhushan Tripathi), अपर जिलाधिकारी रमेश चंद्र, एसडीएम सदर रबीन्द्र कुमार सिंह, थानाध्यक्ष सुरेंद्र कुमार यादव गांव पहुंचे. यहां गांव का भ्रमण करके राहत एवं बचाव कार्य शुरू करने के निर्देश दिए.
बरेली में बारिश में माकान गिरने से 50 हजार का नुकसान
बरेली में लगातार हो रही बारिश से भारी नुकसान हुआ है. यहां किसानो की फसलें बर्बाद हो गईं हैं. वहीं रविवार रात ब्लाक भोजीपुरा क्षेत्र (Block Bhojipura Area) के ग्राम दलपतपुर में एक किसान के घर की दीवार सीलन के चलते भरभरा कर गिर गई. हलांकि इस हादसे में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. दीवार गिरने से घर में रखा अनाज समेत लगभग 50 हजार का नुकसान हुआ है.
कन्नौज में दीवार गिरने से महिला की मौत
कन्नौज इत्रनगरी में लगातार हो रही बारिश (Kannauj torrential rains) से कई कच्चे मकान गिरने की घटनाएं सामने आई हैं. विशुनगढ़ थाना क्षेत्र के सरदामई गांव में एक कच्चे मकान की दीवार गिरने से एक बुजुर्ग महिला मिठानी देवी उर्फ माया देवी (50) की मलबे में दबकर मौत हो गई. ग्रामीणों ने घटना की जानकारी पुलिस व मृतका की बेटियों की दी. सूचना पर पुलिस व नायब तहसीलदार दीपक गौतम मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल की. पुलिस ने शव का पंचायतनामा भरने के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. इस बेमौसम बारिश को देखते हुए डीएम के निर्देश पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कैस्तुभ कुमार ने सोमवार को कक्षा नर्सरी से लेकर 12 तक के सभी राजकीय, परिषदीय, माध्यमिक, मान्यता प्राप्त व सहायता प्राप्त विद्यालयों में अवकाश घोषित किया है.
कानपुर में बारिश को लेकर रेड अलर्ट जारी
कानपुर में बीते चार दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश (torrential rain in kanpur) से शहर में जलभराव की स्थिति पैदा हो गई है. शहर में लगातार कई दिनों से हो रही बारिश के चलते बेकनगंज क्षेत्र स्थित कायस्थाना रोड में सोमवार की सुबह एक मकान का हिस्सा अचानक भरभराकर गिर गया. हलांकि किसी के हताहत होने की खबर नहीं हैं. चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कानपुर के मौसम विज्ञान विभाग के मौसम विज्ञानी डॉक्टर एसएन सुनील पांडे (Meteorologist Dr SN Sunil Pandey) ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि कानपुर सहित पूरे मंडल में और तराई के जिलों में बिजली गिरने की घटनाएं हो सकती हैं. इसके लिए रेड अलर्ट जारी किया है.
मौसम वैज्ञानिक ने कहा कि अब तक 100 मिलीमीटर बारिश हुई है. अभी इसी तरीके की मूसलाधार वर्षा जारी रहेगी. उन्होंने कहा कि तेज बारिश की वजह से किसानों की फसलें भी नष्ट हो चुकी हैं. वहीं घाटमपुर तहसील क्षेत्र के प्रतापपुर गांव निवासी रामलाल का पक्के मकान की छत गिर गई. इस क्षेत्र में कुल 5 माकानों की छत गिर गई. लेकिन किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है. वहीं एसडीएम अमित गुप्ता ने बताया कि लेखपाल को भेजकर जांच कराई जा रही है. पीड़ित परिवारों की हर संभव मदद की जाएगी.
चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट जाने वाली सड़क जलमग्न
लखनऊ में मौसम विज्ञान विभाग (Meteorological Department in Lucknow) ने भारी बारिश की चेतावनी दी थी. जिसके बाद रविवार देर शुरु हुई तेज बारिश की वजह से राजधानी लखनऊ के सरोजनी नगर क्षेत्र में स्थित चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट को जाने वाली सड़क पर भारी बारिश के कारण जलभराव हो गया. जिससे आने जाने वाले यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. लखनऊ में तेज बारिश से नगर निगम के बारिश अभियान की पोल खोल दी है. मुख्यमंत्री आवास के चंद कदम दूर सड़क पर जलभराव से आवागमन ठप्प है. सिविल अस्पताल, गोखले मार्ग शालीमार अपार्टमेंट के सामने पूरी सड़क पर जलभराव, फैजुल्लागंज, त्रिवेणी नगर समेत शहर के मोहल्लों व गलियों में पानी भरा हुआ है. वहीं सीवर के टूटे ढक्कन हादसे को दावत दे रहे हैं.
