ETV Bharat / state

गोरखपुर: टेराकोटा की आधुनिक भठ्ठी ट्रायल फायरिंग में फ्लाप, दस्तकारों को लाखों का नुकसान - टेराकोटा की आधुनिक भठ्ठी ट्रायल फायरिंग में फ्लाप

विश्व विख्यात टेराकोटा गोरखपुर के औरंगाबाद और लगड़ी गुलरिहा में स्थापित की गई आधुनिक भठ्ठी ट्रायल फायरिंग में फ्लाप साबित हो रही है. इसकी वजह से एक शिल्पकार को लाखों का नुकसान हुआ. दस्तकार ने क्षतिपूर्ति के लिए कार्यदायी संस्था से मांग कर रहे हैं.

etv bharat
टेराकोटा की आधुनिक भठ्ठी ट्रायल फायरिंग में फ्लाप
author img

By

Published : Dec 28, 2019, 2:56 PM IST

गोरखपुर: जिल के ओडीओपी में चयनित टेराकोटा औरंगाबाद के दस्तकारों को बढ़ावा देने के लिए माटी कला बोर्ड का गठन किया गया. बोर्ड द्वारा टूलकिड्स वितरण के तहत आधुनिक भठ्ठी इलेक्ट्रिक चाक पगमील आदि मुहैय्या कराया जा रहा है. इसी क्रम में औरंगाबाद और गुलरिहा में लाखों रुपया खर्च कर दो आधुनिक भठ्ठी स्थापित की गई.

हस्त शिल्पियों का कहना है कि ट्रायल फायरिंग में आधुनिक भठ्ठी फ्लाप साबित हो रही है. उसमें पकाया गया लाखों रुपया का कच्चा माल खराब होने से कुम्हार को भारी नुकसान सामना करना पड़ा. दस्तकारों ने इसकी शिकायत जिला प्रशासन से की और क्षत्रि आपूर्ति की मांग की है. कार्यदायी संस्था द्वारा क्षतिपूर्ति न करने पर दस्तकार ने कानूनी कार्रवाई करने बात कही

टेराकोटा की आधुनिक भठ्ठी ट्रायल फायरिंग में फ्लाप.

औरंगाबाद में भठ्ठी का दो माह पहले हुआ था ट्रायल फायरिंग
लक्ष्मी स्वंय सहायता समूह के अध्यक्ष लक्ष्मी चन्द्र प्रजापति, सचिव मोहन प्रजापति प्रधान प्रतिनिधि राकेश प्रजापति ने बताया कि टेराकोटा वर्कशॉप पर स्थापित आधुनिक भठ्ठी का ट्रायल फायरिंग दो माह पहले हुआ था. जिसमें पकाया गया माल पूरा काला हो गया. जिम्मेदारों ने यह कहते सही ठहराया कि माल क्षमता से कम पकाने पर ऐसा हुआ. भरपूर माल पकाने पर भठ्ठी से बेहतर पकेगा और ईधन की भी बचत होगी.

इसे भी पढ़ें- योगी की इस योजना से बहुरने लगे हैं कुम्हारों के दिन

पहली ट्रायर में भट्ठी पूरी तरह से फ्लॉप हो गई
जितेंद्र प्रजाति का कहना है कि भठ्ठी कर्यदायी संस्था के जिम्मेदारों के कहने पर ट्रायल के लिए भट्टी लगाया. पहली ट्रायल में भट्ठी पूरी तरह से फ्लॉप हो गई है. मैने करीब दो लाख का कच्चा माल भठ्ठी में लगाया था. पूरा माल काला हो गाया. करीब 50% माल टूटफूट कर खराब हो गया. मेरा लाखों का नुकसान हुआ है. उच्च अधिकारियों को अवगत करा दिया गया है. कार्यदायी संस्थान ने मेरी क्षतिपूर्ति नहीं की तो कानूनी कार्रवाई करेंगे.

हुआ लाखों का नुकसान
औरंगाबाद प्रधान प्रतिनिधि राकेश कुमार प्रजाति का कहना है कि टेराकोटा औरंगाबाद और गुलरिहा में लगाई गई दोनों भठ्ठियों में जिस तरीके से माल पकाया गया, पूरी तरह से फ्लाप रहा. राजन प्रजापति के यहां लगी भठ्ठी का बाहर से लेपन कर उसमें आग लगाई गई, लेकिन उसमें जो माल डाला गया उसका 50% भ्रष्ट हो गया. पूरा माल काला होने से उनका लाखों का नुकसान हुआ है. कार्यदायी संस्था की नैतिक जिम्मेदारी बनती है कि आकर उसको देखें और नुकासान की भरपाई करें.

