ETV Bharat / state

गोरखपुर: 7वीं आर्थिक गणना का शुभारंभ, गणना के आधार पर सरकार तय करेगी नीतियां

उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में शनिवार को सातवीं आर्थिक गणना का शुभारंभ किया गया. पेपरलेस हो रही यह गणना पूर्ण तरीके से मोबाइल ऐप के जरिए होगी. इस गणना के माध्यम से प्राप्त डाटा के आधार पर सरकार आमजन के लिए नीतियां तय करेगी.

etv bharat
डीएम कार्यालय परिसर में आर्थिक गणना का हुआ शुभारंभ
author img

By

Published : Jan 5, 2020, 9:48 AM IST

गोरखपुर: शनिवार को जिलाधिकारी कार्यालय परिसर से सातवीं आर्थिक गणना का शुभारंभ किया गया. यह गणना पूर्ण रूप से पेपरलेस होगी और इसकी गोपनीयता भी बरकरार रखी जाएगी. सातवीं आर्थिक गणना कुल 2,639 प्रगणक और 556 पर्यवेक्षक मोबाइल ऐप के माध्यम से करेंगे. गणना की जिम्मेदारी जिला अर्थ एवं सांख्यिकी विभाग एवं कॉमन सर्विस सेंटर की होगी.

डीएम कार्यालय परिसर में आर्थिक गणना का हुआ शुभारंभ.

सातवीं आर्थिक गणना का हुआ शुभारंभ
सीएम योगी ने 26 दिसंबर को सातवीं आर्थिक गणना का शुभारंभ किया था. इसी कड़ी में गोरखपुर जिलाधिकारी कार्यालय परिसर में भी गणना का शुभारंभ किया गया. इस मौके पर जिला अर्थ एवं सांख्यिकी सदस्य सचिव, आर्थिक गणना गोरखपुर चंद्रशेखर प्रसाद, कॉमन सर्विस सेंटर के डिस्ट्रिक्ट मैनेजर विकास कुमार सहित बड़ी संख्या में पर्यवेक्षक मौजूद रहे.

इसे भी पढ़ें:- गोरखपुर: शार्ट फिल्म के माध्यम से शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों को किया गया जागरूक

मोबाइल एप्लीकेशन के माध्यम से होगी आर्थिक गणना
इस संबंध में कॉमन सर्विस सेंटर के डिस्ट्रिक्ट मैनेजर विकास कुमार ने बताया कि यह सातवीं आर्थिक गणना है, इस गणना में हर घर का सर्वे करना है और आर्थिक गतिविधियों का पता लगाकर मोबाइल एप्लीकेशन में फीड करना है. अभी तक 6 आर्थिक गणना हो चुकी हैं. यह सातवीं आर्थिक गणना होने जा रही है.

गोपनीय रखे जाएंगे डाटा
सातवीं आर्थिक गणना पहली बार पेपरलेस हो रही है. कॉमन सर्विस सेंटर के संचालक सुपरवाइजर की भूमिका में है और अपने अंडर में एलिमिनेटर को रख कर के घर-घर जाकर के सर्वे का काम करेंगे.आर्थिक गणना का उद्देश्य है कि जो डाटा कलेक्ट किए जाएंगे, वह पूर्ण तरीके से गोपनीय होगी और इस डाटा के माध्यम से भारत सरकार अपनी नीतियां और योजनाओं को आमजन के लिए बना सकेगी.

इसे भी पढ़ें:-नागरिकता कानून को समझाने घर-घर जाएंगे सीएम योगी, गोरखपुर से करेंगे शुरुआत

गोरखपुर: शनिवार को जिलाधिकारी कार्यालय परिसर से सातवीं आर्थिक गणना का शुभारंभ किया गया. यह गणना पूर्ण रूप से पेपरलेस होगी और इसकी गोपनीयता भी बरकरार रखी जाएगी. सातवीं आर्थिक गणना कुल 2,639 प्रगणक और 556 पर्यवेक्षक मोबाइल ऐप के माध्यम से करेंगे. गणना की जिम्मेदारी जिला अर्थ एवं सांख्यिकी विभाग एवं कॉमन सर्विस सेंटर की होगी.

डीएम कार्यालय परिसर में आर्थिक गणना का हुआ शुभारंभ.

सातवीं आर्थिक गणना का हुआ शुभारंभ
सीएम योगी ने 26 दिसंबर को सातवीं आर्थिक गणना का शुभारंभ किया था. इसी कड़ी में गोरखपुर जिलाधिकारी कार्यालय परिसर में भी गणना का शुभारंभ किया गया. इस मौके पर जिला अर्थ एवं सांख्यिकी सदस्य सचिव, आर्थिक गणना गोरखपुर चंद्रशेखर प्रसाद, कॉमन सर्विस सेंटर के डिस्ट्रिक्ट मैनेजर विकास कुमार सहित बड़ी संख्या में पर्यवेक्षक मौजूद रहे.