हापुड़ में तैयार धान की फसल बर्बाद
हापुड़ में लगातार हो रही बारिश (rain in hapur) से किसानों की तैयार धान की फसल बर्बाद हो गई है. किसानों की कुछ फसलें या कट चुकी हैं या तैयार हैं. अब किसान फसल बर्बाद होने से सरकार से मदद की गुहार लगा रहे हैं. फगौता गांव के प्रधान अतुल शिशोदिया का कहना है कि बारिश के कारण किसानों की फसलें बर्बाद हो चुकी हैं जिससे किसानों को लाखों का नुकसान हुआ है. किसान कर्ज में डूब गया है. जिन किसानों की फसलें बर्बाद हो चुकी हैं सरकार को सर्वे कराकर उनकी आर्थिक मदद करनी चाहिए.
हाथरस में बारिश से सभी स्कूल बंद
हाथरस में लगातार हो रही बारिश से खेतों में कटे हुए धान पानी भरने से डूब गए हैं. जिसके बाद किसान धानों को पानी से ढूंढ कर सड़ने से बचाने के लिए उन्हें खेतों की मेंड़ पर फैला रहे हैं. मूसलाधार बारिश (torrential rain in hathras) की वजह से जिलाधिकारी ने 10 अक्टूबर को जिले के समस्त विद्यालय एवं शैक्षणिक संस्थानों को बंद करने का निर्देश दिया है.
गोरखपुर में 60 गांवों में घुसा बाढ़ का पानी
गोरखपुर में रोहिन नदी (Rohin river in Gorakhpur) का रौद्र रूप जारी है जो खतरे के निशान से 1.13 मीटर ऊपर बह रही है , वहीं राप्ती नदी (Rapti river) भी लाल निशान को पार कर गयी है. जिसकी वजह से सहजनवा, सदर, कैम्पिरगंज, गोला, खजनी और चौरीचौरा तहसील (Chaurichaura Tehsil) के करीब 60 गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है. इस वजह से किसानों की तैयार धान की फसलें पानी में डूब गई हैं. बाढ़ को देखते हुए प्रशासन ने प्रभावित गांवों में 22 नावें लगा दी है.
आंबेडकर नगर में बारिश से फसलें बर्बाद
आंबेडकर नगर (ambedkar nagar) जिले में बीती रात्रि तेज हवाओं के साथ हुई भारी बारिश से किसानों की तैयार फसलें गिर गयी. फसलों में जलभराव होने से सड़ने का खतरा बना है. जिले के किसानों को दोहरी मार का सामना करना पड़ रहा है. पहले जहां सूखे की वजह से धान की फसलों को नुकसान हुआ था, वहीं अब बरसात की वजह से नुकसान हो रहा है. किसानों का कहना है कि बारिश ने सब बर्बाद कर दिया है.
बदायूं में बारिश का पानी घरों में घुसा
बदायूं में पिछले 4 दिनों से हो रही लगातार बारिश से आम जन जीवन अस्त ब्यस्त हो गया है. पूरे महीने की औसत बारिश से अधिक पानी अभी तक बरस चुका है. कई जगह मकान गिरने तथा दिवारें भी गिर गई. शहर के सराय फकीर स्थित प्राथमिक स्कूल (Primary School at Sarai Fakir) की छत गिर गई. जिलाधिकारी ने भारी बारिश को देखते हुए कक्षा एक से 12 तक के सभी स्कूलों की छुट्टी 11 तारीख तक कर दी है.
मथुरा में बारिश से लोगों का घरों से निकलना मुश्किल
मथुरा में भारी बारिश के चलते सड़कों गली मोहल्लों में पानी भर जाने से चलते लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो गया है. इस बारिश से कई पेड़ धाराशाही हो गए. लोगों के मकानों में भी बरसात का पानी घुस रहा है. किसान तेजवार ने कहा कि बेमौसम हुई बारिश के कारण फसल बर्बाद हो चुकी हैं. सरकार को किसानों का दर्द समझ कर बर्बाद हुई फसल का मुआवजा देना चाहिए.