इसे भी पढ़ें- गोरखपुर: शौचालय विहीन है दस्तकारों का वर्कशॉप, स्वच्छता मिशन को दे रहा झटका

तब से भट्ठी वैसे ही बंद है
लक्ष्मी स्वंय सहायता समूह के अध्यक्ष लक्ष्मीचन्द्र प्रजाति का कहना है कि हमारे यहां जो आईटम बनता है, उसके लिए नहीं है. ट्रायल के रुप में अधिकारियों के सामने थोड़ा माल पकाया गया, बिल्कुल नहीं पका और सफल नहीं हुआ. तभ से हम लोगों ने उसमें माल पकाया ही नहीं, भट्ठी वैसे ही बंद पड़ी है.

फर्म उसकी भरपाई करेगा
इस संबंध खादी ग्राम उद्योग के अधिकारी मण्डल एनके मौर्या से फोन पर बात की गई तो उन्होंने कहा है कि जिस कार्यदायी संस्था द्वारा भठ्ठी की स्थापना कराई गई. उसके गैरमौजूदगी में अगर हमारा कोई कारीगर अपने समझ के आधार कोई कार्य करता है और उसकी क्वालिटी सही नहीं निकल पाई तो इसके लिए पंचायत बैठाई जाएगी. हमारे टेक्निकल अफसर देखेंगे कि कोई कमी है की नही है. सही है तो गारंटी लेकर बर्तन पकाएगें, उसमें कमी होगी तो फर्म उसकी भरपाई करेगा.

इसे भी पढ़ें- मुरादाबाद: कश्मीर में कारोबार के लिए तैयार हैं पीतल दस्तकार, सरकार से मदद की दरकार

गोरखपुर: जिल के ओडीओपी में चयनित टेराकोटा औरंगाबाद के दस्तकारों को बढ़ावा देने के लिए माटी कला बोर्ड का गठन किया गया. बोर्ड द्वारा टूलकिड्स वितरण के तहत आधुनिक भठ्ठी इलेक्ट्रिक चाक पगमील आदि मुहैय्या कराया जा रहा है. इसी क्रम में औरंगाबाद और गुलरिहा में लाखों रुपया खर्च कर दो आधुनिक भठ्ठी स्थापित की गई.

हस्त शिल्पियों का कहना है कि ट्रायल फायरिंग में आधुनिक भठ्ठी फ्लाप साबित हो रही है. उसमें पकाया गया लाखों रुपया का कच्चा माल खराब होने से कुम्हार को भारी नुकसान सामना करना पड़ा. दस्तकारों ने इसकी शिकायत जिला प्रशासन से की और क्षत्रि आपूर्ति की मांग की है. कार्यदायी संस्था द्वारा क्षतिपूर्ति न करने पर दस्तकार ने कानूनी कार्रवाई करने बात कही

टेराकोटा की आधुनिक भठ्ठी ट्रायल फायरिंग में फ्लाप.

औरंगाबाद में भठ्ठी का दो माह पहले हुआ था ट्रायल फायरिंग
लक्ष्मी स्वंय सहायता समूह के अध्यक्ष लक्ष्मी चन्द्र प्रजापति, सचिव मोहन प्रजापति प्रधान प्रतिनिधि राकेश प्रजापति ने बताया कि टेराकोटा वर्कशॉप पर स्थापित आधुनिक भठ्ठी का ट्रायल फायरिंग दो माह पहले हुआ था. जिसमें पकाया गया माल पूरा काला हो गया. जिम्मेदारों ने यह कहते सही ठहराया कि माल क्षमता से कम पकाने पर ऐसा हुआ. भरपूर माल पकाने पर भठ्ठी से बेहतर पकेगा और ईधन की भी बचत होगी.

इसे भी पढ़ें- योगी की इस योजना से बहुरने लगे हैं कुम्हारों के दिन

पहली ट्रायर में भट्ठी पूरी तरह से फ्लॉप हो गई
जितेंद्र प्रजाति का कहना है कि भठ्ठी कर्यदायी संस्था के जिम्मेदारों के कहने पर ट्रायल के लिए भट्टी लगाया. पहली ट्रायल में भट्ठी पूरी तरह से फ्लॉप हो गई है. मैने करीब दो लाख का कच्चा माल भठ्ठी में लगाया था. पूरा माल काला हो गाया. करीब 50% माल टूटफूट कर खराब हो गया. मेरा लाखों का नुकसान हुआ है. उच्च अधिकारियों को अवगत करा दिया गया है. कार्यदायी संस्थान ने मेरी क्षतिपूर्ति नहीं की तो कानूनी कार्रवाई करेंगे.