इसे भी पढ़ें:- गोरखपुर: शार्ट फिल्म के माध्यम से शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों को किया गया जागरूक

मोबाइल एप्लीकेशन के माध्यम से होगी आर्थिक गणना
इस संबंध में कॉमन सर्विस सेंटर के डिस्ट्रिक्ट मैनेजर विकास कुमार ने बताया कि यह सातवीं आर्थिक गणना है, इस गणना में हर घर का सर्वे करना है और आर्थिक गतिविधियों का पता लगाकर मोबाइल एप्लीकेशन में फीड करना है. अभी तक 6 आर्थिक गणना हो चुकी हैं. यह सातवीं आर्थिक गणना होने जा रही है.

गोपनीय रखे जाएंगे डाटा
सातवीं आर्थिक गणना पहली बार पेपरलेस हो रही है. कॉमन सर्विस सेंटर के संचालक सुपरवाइजर की भूमिका में है और अपने अंडर में एलिमिनेटर को रख कर के घर-घर जाकर के सर्वे का काम करेंगे.आर्थिक गणना का उद्देश्य है कि जो डाटा कलेक्ट किए जाएंगे, वह पूर्ण तरीके से गोपनीय होगी और इस डाटा के माध्यम से भारत सरकार अपनी नीतियां और योजनाओं को आमजन के लिए बना सकेगी.

इसे भी पढ़ें:-नागरिकता कानून को समझाने घर-घर जाएंगे सीएम योगी, गोरखपुर से करेंगे शुरुआत

Intro:गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सातवीं आर्थिक गणना का शुभारंभ 26 दिसंबर को लखनऊ में किया था, प्रदेश के सभी जनपद मुख्यालयों पर इस सातवीं आर्थिक गणना का शुभारंभ किया जाना है। इसी क्रम में आज गोरखपुर के जिलाधिकारी कार्यालय परिसर से इस सातवीं आर्थिक गणना 2019 का शुभारंभ किया गया। इस गणना का कार्य 2639 प्रगणकों तथा 556 पर्यवेक्षकों द्वारा मोबाइल ऐप के माध्यम से किया जाएगा। यह गणना पूर्ण रूप से पेपरलेस होगी, वहीं इसकी गोपनीयता भी बरकरार रखी जाएगी। इस गणना की जिम्मेदारी जिला अर्थ एवं सांख्यिकी विभाग एवं कॉमन सर्विस सेंटर की होगी।

इस मौके पर जिला अर्थ एवं सांख्यिकी सदस्य सचिव आर्थिक गणना गोरखपुर चंद्रशेखर प्रसाद, कॉमन सर्विस सेंटर के डिस्टिक मैनेजर विकास कुमार एवं अंशुल यादव तथा जिला समन्वयक विनीत श्रीवास्तव सहित बड़ी संख्या में पर्यवेक्षक मौजूद रहे।




Body:इस संबंध में कॉमन सर्विस सेंटर के डिस्ट्रिक्ट मैनेजर विकास कुमार ने बताया कि यह सातवीं आर्थिक गणना है, इस गणना में हर घर का सर्वे करना है और आर्थिक गतिविधियों का पता लगाकर के मोबाइल एप्लीकेशन में फीड करना है। अभी तक 6 आर्थिक गणना हो चुकी है, यह सातवीं आर्थिक गणना होने जा रही है। सातवीं आर्थिक गणना पहली बार पेपरलेस हो रही है, मोबाइल एप्लीकेशन के माध्यम से इस गणना को किया जाएगा और यह कॉमन सर्विस सेंटर के द्वारा किया जाना है। इसमें कॉमन सर्विस सेंटर के संचालक सुपरवाइजर की भूमिका में है और अपने अंडर में एलिमिनेटर को रख कर के घर घर जाकर के सर्वे का काम करेंगे। मोबाइल एप्लीकेशन से डाटा फीड करेंगे साथ ही आर्थिक गणना का उद्देश्य है कि जो डाटा कलेक्ट किए जाएगी। वह पूर्ण तरीके से गोपनीय होगी और इस डाटा के माध्यम से भारत सरकार अपनी नीतियां व योजनाओं को आमजन के लिए बना सकेगी।

बाइट विकास कुमार डिस्ट्रिक्ट मैनेजर कॉमन सर्विस सेंटर



निखिलेश प्रताप
गोरखपुर
9453623738



Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.