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SP महासचिव इंद्रजीत सरोज ने कहा: कांशीराम के मिशन को पूरा नहीं कर पाईं मायावती - इंद्रजीत सरोज ने मायावती पर साधा निशाना

बहुजन समाजपार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और मायावती सरकार में चार बार मंत्री रहे इंद्रजीत सरोज अब समाजवादी पार्टी के हो गए हैं. ऐसे में अब वे अपने पूर्व नेता यानी मायावती पर ही हमले कर रहे हैं.

SP महासचिव इंद्रजीत सरोज
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Published : Nov 29, 2021, 5:42 PM IST

गोरखपुरः कभी बहुजन समाज पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रहे इंद्रजीत सरोज अब बीएसपी सुप्रीमो पर ही निशाना साधने में लगे हुए हैं. साधे भी क्यों नहीं अब वे समाजवादी पार्टी के जो हो गए हैं. वो मायावती सरकार में चार बार मंत्री थे. लेकिन अब अखिलेश यादव से हाथ मिलाकर सामाजवादी पार्टी का दामन थाम चुके हैं. गोरखपुर में एक दलित सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि उनके जैसे बीएसपी के 6 प्रदेश अध्यक्षों ने पार्टी को इसलिए छोड़ दिया क्योंकि मायावती कांशीराम के मिशन को पूरा करने में पूरी तरह से फेल साबित हुई हैं.

उन्होंने कहा कि बीएसपी के गठन और मायावती के बीएसपी में आने से पहले वो काशीराम के विचारों से प्रेरित होकर 1983 से संगठन के लिए काम कर रहे थे. इलाहाबाद विश्वविद्यालय में भी उसको आगे बढ़ा रहे थे. लेकिन मायावती ने न तो बीएसपी के मिशन को पूरा किया और न ही काशीराम के मिशन को पूरा कर पाईं. ऐसे में उस दल को छोड़ना उनकी मजबूरी बन गई थी. एसपी के साथ जुड़ने के सवाल पर उन्होंने कहा कि बीएसपी के विचारधारा के ये पार्टी करीब है. यही पार्टी संविधान की रक्षा और काशीराम के मिशन को पूरा कर सकती है.

कांशीराम के मिशन को पूरा नहीं कर पाईं मायावती

उन्होंने कहा कि मायावती की वजह से आज दलित हासिये पर है. उसकी कहीं कोई पूछ नहीं है. मायावती ने दलितों को अकेला छोड़ दिया है. उनके पार्टी में अब सतीश चंद्र मिश्रा और उनका भतीजा बचा है. जिनसे न तो बीएसपी का भला होने वाला है और न ही कांशीराम का मिशन पूरा होने वाला है. उन्होंने कहा कि आखिरकार बीएसपी के छह प्रदेश अध्यक्ष एसपी में शामिल हुए तो इसकी कोई बड़ी वजह निश्चित होगी. उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी में आए हुए सभी बीएसपी के पूर्व नेताओं का सम्मान और कद अखिलेश यादव ने बढ़ाया है. उन्हें जिम्मेदारी सौंपी है और सभी के संयुक्त प्रयास से प्रदेश में 2022 में बनने वाली सरकार में भी अखिलेश यादव बीएसपी नेताओं को सम्मान देंगे.

पूर्व मंत्री इन्द्रजीत सरोज ने कहा कि योगी-मोदी देश और प्रदेश में झूठ की राजनीति कर रहे हैं. किसान, नौजवान सभी को तबाह करके रख दिया है. अपराध पर नियंत्रण की बात पूरी तरह झूठी साबित हुई है. सीएम सिटी में पुलिस वाले ही व्यापारियों की हत्या कर रहे हैं. प्रयागराज भी आए दिन लूट, हत्या से दहल रहा है. सरोज ने कहा कि मुफ्त बिजली कनेक्शन के नाम पर गरीबों के झोंपड़ी से भी पैसा वसूलने का अभियान योगी-मोदी ने चला रखा है, जो अखिलेश यादव की सरकार बनने के बाद बंद हो जाएगा. इसके साथ ही व्यापारियों का उत्पीड़न भी नहीं होगा.