हुआ लाखों का नुकसान
औरंगाबाद प्रधान प्रतिनिधि राकेश कुमार प्रजाति का कहना है कि टेराकोटा औरंगाबाद और गुलरिहा में लगाई गई दोनों भठ्ठियों में जिस तरीके से माल पकाया गया, पूरी तरह से फ्लाप रहा. राजन प्रजापति के यहां लगी भठ्ठी का बाहर से लेपन कर उसमें आग लगाई गई, लेकिन उसमें जो माल डाला गया उसका 50% भ्रष्ट हो गया. पूरा माल काला होने से उनका लाखों का नुकसान हुआ है. कार्यदायी संस्था की नैतिक जिम्मेदारी बनती है कि आकर उसको देखें और नुकासान की भरपाई करें.

इसे भी पढ़ें- गोरखपुर: शौचालय विहीन है दस्तकारों का वर्कशॉप, स्वच्छता मिशन को दे रहा झटका

तब से भट्ठी वैसे ही बंद है
लक्ष्मी स्वंय सहायता समूह के अध्यक्ष लक्ष्मीचन्द्र प्रजाति का कहना है कि हमारे यहां जो आईटम बनता है, उसके लिए नहीं है. ट्रायल के रुप में अधिकारियों के सामने थोड़ा माल पकाया गया, बिल्कुल नहीं पका और सफल नहीं हुआ. तभ से हम लोगों ने उसमें माल पकाया ही नहीं, भट्ठी वैसे ही बंद पड़ी है.

फर्म उसकी भरपाई करेगा
इस संबंध खादी ग्राम उद्योग के अधिकारी मण्डल एनके मौर्या से फोन पर बात की गई तो उन्होंने कहा है कि जिस कार्यदायी संस्था द्वारा भठ्ठी की स्थापना कराई गई. उसके गैरमौजूदगी में अगर हमारा कोई कारीगर अपने समझ के आधार कोई कार्य करता है और उसकी क्वालिटी सही नहीं निकल पाई तो इसके लिए पंचायत बैठाई जाएगी. हमारे टेक्निकल अफसर देखेंगे कि कोई कमी है की नही है. सही है तो गारंटी लेकर बर्तन पकाएगें, उसमें कमी होगी तो फर्म उसकी भरपाई करेगा.

इसे भी पढ़ें- मुरादाबाद: कश्मीर में कारोबार के लिए तैयार हैं पीतल दस्तकार, सरकार से मदद की दरकार

Intro:विश्व विख्यात टेराकोटा गोरखपुर के औरंगाबाद और लगड़ी गुलरिहा में स्थापित की गई आधुनिक भठ्ठी ट्रायल फायरिंग में फ्लाप साबित हो रही है. जिससे एक शिल्पी का लाखों का नुकसान हुआ. दस्तकारों ने क्षतिपूर्ति के लिए कार्यदायी संस्था से मांग कर रहे है.

पिपराइच गोरखपुर: ओडीओपी में चयनित टेराकोटा औरंगाबाद के दस्तकारों को बढ़ावा देने के लिए माटी कला बोर्ड का गठन किया गया. बोर्ड द्वारा टूलकिड्स वितरण के तहत आधुनिक भठ्ठी इलेक्ट्रिक चाक पगमील आदि मुहैय्या कराया जा रहा है. इसी क्रम में औरंगाबाद और गुलरिहा में लाखों रुपया खर्च कर दो आधुनिक भठ्ठी स्थापित की गई. हस्त शिल्पियों का कहना है कि ट्रायल फायरिंग में आधुनिक भठ्ठी फ्लाप साबित हो रही है. उसमें पकाया गया लाखों रुपया का कच्चा माल खराब होने से कुम्हार को भारी नुकसान सामना करना पड़ा. दस्तकारों ने इसकी शिकायत जिला प्रशासन से करने के साथ क्षत्रि आपूर्ति की मांग की है. कार्यदायी संस्था द्वारा क्षतिपूर्ति न करने पर दस्तकार ने कानूनी कार्यवाही करने बात कही.Body:गोरखपुर का टेराकोटा औरंगाबाद विश्व विख्यात है. उनकी पुस्तैनीय कला को गति देने की मंशा पर योगी सरकार ने ओडीओपी योजना में शामिल किया. आजादी के बाद इस सरकार में माटी कला वोर्ड का गठन भी किया गया. योजना के अन्तर्गत भटहट ब्लाक क्षेत्र के ग्राम पंचायत औरंगाबाद व लगड़ी गुलरिहा में करीब ढाई लाख रुपया खर्च कर दोनो गांव एक एक आधुनिक भठ्ठी निर्मित कराया गया. दस्तकारों को योजनाओं का लाभ मिलने लगा तो उनके खुशियों का ठिकाना नही रहा. लेकिन एक झटके में उनकी मंशा पर पानी तब फिर गया जब पहली ट्रायल में आधुनिक भठ्ठी फ्लाप साबित हो गई. गुलरिहा स्थित राजन प्रजापति के वर्कशॉप पर निर्मित आधुनिक भठ्ठी में सोमवार को कच्ची मिट्टी से निर्मित कलाकृतियों को पकाने के लिए ट्रायाल के रुप में आग लगाई. मंगलवार को भठ्ठी खोलने पर दंग रह गया. दस्तकारों का कहना है कि ट्रायल फायरिंग में आधुनिक भठ्ठी पूरी तरह फ्लाप रही.

