ETV Bharat / state

हमीरपुर में महिला आयोग ने सुने महिला उत्पीड़न के मामले, कहा- योगी सरकार में गिरा ग्राफ

उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले के विकास भवन में महिला उत्पीड़न के मामलों की जन सुनवाई की गई. इस दौरान महिला आयोग सदस्य कंचन जायसवाल ने महिलाओं की समस्याओं को सुनकर जल्द से जल्द कार्रवाई के निर्देश दिए.

ETV BHARAT
महिला उत्पीड़न के मामलों की जन सुनवाई.
author img

By

Published : Feb 5, 2020, 6:18 PM IST

हमीरपुरः महिला आयोग की सदस्य कंचन जायसवाल बुधवार को महिला उत्पीड़न के मामलों की जन सुनवाई करने पहुंचीं. विकास भवन में आयोजित जनसुनवाई कार्यक्रम में महिला आयोग की सदस्य ने महिलाओं की समस्याएं सुनीं और उनके तत्काल निस्तारण के निर्देश दिए. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि योगी सरकार के राज में महिला अपराध के मामले आसानी से दर्ज होते हैं. इस वजह से महिलाओं के प्रति अपराध का ग्राफ बढ़ा दिखाई देता है, लेकिन हकीकत यही है कि महिलाओं के प्रति होने वाले अपराध में कमी आई है.

महिला उत्पीड़न के मामलों की जन सुनवाई.
शासन से लेकर प्रशासन तक कई स्तर पर मॉनीटरिंगजनसुनवाई कार्यक्रम में महिला आयोग की सदस्य कंचन जायसवाल ने कहा कि पहले थाना स्तर पर महिला अपराध के मामले दर्ज नहीं किए जाते थे. महिलाओं को न्याय के लिए दर-दर की ठोकरें खानी पड़ती थी, लेकिन अब महिला अपराध के मामले आसानी से दर्ज किए जाते है. साथ ही उसके तत्काल निराकरण के लिए शासन से लेकर प्रशासन तक कई स्तर पर मॉनीटरिंग की जाती है.

इसे भी पढ़ें- आजमगढ़: CAA के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों पर हुई कार्रवाई, महिला सहित 19 गिरफ्तार

महिला उत्पीड़न के मामलों को दी गई गंभीरता
कंचन जायसवाल ने कहा कि महिला उत्पीड़न के मामलों को गंभीरता से लिया जा रहा है. साथ ही उस पर न्याय संगत कार्रवाई के निर्देश शासन द्वारा पहले से ही सभी को दिए गए हैं. महिला आयोग सदस्य ने कहा कि महिला आयोग महिला अपराध व उत्पीड़न के मामले प्रकाश में आने पर तत्काल उनका संज्ञान लेता है. प्रदेश में किसी भी महिला के साथ अन्याय न होने पाए इसके लिए तत्काल कदम भी उठाता है.

हमीरपुरः महिला आयोग की सदस्य कंचन जायसवाल बुधवार को महिला उत्पीड़न के मामलों की जन सुनवाई करने पहुंचीं. विकास भवन में आयोजित जनसुनवाई कार्यक्रम में महिला आयोग की सदस्य ने महिलाओं की समस्याएं सुनीं और उनके तत्काल निस्तारण के निर्देश दिए. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि योगी सरकार के राज में महिला अपराध के मामले आसानी से दर्ज होते हैं. इस वजह से महिलाओं के प्रति अपराध का ग्राफ बढ़ा दिखाई देता है, लेकिन हकीकत यही है कि महिलाओं के प्रति होने वाले अपराध में कमी आई है.

महिला उत्पीड़न के मामलों की जन सुनवाई.
शासन से लेकर प्रशासन तक कई स्तर पर मॉनीटरिंगजनसुनवाई कार्यक्रम में महिला आयोग की सदस्य कंचन जायसवाल ने कहा कि पहले थाना स्तर पर महिला अपराध के मामले दर्ज नहीं किए जाते थे. महिलाओं को न्याय के लिए दर-दर की ठोकरें खानी पड़ती थी, लेकिन अब महिला अपराध के मामले आसानी से दर्ज किए जाते है. साथ ही उसके तत्काल निराकरण के लिए शासन से लेकर प्रशासन तक कई स्तर पर मॉनीटरिंग की जाती है.

इसे भी पढ़ें- आजमगढ़: CAA के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों पर हुई कार्रवाई, महिला सहित 19 गिरफ्तार

महिला उत्पीड़न के मामलों को दी गई गंभीरता
कंचन जायसवाल ने कहा कि महिला उत्पीड़न के मामलों को गंभीरता से लिया जा रहा है. साथ ही उस पर न्याय संगत कार्रवाई के निर्देश शासन द्वारा पहले से ही सभी को दिए गए हैं. महिला आयोग सदस्य ने कहा कि महिला आयोग महिला अपराध व उत्पीड़न के मामले प्रकाश में आने पर तत्काल उनका संज्ञान लेता है. प्रदेश में किसी भी महिला के साथ अन्याय न होने पाए इसके लिए तत्काल कदम भी उठाता है.

Intro:"अब आसानी से पंजीकृत होते हैं महिला अपराध के मामले, इसलिए आंकड़ों में बढ़ा दिखता है क्राइम ग्राफ"

हमीरपुर। महिला आयोग की सदस्य कंचन जायसवाल बुधवार को महिला उत्पीड़न के मामलों की जन सुनवाई करने पहुंची। विकास भवन में आयोजित जनसुनवाई कार्यक्रम में महिला आयोग की सदस्य ने महिलाओं की समस्याएं सुनी और उनके तत्काल निस्तारण के निर्देश दिए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि योगी सरकार के राज में महिला अपराध के मामले अब आसानी से दर्ज होते हैं। इस वजह से महिलाओं के प्रति अपराध का ग्राफ बढ़ा सा दिखाई देता है, लेकिन हकीकत यही है कि महिलाओं के प्रति होने वाले अपराधों में भारी कमी आई है।


Body:उन्होंने कहा कि पहले थाना स्तर पर महिला अपराध के मामले दर्ज नहीं किए जाते थे। महिलाओं को न्याय के लिए दर-दर की ठोकरें खानी पड़ती थी, लेकिन अब महिला अपराध के मामले आसानी से दर्ज होते होते ही नहीं बल्कि उनके तत्काल निराकरण के लिए शासन से लेकर प्रशासन तक कई स्तर पर मानीटरिंग की जाती है। कंचन जायसवाल ने कहा कि महिला उत्पीड़न के मामलों को गंभीरता से लेने के साथ ही उस पर न्याय संगत कार्रवाई करने के निर्देश शासन द्वारा पहले से ही सभी को दिए गए हैं।


Conclusion:उन्होंने कहा कि महिला आयोग महिला अपराध एवं उत्पीड़न के मामले प्रकाश आने पर तत्काल उनका ज्ञान लेता है और प्रदेश में किसी भी महिला के साथ अन्याय ना होने पाए इसके लिए तत्काल कदम भी उठाता है।

________________________________________________


नोट : बाइट महिला आयोग की सदस्य कंचन जयसवाल की है।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.