इसे भी पढ़ें- यूपी में नहीं गल पा रही 'आप' की दाल! पशोपेश में अखिलेश, एक ओर चाचा शिवपाल तो दूसरी ओर केजरीवाल

उन्होंने कहा कि जिस लोहिया आवास के तहत गरीबों को मकान बनाने के लिए 3 लाख 20 हजार रुपये अखिलेश की सरकार देती थी. वो योगी राज में 1 लाख 20 हजार रुपये हो गया है. सभी एम्बुलेंस और महिला सुरक्षा के साथ पुलिस पेट्रोलिंग की गाड़ियां अखिलेश यादव की देन है. योगी सरकार तो सिर्फ झूठ की राजनीति कर रही है. जिनके राज में उनके शहर का ही विकास समय से पूरा नहीं हो पाया है.

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गोरखपुरः कभी बहुजन समाज पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रहे इंद्रजीत सरोज अब बीएसपी सुप्रीमो पर ही निशाना साधने में लगे हुए हैं. साधे भी क्यों नहीं अब वे समाजवादी पार्टी के जो हो गए हैं. वो मायावती सरकार में चार बार मंत्री थे. लेकिन अब अखिलेश यादव से हाथ मिलाकर सामाजवादी पार्टी का दामन थाम चुके हैं. गोरखपुर में एक दलित सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि उनके जैसे बीएसपी के 6 प्रदेश अध्यक्षों ने पार्टी को इसलिए छोड़ दिया क्योंकि मायावती कांशीराम के मिशन को पूरा करने में पूरी तरह से फेल साबित हुई हैं.

उन्होंने कहा कि बीएसपी के गठन और मायावती के बीएसपी में आने से पहले वो काशीराम के विचारों से प्रेरित होकर 1983 से संगठन के लिए काम कर रहे थे. इलाहाबाद विश्वविद्यालय में भी उसको आगे बढ़ा रहे थे. लेकिन मायावती ने न तो बीएसपी के मिशन को पूरा किया और न ही काशीराम के मिशन को पूरा कर पाईं. ऐसे में उस दल को छोड़ना उनकी मजबूरी बन गई थी. एसपी के साथ जुड़ने के सवाल पर उन्होंने कहा कि बीएसपी के विचारधारा के ये पार्टी करीब है. यही पार्टी संविधान की रक्षा और काशीराम के मिशन को पूरा कर सकती है.

कांशीराम के मिशन को पूरा नहीं कर पाईं मायावती

उन्होंने कहा कि मायावती की वजह से आज दलित हासिये पर है. उसकी कहीं कोई पूछ नहीं है. मायावती ने दलितों को अकेला छोड़ दिया है. उनके पार्टी में अब सतीश चंद्र मिश्रा और उनका भतीजा बचा है. जिनसे न तो बीएसपी का भला होने वाला है और न ही कांशीराम का मिशन पूरा होने वाला है. उन्होंने कहा कि आखिरकार बीएसपी के छह प्रदेश अध्यक्ष एसपी में शामिल हुए तो इसकी कोई बड़ी वजह निश्चित होगी. उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी में आए हुए सभी बीएसपी के पूर्व नेताओं का सम्मान और कद अखिलेश यादव ने बढ़ाया है. उन्हें जिम्मेदारी सौंपी है और सभी के संयुक्त प्रयास से प्रदेश में 2022 में बनने वाली सरकार में भी अखिलेश यादव बीएसपी नेताओं को सम्मान देंगे.

पूर्व मंत्री इन्द्रजीत सरोज ने कहा कि योगी-मोदी देश और प्रदेश में झूठ की राजनीति कर रहे हैं. किसान, नौजवान सभी को तबाह करके रख दिया है. अपराध पर नियंत्रण की बात पूरी तरह झूठी साबित हुई है. सीएम सिटी में पुलिस वाले ही व्यापारियों की हत्या कर रहे हैं. प्रयागराज भी आए दिन लूट, हत्या से दहल रहा है. सरोज ने कहा कि मुफ्त बिजली कनेक्शन के नाम पर गरीबों के झोंपड़ी से भी पैसा वसूलने का अभियान योगी-मोदी ने चला रखा है, जो अखिलेश यादव की सरकार बनने के बाद बंद हो जाएगा. इसके साथ ही व्यापारियों का उत्पीड़न भी नहीं होगा.

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उन्होंने कहा कि जिस लोहिया आवास के तहत गरीबों को मकान बनाने के लिए 3 लाख 20 हजार रुपये अखिलेश की सरकार देती थी. वो योगी राज में 1 लाख 20 हजार रुपये हो गया है. सभी एम्बुलेंस और महिला सुरक्षा के साथ पुलिस पेट्रोलिंग की गाड़ियां अखिलेश यादव की देन है. योगी सरकार तो सिर्फ झूठ की राजनीति कर रही है. जिनके राज में उनके शहर का ही विकास समय से पूरा नहीं हो पाया है.

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