हमीरपुरः जिले में एक शख्स ने पिता और रिश्तेदार के साथ मिलकर मामा और भांजे की हत्या कर दी. हत्या की वजह पैसे का लेन-देन बताया जा रहा है. ये मामला सुमेरपुर थानाक्षेत्र के जलाला गांव का है. पत्योरा गांव निवासी संतराम निषाद लोगों को अपने जाल में फंसाकर नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करता था. उसके साथ कानपुर वैष्णवी बिहार जरौली फेज-2 बर्रा निवासी 19 साल का मयंक भी शामिल था.
आपको बता दें कि बीते 12 मार्च को मयंक अपने 17 साल के भांजे विपुल शर्मा पुत्र राजेंद्र शर्मा के साथ संतराम के घर पत्योरा आया था. दोपहर 12 बजे के बाद मोबाइल स्विच ऑफ होने के बाद से जब दोनों का पता नहीं लगा, तो मयंक की बहन प्रिया ने इसकी जानकारी थाने में दी. जिस पर पुलिस संतराम को हिरासत में लेकर पूछताछ की.
जिसके बाद बुधवार को संतराम ने घटना की जानकारी पुलिस को दी. जिसमें उसने बताया कि 12 मार्च की दोपहर उसने मयंक को जलाला गांव स्थित खेत में बुलाया है. जहां पर उसके साथ उसका भांजा विपुल भी बाइक से आया था. यहां पर रुपये के लेनदेन में मयंक का विवाद संतराम से होने लगा. जिस पर संतराम ने अपने पिता शंकरी और चांदपुर थाने के गांव निवासी रिश्तेदार रामस्वरूप के साथ मिलकर मयंक की गला दबाकर हत्या कर दी. इसके बाद विपुल को भी गला दबाकर मार डाला और दोनों के शवों को खेतों में डाल दिया. उसी रात करीब 10 बजे संतराम दोबारा खेतों में पहुंचा और मयंक की बाइक में दोनों के शवों को बोरी में बांधकर पचखुरा गांव के बाहर स्थित कुएं में फेंक दिया.
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आरोपी की निशानदेही पर देर रात जब मौके पर पुलिस पहुंची तो कुएं में मामा और भांजे का शव पड़ा मिला. घटना की जानकारी मिलने पर एसपी कमलेश दीक्षित समेत सीओ सदर विवेक यादव और भारी पुलिस बल मौके पर पहुंच गये. वहीं फायर ब्रिगेड की भी टीम शवों को निकालने के लिए गांव पहुंची है. इस घटना से परिजनों में कोहराम मचा हुआ है. वहीं एसपी कमलेश दीक्षित ने बताया कि करीब 150 लोगों का नौकरी के नाम पर संतराम 20 लाख रुपये लिये था. जिसको लेकर दोनों के बीच विवाद हुआ था. अब घटना की जांच की जा रही है. जल्द ही सबकुछ साफ हो जाएगा.
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