हमीरपुर: जिले में स्वास्थ्य विभाग डेंगू से निपटने की जद्दोजहद में लगा हुआ है. आम लोगों को डेंगू बुखार के कारण और निवारण को लेकर जागरूक किया जा रहा है. ग्राम स्वास्थ्य समितियों के माध्यम से ग्रामीण इलाकों में एंटी लार्वा दवा का छिड़काव कराया जा रहा है.
![chemical spraying to prevent dengue](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/8461091_96_8461091_1597740860479.png)
उमस भरी गर्मी ने इस वक्त आम जनमानस को परेशान कर रखा है. कभी तेज तो कभी रिमझिम बारिश के बाद अचानक निकलने वाली धूप बेचैनी पैदा किए हुए है. इसकी वजह से बुखार के मरीजों की संख्या बढ़ी है. इसी के साथ ही पानी के भराव की वजह से पैदा होने वाली मच्छरों की वजह से मलेरिया के साथ-साथ डेंगू बुखार भी पांव पसार रहा है, जिससे निपटने को लेकर स्वास्थ्य विभाग चौकन्ना है.
ग्रामीण इलाकों में ग्राम स्वास्थ्य समितियों के माध्यम से एंटी लार्वा दवा का घर-घर और गली-गली में छिड़काव कराया जा रहा है, ताकि लोगों को मौसमी बुखार के साथ-साथ खतरनाक डेंगू बुखार से बचाया जा सके. जिला मलेरिया अधिकारी आरके यादव ने बताया कि संक्रमित वयस्क मादा मच्छर के काटने से मलेरिया, फाइलेरिया, डेंगू और चिकुनगुनिया और जापानी इंसेफ्लाइटिस जैसी बीमारियां फैलती हैं.
डेंगू फैलाने वाले एडीज मच्छर मकानों में खुली टंकियों, पुराने टायरों, खाली डिब्बों, कूलरों, फ्रिज के पीछे की पानी वाली ट्रे, गमलों, खाली बोतलों, मनी प्लांट आदि जिसमें साफ पानी इकट्ठा हो, उसी में पनपता है. अधिक ठंड होने पर वह स्वत: समाप्त हो जाता है. उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की टीमें इस वक्त कोरोना के साथ-साथ इस मौसम में फैलने वाले बुखारों पर नियंत्रण पाने को लगी हुई हैं.