हमीरपुर: अखिलेश राज में जिले में हुए मौरंग के अवैध खनन की जांच करने के लिए आई सीबीआई की टीम, शुक्रवार को तमाम सारे साक्ष्य जुटाने के बाद वापस दिल्ली लौट गई. हालांकि अवैध खनन की जांच में जुटी सीबीआई टीम को अबकी बार सपा सरकार से पहले बसपा सरकार के कार्यकाल के दौरान भी अवैध खनन के साक्ष्य मिले हैं. इस कारण जांच के लिए छठवीं बार जिले में आई सीबीआई की टीम का फोकस अबकी बार बसपा शासनकाल पर रहा. सीबीआई ने विज्ञप्ति प्रकाशन में गड़बड़झाला के जरिए वन क्षेत्र में किए गए अवैध खनन पर रहा.
दिल्ली रवाना हुई सीबीआई की टीम. पर्यावरण एनओसी में नजर आई खामियांसीबीआई को प्राप्त अभिलेखों की गहनता से जांच करने पर वन विभाग की जमीन पर किए गए अवैध खनन के साक्ष्य मिले. वहीं वन विभाग द्वारा जारी की गई पर्यावरण एनओसी में भी खामियां नजर आई है. इसके साथ ही टेंडर प्रक्रिया के दौरान समाचार पत्रों में प्रकाशित कराई जाने वाली विज्ञप्तियों में भी गड़बड़ी दिखाई दी, जिसे लेकर सीबीआइ ने मौरंग व्यवसायियों के साथ तत्कालीन वन विभाग के अधिकारियों, कर्मचारियों से पहले अलग-अलग और बाद में एक साथ पूछताछ की. फिलहाल जिले में 11 दिन डेरा जमाने के बाद शुक्रवार शाम सीबीआई टीम दिल्ली वापस लौट गई, जिससे मौरंग कारोबारियों ने राहत की सांस जरूर ली है.
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