गोरखपुर: शनिवार को जिलाधिकारी कार्यालय परिसर से सातवीं आर्थिक गणना का शुभारंभ किया गया. यह गणना पूर्ण रूप से पेपरलेस होगी और इसकी गोपनीयता भी बरकरार रखी जाएगी. सातवीं आर्थिक गणना कुल 2,639 प्रगणक और 556 पर्यवेक्षक मोबाइल ऐप के माध्यम से करेंगे. गणना की जिम्मेदारी जिला अर्थ एवं सांख्यिकी विभाग एवं कॉमन सर्विस सेंटर की होगी.
सातवीं आर्थिक गणना का हुआ शुभारंभ
सीएम योगी ने 26 दिसंबर को सातवीं आर्थिक गणना का शुभारंभ किया था. इसी कड़ी में गोरखपुर जिलाधिकारी कार्यालय परिसर में भी गणना का शुभारंभ किया गया. इस मौके पर जिला अर्थ एवं सांख्यिकी सदस्य सचिव, आर्थिक गणना गोरखपुर चंद्रशेखर प्रसाद, कॉमन सर्विस सेंटर के डिस्ट्रिक्ट मैनेजर विकास कुमार सहित बड़ी संख्या में पर्यवेक्षक मौजूद रहे.
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मोबाइल एप्लीकेशन के माध्यम से होगी आर्थिक गणना
इस संबंध में कॉमन सर्विस सेंटर के डिस्ट्रिक्ट मैनेजर विकास कुमार ने बताया कि यह सातवीं आर्थिक गणना है, इस गणना में हर घर का सर्वे करना है और आर्थिक गतिविधियों का पता लगाकर मोबाइल एप्लीकेशन में फीड करना है. अभी तक 6 आर्थिक गणना हो चुकी हैं. यह सातवीं आर्थिक गणना होने जा रही है.
गोपनीय रखे जाएंगे डाटा
सातवीं आर्थिक गणना पहली बार पेपरलेस हो रही है. कॉमन सर्विस सेंटर के संचालक सुपरवाइजर की भूमिका में है और अपने अंडर में एलिमिनेटर को रख कर के घर-घर जाकर के सर्वे का काम करेंगे.आर्थिक गणना का उद्देश्य है कि जो डाटा कलेक्ट किए जाएंगे, वह पूर्ण तरीके से गोपनीय होगी और इस डाटा के माध्यम से भारत सरकार अपनी नीतियां और योजनाओं को आमजन के लिए बना सकेगी.
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