संभल में भारी बारिश ने मचाई तबाही, दो मकान गिरे
संभल में बीते तीन दिनों से हो रही भारी बारिश गरीबों पर कहर बनकर टूटी है. वहीं असमोली थाना (Asmoli Thana) क्षेत्र के हर सिंहपुर गांव में मूसलाधार बारिश में दो मकान धराशाई हुए हैं. डेरा सराय निवासी अब्दुल्लाह का मकान धराशाई होने से घर का सारा सामान नष्ट हो गया है. हालांकि मकान के मलबे में दबने से अब्दुल्लाह को चोटें आई हैं. जिनका उपचार निजी अस्पताल में चल रहा है.
बलरामपुर में एनडीआरएफ का बचाव कार्य जारी
बलरामपुर में मूसलाधार बारिश (torrential rain in balrampur)से 167 गांव जलमग्न हो चुके हैं. इस बाढ़ से एक लाख से अधिक की आबादी प्रभावित हो गई है. बाढ़ का पानी वीर विनय चौराहा बहराईच और तुलसीपुर नेशनल हाइवे मार्ग पर है. सुरक्षा की दृष्टि से हाइवे मार्ग पर वाहनों का आवागमन बंद कर दिया गया है. प्रशासन ने राहत व बचाव के लिए एनडीआरएफ को लगा कर बचाव कार्य का दावा किया है. वहीं, जिलाधिकारी डॉ. महेन्द्र कुमार ने बाढ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया है जहां उन्होंने राहत व बचाव कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं.
मिर्जापुर में बारिश से सड़क के गड्ढों में जमा हुआ पानी
मिर्जापुर में बेमौसम (rain in mirzapur) हो रही बारिश फसल दलहन तिलहन और धान को काफी नुकसान हुआ है. वहीं धान और बाजरा को भी नुकसान पहुंचा है. बारिश का पानी खेतों में भर गया है. सड़कों पर गड्ढे होने के कारण पानी जमा हुआ है. गंगा के तटवर्ती इलाकों में रह रहे लोगों को दुबारा बाढ़ आने का डर सता रहा है. वहीं एक बार फिर गंगा नदी में पानी बढ़ना शुरू हो गया है.
श्रावस्ती में पहाड़ी नाले में बहा युवक
श्रावस्ती में नेपाल से छोड़ा गया पानी छह दिनों से तबाही मचाए हुए हैं. जिले के 984 परिषदीय स्कूलों में से 600 स्कूल लबालब पानी से भरे हुए हैं. कुछ गांवों में लोग मदद के लिए प्रशासन की राह देख रहे हैं. बिजली आपूर्ति न होने से लोगों का मोबाइल फोन तक चार्ज नहीं कर पा रहे हैं. जिससे उनका देश दुनिया से संपर्क कटा है. जिलाधिकारी नेहा प्रकाश (DM Neha Prakash) ने अधिकारियों के साथ 23 गांवों का दौरा कर बाढ़ प्रभावित लोगों से मिलकर राहत कार्य का जायजा लिया. इसके अलावा राहत शिविरों में पहुंचकर बच्चों को बिस्कुट व अन्य सामग्री बांट रही हैं.
बस्ती में बारिश से धान और गन्ने की फसलें बर्बाद
बस्ती में 50 घंटे से अधिक की बरसात से नजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त हो चुका है. खेतों, सड़कों गली मोहल्लों में चारों तरफ पानी भरा हुआ है. वहीं सरयू नदी खतरे के निशान से 20 सेंटीमीटर से अधिक ऊपर बह रही है. धान की अधिकतर फसलें बारिश और हवा की वजह से जमीन पर लेट गई हैं. जिलाअधिकारी प्रियंका निरंजन (DM Priyanka Niranjan) ने बताया कि किसानों की फसल का नुकसान के लिए तहसील के अधिकारियों को रिपोर्ट करने को निर्देशित कर दिया गया है. रिपोर्ट शासन को भेजकर किसानों को उनकी बर्बाद फसल का मुआवजा दिलाया जायेगा.
