गोरखपुरः लंबे इंतजार के बाद कौवा बाग अंडरपास को ट्रायल के तौर पर खोल दिया गया है. अंडरपास खोलने की जानकारी होते ही बड़ी संख्या में लोगों की आवाजाही शुरू हो गई है. इसके खुल जाने से महानगर के उत्तरी छोर के हजारों नागरिकों को जहां जाम से राहत मिलेगी तो वहीं कई किलोमीटर की दूरी भी कम हो जाएगी. लगभग 15 करोड़ की लागत से बने इस अंडरपास का निर्माण पिछले 2 वर्षों से चल रहा था. इसे फरवरी के अंतिम सप्ताह में खोला जाना था, लेकिन अंडरपास का कार्य समय से पहले ही पूरा हो जाने के कारण मंगलवार की देर शाम आम जनता के लिए इसे खोल दिया गया है.
बता दें कि अभी तक शहरवासियों के पास धर्मशाला और मोहद्दीपुर ओवर ब्रिज के रास्ते ही जाने का विकल्प था. दोनों जगहों पर आवागमन ज्यादा होने के कारण जाम की समस्या लगातार बनी रहती थी. ऐसे में स्कूली बच्चे, मरीज, आम लोगों को घंटों जाम की समस्या से जूझना पड़ता था. कौवा बाग अंडरपास के शुरू होने से धर्मशाला और मोहदीपुर मार्ग पर लोड कम होगा. साथ ही शहरवासी आसानी से इस पार से उस पार हजारों की संख्या में आ जा सकेंगे.
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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और सदर सांसद रवि किशन शुक्ला की पहल पर पूर्वोत्तर रेलवे के उच्च अधिकारियों ने कौवा बाग अंडरपास बनाने का निर्णय लिया था. लगभग 15 करोड़ की लागत से बने इस अंडरपास का निर्माण कार्य लगभग 2 वर्ष तक चला. इस अंडरपास में आधुनिक सेट लगाए गए हैं, जिससे अंडरपास के पास बारिश का पानी भी जमा नहीं होगा. पानी निकासी के लिए दो पंप अभी लगाए गए हैं. वहीं एप्रोच मार्ग के बाहरी तरफ पौधे भी लगाए गए हैं, जिससे पर्यावरण की सुंदरता का भी आनंद राहगीर उठा सकें.