ETV Bharat / state

हमीरपुर: अवैध खनन के साक्ष्य जुटा दिल्ली रवाना हुई सीबीआई की टीम, मौरंग कारोबारियों ने ली राहत की सांस

author img

By

Published : Dec 8, 2019, 3:18 PM IST

उत्तर प्रदेश के हमीरपुर में सपा सरकार में हुए अवैध खनन की जांच करने के लिए आई सीबीआई की टीम, शुक्रवार को तमाम सारे साक्ष्य जुटाने के बाद वापस दिल्ली लौट गई. सीबीआई टीम के वापस लौट जाने के बाद मौरंग कारोबारियों ने राहत की सांस जरूर ली है.

etv bharat
दिल्ली रवाना हुई सीबीआई की टीम.

हमीरपुर: अखिलेश राज में जिले में हुए मौरंग के अवैध खनन की जांच करने के लिए आई सीबीआई की टीम, शुक्रवार को तमाम सारे साक्ष्य जुटाने के बाद वापस दिल्ली लौट गई. हालांकि अवैध खनन की जांच में जुटी सीबीआई टीम को अबकी बार सपा सरकार से पहले बसपा सरकार के कार्यकाल के दौरान भी अवैध खनन के साक्ष्य मिले हैं. इस कारण जांच के लिए छठवीं बार जिले में आई सीबीआई की टीम का फोकस अबकी बार बसपा शासनकाल पर रहा. सीबीआई ने विज्ञप्ति प्रकाशन में गड़बड़झाला के जरिए वन क्षेत्र में किए गए अवैध खनन पर रहा.

दिल्ली रवाना हुई सीबीआई की टीम.
पर्यावरण एनओसी में नजर आई खामियांसीबीआई को प्राप्त अभिलेखों की गहनता से जांच करने पर वन विभाग की जमीन पर किए गए अवैध खनन के साक्ष्य मिले. वहीं वन विभाग द्वारा जारी की गई पर्यावरण एनओसी में भी खामियां नजर आई है. इसके साथ ही टेंडर प्रक्रिया के दौरान समाचार पत्रों में प्रकाशित कराई जाने वाली विज्ञप्तियों में भी गड़बड़ी दिखाई दी, जिसे लेकर सीबीआइ ने मौरंग व्यवसायियों के साथ तत्कालीन वन विभाग के अधिकारियों, कर्मचारियों से पहले अलग-अलग और बाद में एक साथ पूछताछ की. फिलहाल जिले में 11 दिन डेरा जमाने के बाद शुक्रवार शाम सीबीआई टीम दिल्ली वापस लौट गई, जिससे मौरंग कारोबारियों ने राहत की सांस जरूर ली है.

इसे भी पढ़ें:-हमीरपुर: स्कूली छात्रों से भरे ऑटो को डंपर ने मारी टक्कर, 13 घायल

हमीरपुर: अखिलेश राज में जिले में हुए मौरंग के अवैध खनन की जांच करने के लिए आई सीबीआई की टीम, शुक्रवार को तमाम सारे साक्ष्य जुटाने के बाद वापस दिल्ली लौट गई. हालांकि अवैध खनन की जांच में जुटी सीबीआई टीम को अबकी बार सपा सरकार से पहले बसपा सरकार के कार्यकाल के दौरान भी अवैध खनन के साक्ष्य मिले हैं. इस कारण जांच के लिए छठवीं बार जिले में आई सीबीआई की टीम का फोकस अबकी बार बसपा शासनकाल पर रहा. सीबीआई ने विज्ञप्ति प्रकाशन में गड़बड़झाला के जरिए वन क्षेत्र में किए गए अवैध खनन पर रहा.

दिल्ली रवाना हुई सीबीआई की टीम.
पर्यावरण एनओसी में नजर आई खामियांसीबीआई को प्राप्त अभिलेखों की गहनता से जांच करने पर वन विभाग की जमीन पर किए गए अवैध खनन के साक्ष्य मिले. वहीं वन विभाग द्वारा जारी की गई पर्यावरण एनओसी में भी खामियां नजर आई है. इसके साथ ही टेंडर प्रक्रिया के दौरान समाचार पत्रों में प्रकाशित कराई जाने वाली विज्ञप्तियों में भी गड़बड़ी दिखाई दी, जिसे लेकर सीबीआइ ने मौरंग व्यवसायियों के साथ तत्कालीन वन विभाग के अधिकारियों, कर्मचारियों से पहले अलग-अलग और बाद में एक साथ पूछताछ की. फिलहाल जिले में 11 दिन डेरा जमाने के बाद शुक्रवार शाम सीबीआई टीम दिल्ली वापस लौट गई, जिससे मौरंग कारोबारियों ने राहत की सांस जरूर ली है.

इसे भी पढ़ें:-हमीरपुर: स्कूली छात्रों से भरे ऑटो को डंपर ने मारी टक्कर, 13 घायल

Intro:अवैध खनन के साक्ष्य जुटा दिल्ली रवाना हुई सीबीआई की टीम, मौरंग कारोबारियों ने ली राहत की सांस


हमीरपुर। अखिलेश राज में जिले में हुए मौरंग के अवैध खनन की जांच करने के लिए आई सीबीआई की टीम शुक्रवार को तमाम सारे साक्ष्य जुटाने के बाद लौट वापस दिल्ली लौट गई। हालांकि अवैध खनन की जांच में जुटी सीबीआई टीम को अबकी बार सपा सरकार से पहले बसपा सरकार के कार्यकाल के दौरान भी अवैध खनन के साक्ष्य मिले हैं। इस कारण जांच के लिए छठवीं बार जिले में आई सीबीआई की टीम का फोकस अबकी बार बसपा शासनकाल में विज्ञप्ति प्रकाशन में गड़बड़झाला के जरिए वन क्षेत्र में किए गए अवैध खनन पर रहा।


Body:सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सीबीआई टीम को खनिज विभाग से वर्ष 2010 में किए गए मौरंग खनन पट्टों से संबंधित प्राप्त अभिलेखों की गहनता से जांच करने पर वन विभाग की जमीन पर किए गए अवैध खनन के साक्ष्य मिले। वहीं वन विभाग द्वारा जारी की गई पर्यावरण एनओसी में भी खामियां नजर आई। इसके साथ ही टेंडर प्रक्रिया के दौरान समाचार पत्रों में प्रकाशित कराई जाने वाली विज्ञप्तियों में भी गड़बड़ी दिखाई दी। जिसे लेकर सीबीआइ ने मौरंग व्यवसायियों के साथ तत्कालीन वन विभाग के अधिकारियों कर्मचारियों से पहले अलग अलग और बाद में एक साथ पूछताछ की।


Conclusion:फिलहाल जिले में 11 दिन डेरा जमाने के बाद शुक्रवार शाम सीबीआई टीम दिल्ली वापस लौट गई जिससे मौरंग कारोबारियों ने राहत की सांस जरूर ली है।

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.