$औरंगाबाद में भठ्ठी का दो माह पहले हुई ट्रायल फायरिंग$
लक्ष्मी स्वंय सहायता समूह के अध्यक्ष लक्ष्मी चन्द्र प्रजापति, सचिव मोहन प्रजापति प्रधान प्रतिनिधि राकेश प्रजापति ने बताया कि टेराकोटा वर्कशॉप पर स्थापित आधुनिक भठ्ठी का ट्रायल फायरिंग दो माह पहले हुआ था. जिसमें पकाया गया माल पूरा काला हो गया. जिम्मेदारों ने यह कहते सही ठहराया कि माल क्षमता से कम पकाने पर ऐसा हुआ भरपूर माल पकाने पर भठ्ठी से बेहतर पकेगा और ईधन का भी बचत होगा.
Conclusion:क्या कहते है हस्त शिल्पी
------------------------------
जितेंद्र प्रजाति का कहना है कि भठ्ठी कर्यदाई संस्था के जिम्मेदारों के कहने पर ट्रायल के लिए भट्टी लगाया. पहली ट्रायर में भट्ठी जपूरी तरह से फ्लॉप हो गई है. मैने करीब दो लाख का कच्चा माल भठ्ठी में लगाया था. पूरा माल काला हो गाया. करीब 50% माल टूटफूट कर खराब हो गया मेरा लाखों का नुकसान हो गया. उच्च अधिकारियों से अवगत करा दिए है. कार्यदाई संस्थान ने मेरी क्षतिपूर्ति नही किता तो कानूनी कार्यवाही करेंगे.

औरंगाबाद प्रधान प्रतिनिधि राकेश कुमार प्रजाति का कहना है कि टेराकोटा औरंगाबाद और गुलरिहा में लगाई गई दोनो भठ्ठियों में जिस तरीके से माल पकाया गया पूरी तरह से फ्लाप रहा. कल राजन प्रजापंति के वहां लगी भठ्ठी का बाहर से लेपन कर उसमें माल डाल कर आग लगाई गई लेकिन उसमें जो माल डाला गया उसका 50% भ्रष्ट होगया. पूरा माल काला होने से उनका लाखों का नुकसान हुआ है. कार्यदायी संस्था की नैतिक जिम्मेदारी बनती है कि आकर उसको देखें और नुकासान की भरपाई करें.

लक्ष्मी स्वंय सहायता समूह के अध्यक्ष लक्ष्मीचन्द्र प्रजाति का कहना है कि हमारे वहां जो आईटम बनता है उसके लिए नहीं है. ट्रायल के रुप में अधिकारियों के सामने थोड़ा माल पकाया गया लेकिन सफल नही हुआ बिल्कुल पका नही. तभी से हम लोगों ने उसमें माल पकाया ही नही वैसे ही बंद पड़ी है.

मोहन प्रजाति का कहना है कि भठ्ठी बकवास है पहली ट्रायाल में हम लोगों ने थोड़ा माल पकाया लेकिन पका नही तब से आधुनिक भठ्ठी में किसी ने माल पकाया ही नहीं.

क्या कहते है जिम्मेदार
----------------------------
इस संबंध खादी ग्राम उद्योग के अधिकारी मण्डल एनके मौर्या से फोन पर बात की गई तो उन्होंने कहा है कि जिस कार्यदायी संस्था द्वारा भठ्ठी की स्थापना कराई गई उसके गैरमौजूदगी में अगर हमारा कोई कारीगर अपने समझ और सेटिंग्स के आधार कोई कार्य करत है तो उसमें उसकी क्वालिटी सही नही निकल पाई तो इसके लिए पंचायत तो होगी. फर्म वाला आयेगा हमारे टेक्निकल अफसर आयेगा उसको देखेगा कमी है की नही है. सही है तो फिर गारंटी लेकर बर्तन पकाएग उसमें कमी होगी तो फर्म उसकी भरपाई करेगा.


बाइट- जितेन्द्र प्रजाति (दस्तकार)
बाइट- राकेश प्रजापति(प्रधान प्रतिनिधि)

बाइट लक्ष्मी चन्द्र प्रजापति(लक्ष्मी स्वंय सहायता समूह अध्यक्ष)
बाइट-मोहन प्रजापति(शिल्पी)

रफिउल्लाह अन्सारी--8318103822
Etv भारत पिपराइच गोरखपुर
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.