गोरखपुर: पूरा देश कोरोना महामारी से लड़ रहा है. हॉस्पिटल के अंदर मरीज कोरोना से लड़ रहा है, तो वहीं मरीजों के परिजन को हॉस्पिटल के बाहर दवाओं, भोजन सहित अन्य अनेक समस्याओं से जूझना पड़ रहा है. हॉस्पिटल में भर्ती मरीज जो दूर से आये हैं, उनके परिजनों के लिए समस्याओं का अंबार और भी बड़ा है. उन्हें खाने-पीने से लेकर रहने तक के लिए मुश्किल हो रही है, लेकिन इस विकट परिस्थिति में गोरखपुर के युवाओं की एक टीम सेवा भाव के लिए मैदान में उतर पड़ी है. जिसने अपने इस अभियान को मदद सेवा संस्था का नाम दिया है. यह टीम मरीज के परिजन जो हॉस्पिटल के बाहर अपनों के स्वास्थ्य के लिए लगे हुए हैं, उनको रात्रि भोजन की व्यवस्था करा रही हैं. यही नहीं उन्हें अपना नंबर भी दे रहे हैं कि जब भी भोजन की जरूरत महसूस हो फोन करें भोजन मिलेगा.
रोजाना 200 से अधिक भोजन पैकेटों का हो रहा वितरण
युवाओं की यह टोली रात्रि में विभिन्न हॉस्पिटलों के बाहर जाकर लोगों को मदद पहुंचा रही है. इसके साथ ही यह लोग कोरोना हेल्प डेस्क पर आये फोन कॉल के माध्यम से भी जरूरत मंदों को 05 मई से भोजन के पैकेट वितरण कर रहे हैं. संस्था के अध्यक्ष गौरव शर्मा ने बताया कि संस्था द्वारा बनाए गए हेल्प डेस्क और वालंटियर की मदद से रोजाना 200 से अधिक भोजन पैकेटों का वितरण किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि भोजन के लिए सांय 6 बजे तक हेल्प डेस्क नम्बर 8795787958 पर संपर्क कर सकते हैं. यह हेल्प डेस्क विशेष रूप से तीमादारों के लिए बनाया गया है. इस मुहिम में गौरव शर्मा, नवनीत यादव, मनीष चन्द्र यादव, शुभम श्रीवास्तव, राहुल लखमानी,अंजनी कुमार मिश्रा,राहुल सिंह की विशेष रूप से अपनी भूमिका निभा रहे हैं.
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करीब 22 सौ मरीज विभिन्न अस्पताल में भर्ती
दरअसल, कोरोना की इस लहर में मददगार काफी कम दिखाई दे रहे हैं. जबकि पहली लहर में मददगार लोगों की काफी भीड़ दिखाई दे रही थी. इस बार आफत और बड़ी है. करीब 22 सौ से ज्यादा मरीज अस्पताल में बेड पर हैं. गोरखपुर में इलाज के लिए लोग आस-पास के सात जिलों से आ रहे हैं. जिन्हें कोरोना कर्फ्यू की वजह से खाने-पीने के साथ कई तरह की दिक्कतें हो रही हैं. ऐसे में अगर इन युवाओं की तरह कुछ टोली भी मदद के लिए निकलती है, तो बहुतों का भला हो जाएगा.