हमीरपुर: जनपद में दर्जन भर ग्राम प्रधानों ने गोवंश संरक्षण के नाम पर हो रहे उत्पीड़न के खिलाफ जिलाधिकारी से शिकायत की. उनका आरोप है कि गोवंश को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन द्वारा जो धनराशि अभी तक उपलब्ध कराई गई है, वह नाकाफी साबित हो रही है. उन्होंने कहा कि गोशालाओं में पालतू गोवंशों को भी बांधे जाने का दबाव बनाया जाता है.
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जानें क्या बोले प्रधान संघ के अध्यक्ष-
प्रधान संघ के जिलाध्यक्ष ब्रह्म नारायण त्रिपाठी ने कहा कि सोशल ऑडिट के नाम पर प्रधानों का उत्पीड़न किया जा रहा है. गोवंश को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन द्वारा जो धनराशि अभी तक उपलब्ध कराई गई है, वह नाकाफी साबित हो रही है. उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायतों में बनाई गई अस्थाई गौशालाओं में सिर्फ गोवंशों को रखा जाना है, लेकिन गांव स्तर पर उनके राजनीतिक प्रतिद्वंदी उन पर छुट्टा पालतू गायों को भी गौशालाओं में बंद करवाने का दबाव बनाते हैं. उन्होंने कहा कि गौशालाओं में गायों की देखरेख की जिम्मेदारी पशुपालन विभाग की है, लेकिन बीमारी से गोवंश की मौत होने पर प्रधानों का उत्पीड़न कर मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं.