गोरखपुरः समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) की सरकार में मंत्री रहे ओमप्रकाश सिंह (Om Prakash Singh) ने सोमवार को योगी सरकार पर जमकर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि यह सरकार राजनीतिक द्वेष में कार्य कर रही है. जिनके ऊपर एक भी मुकदमा इस सरकार से पहले दर्ज नहीं थे. ऐसे सम्मानित और खानदानी लोगों को भू माफिया और अपराधी बनाकर गैंगस्टर की कार्रवाई के तहत उनकी चल अचल संपत्ति को जप्त कर रही है. सरकार ऐसे लोगों पर आपराधिक मामला दर्ज कर उन्हें प्रताड़ित कर रही है. गोरखपुर प्रेस क्लब (Gorakhpur Press Club) में मीडियाकर्मियों से बातचीत कर जिले में घटी कई घटनाओं की रिपोर्ट संकलित करने तथा अपने 3 सदस्यीय टीम के साथ पहुंचे थे. जिन्हें पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने भेजा था.
सोमवार को पूर्व मंत्री ओमप्रकाश सिंह ने कहा कि यह सरकार, सरकार के रूप में नहीं बल्कि एक गिरोह के रूप में काम कर रही है. सरकार अपने विरोधियों का उसमें भी खासकर समाजवादी पार्टी से जुड़े हुए लोगों को अपने निशाने पर ले रही है. यादव जाति की तो यह सरकार शत्रु बन गई है. उन्होंने कहा कि गोरखपुर जिले में अपराधी हत्या करने से पहले हत्या करने की नियत बयां करते हैं. उसका वीडियो वायरल होता है. जिसकी हत्या करने की बात की जाती है. उसकी हत्या भी वह कर देते हैं. फिर भी पुलिस ऐसे लोगों के खिलाफ कुछ नहीं करती. उन्होंने कहा कि खानदानी समाजवादी और जमीन जायदाद से मजबूत जवाहर यादव को ब्लाक प्रमुख के एक चुनाव से दूर करने में सफल हुई योगी सरकार अब उन्हें गैंगस्टर का अपराधी बनाकर उनकी पूरी संपत्ति को जब्त करने में जुट गई है. उनके बेटों को भी फर्जी मुकदमों में फंसा रही है. जिनके खिलाफ इससे पहले 151 जैसी धाराओं में भी मुकदमा पंजीकृत नहीं थे. पूर्व मंत्री ने कहा कि जवाहर यादव (Jawahar Yadav) मौजूदा समय में गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं. वह अस्पताल में इलाज करा रहे हैं. ऐसे में योगी की पुलिस और कानून व्यवस्था ऐसे लोगों को जमींदोज करने पर तुली है. विधायक ओम प्रकाश ने कहा कि समाजवादी पार्टी के लोग इस उत्पीड़न को बर्दाश्त नहीं करेंगे. वह जो रिपोर्ट तैयार करके ले जा रहे हैं. उससे राष्ट्रीय अध्यक्ष को अवगत कराएंगे. उनका जैसा निर्देश प्राप्त होगा. उसके अनुकूल सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद की जाएगी.
पूर्व मंत्री ओमप्रकाश सिंह (Former Minister Om Prakash Singh) ने कहा कि छात्र संघ चुनाव को यह सरकार होने नहीं देती. जो राजनीति की एक पाठशाला है. उनके जैसा नेता भी बीएचयू जैसे संस्थान से निकला है. क्षेत्र की जनता ने उन्हें विधायक और सरकार में मंत्री बनने का अवसर दिया है. यह सरकार भ्रष्टाचारियों को संरक्षण दे रही है. उन्होंने कहा कि भ्रष्ट कुलपतियों के कार्यालय में ताला बंद नहीं होता. लेकिन आंदोलन करने वाले छात्र नेताओं को जरूर बर्खास्त कर दिया जाता है. उन्होंने सरकार की ऐसी नीतियों के खिलाफ आवाज बुलंद करने में मीडिया से भी सहयोग की अपील किया. उन्होंने कहा कि, लोकतंत्र को बचाने में चौथे स्तंभ की भूमिका महत्वपूर्ण होती है. सच्चाई का साथ मीडिया खुलकर दे नहीं तो लोकतंत्र खतरे में पड़ जाएगा.
उन्होंने योगी सरकार की पर्यटन नीति (Yogi government tourism policy) पर भी जमकर हमला बोला और कहा कि, इसके तहत सरकार भ्रष्टाचार करने में सफल हो रही है. उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में सारी चीजें इंटरनेट मीडिया के माध्यम से पारदर्शी रूप से दिखती हैं. योगी सरकार बताए आखिर उसके लोक निर्माण विभाग के 18 हजार करोड़ के बजट में अभी तक विभिन्न पुलों के निर्माण के लिए 2 हजार करोड़ रुपये की भी धनराशि क्यों नहीं जारी हो पाई. यह सरकार कहती कुछ और करती कुछ और है. जिसका नतीजा है कि समाज में गैंगस्टर जैसे एक्ट और अन्य कानूनों का दुरुपयोग करके सरकार लोगों में भय पैदा कर रही है. ओमप्रकाश सिंह के साथ अंबेडकर नगर से विधायक और पूर्व मंत्री राममूर्ति वर्मा (former minister ramamurthy verma) और संग्राम सिंह यादव बलिया के फेफाना विधानसभा सीट से विधायक प्रतिनिधिमंडल में शामिल थे. यह लोग जवाहर यादव समेत अन्य पीड़ितों के घर जाकर उनका हालचाल जानने की कोशिश की है.
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