घाघरा और सरयू उफान पर
बहराइच में बारिश (rain in bahraich) के बाद घाघरा व सरयू नदियों की लहरें खौफनाक हो गई हैं. जिससे 200 से अधिक गांव बाढ़ के पानी से घिर गए हैं. पानी के तेज बहाव से मिट्टी कट रही है. जिससे ग्रामीण डरे सहमे हुए है. प्रशासन ने नावों के साथ लंच पैकेट वितरण की व्यवस्था कराई है. एल्गिन ब्रिज पर नदी (River at Elgin Bridge) खतरे के निशान से 60 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है. डीएम डा.दिनेशचंद्र (DM Dr.Dineshchandra) ने बताया कि कटान से जिले की कई तहसीलें प्रभावित हैं. वह खुद बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का जायजा ले रहे हैं. इसके साथ ही सभी अधिकारियों के समन्वय से राहत कार्य जारी है. पीएससी (PSC), एनडीआरएफ (NDRF) और एसएसबी (SSB) बुलाकर राहत कार्यों में लगा दिया गया है.
पीलीभीत में पुल की एप्रोच ढहने से हड़कंप
पीलीभीत में बीते 72 घंटे से लगातार मूसलाधार बारिश हो रही है. वहीं अमरिया तहसील (Amaria Tehsil ) क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले भगा मोहम्मद गंज गांव में से गुजरने वाली देवहा नदी के ऊपर पुल का निर्माण कराया गया है. सोमवार को पुल को सड़क से जोड़ने के लिए बनी एप्रोच पानी के तेज बहाव के कारण ढह गई. एप्रोच ढह जाने के बाद पूरे मामले की सूचना स्थानीय लोगों द्वारा प्रशासनिक अधिकारियों को दी गई. जिसके बाद एसडीएम तहसीलदार समेत तमाम अन्य विभागों के अधिकारी मौके पर पहुंचकर निरीक्षण कर रहे हैं.
वहीं बहेड़ी लोकसभा से बीजेपी सांसद वरुण गांधी (BJP MP Varun Gandhi) ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) को पत्र लिखकर प्रदेश के तमाम जिलों में बेमौसम बरसात पर अपनी चिंता जाहिर की है. सांसद ने कहा कि इस दैवीय आपदा के कारण किसानों को आर्थिक व मानसिक नुकसान पहुंचा है. बेमौसम बरसात के कारण अन्नदाता बर्बादी की कगार पर पहुंच गए हैं. सांसद ने किसानों की फसलों के नुकसान के मामले में मुख्यमंत्री से मुआवजे के लिए आग्रह किया है.
सांसद साक्षी महाराज उन्नाव में सड़कों का निरीक्षण करने निकले
उन्नाव में भारी बारिश (heavy rain in unnao) के बीच परी सीवर लाइन में भ्रष्टाचार नजर आने लगी है. जहां-जहां सीवर लाइन के टैंक बनाए गए हैं. वहां पर सड़कें धंसने शुरू हो गई है. जिससे यातायात व्यवस्था बाधित हो गई. जिसकी सूचना पर उन्नाव सांसद साक्षी महाराज (MP Sakshi Maharaj) शहर का हाल देखने स्वयं सड़क पर उतर गए. जिसके बाद उन्होंने कई जगहों का निरीक्षण किया. इस दौरान उनके साथ डीएम भी साथ में मौजूद रही. बदहाल सड़कों का हाल देख साक्षी महाराज काफी नाराज हुए. इसके बाद उन्होंने जिम्मेदार लोगों की जांच कर कार्यवाही की मांग की.
ललितपुर में आकाशीय बिजली से दो लोग झुलसे
ललितपुर के मड़ावरा में चार घंटे की झमाझम बारिश ने तबाही मचा दी. थाने सहित तीन अलग-अलग जगहों पर आकाशीय बिजली (Lightning in Lalitpur) गिरने से दो लोग झुलस गए. वहीं गिरार थाने (Girar Police Station) के नजदीक आकाशीय बिजली वायरलेस तार पर गिर गई. जिसकी वजह से थाने के कंप्यूटर, इनवर्टर व बोर्ड जल गए. इस हादसे में दो लोगों के झुलस गए. वहीं आकाशीय बिजली गिरने से दो बकरियों की मौत हो गई.
अमरोहा में भर-भराकर गिरा पक्का मकान
अमरोहा में बीते दिनों से हो रही बारिश से थाना गजरौला क्षेत्र (Police Station Gajraula Area) के गांव कुदेना चक में एक जर्जर माकान भर भराकर गिर गया. इसके पहले भी बारिश में एक प्राथमिक विद्यालय का माकान ढह गया था. इस पूरे मामले में गांव के प्रधान रोहताश सिंह ने बताया कि बारिश के कारण पानी भर जाने के कारण मकान बैठ गया था. जिसकी वजह से आधा मकान का पूरा हिस्सा गिर गया. हलांकि किसी के हताहत होने की खबर नहीं है.
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