हमीरपुर: जिले की सरीला नगर पंचायत में एक और घोटाला सामने आया है. यहां सरकारी खजाने से श्मशान घाट के निर्माण के नाम पर भुगतान तो पूरा ले लिया गया लेकिन निर्माण कार्य को अधूरा ही छोड़ दिया. यह मामला नगर पंचायत के निवासियों ने उठाया और जिलाधिकारी से शिकायत की. जिस पर जिलाधिकारी ने बंदरबाट की जांच तीन सदस्यीय कमेटी द्वारा कराने के आदेश दिए. लेकिन जिलाधिकारी के आदेश के बाद जिम्मेदार अधिकारी जांच करने को लेकर गंभीर नहीं हैं.
श्मशान घाट के निर्माण के नाम पर बंदरबांट का आरोप:
- आरटीआर्ई कार्यकर्ता चरण सिंह ने बताया कि सपा शासन काल के दौरान श्मशान घाट के निर्माण कार्य में नियमों का उल्लंघन किया गया.
- चरण बताते हैं कि श्मशान घाट के भीतर 600 स्क्वायर मीटर इंटरलॉकिग के नाम पर 23 लाख से अधिक का भुगतान नगर पंचायत के अधिकारियों द्वारा कर दिया गया.
- कार्यदायी संस्था द्वारा घटिया किस्म के टीन शेड लगाए.
- चरन बताते हैं कि सरकारी बंदरबाट में नगर पंचायत के कर्मचारियों की मिलीभगत है.
- जिस कारण उन्हें आरटीआई द्वारा सूचना मांगने के बाद भी नहीं उपलब्ध कराई जाती.
- जिलाधिकारी ने तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया था.
श्मशान घाट के निर्माण में 3500 स्क्वॉयर मीटर टीनशेड के कार्य के लिए 64 लाख का भुगतान कर दिया , जबकि मौके पर कार्यदायी संस्था द्वारा धटिया किस्म के टीनशेड लगाए गए. सपा शासन काल के दौरान श्मशान घाट के निर्माण कार्य में तमाम नियमों का उल्लंघन किया गया और खूब जमकर सरकारी धन की बंदरबाट की गई.
चरण सिंह, आरटीआई कार्यकर्ता