गोरखपुर: महापौर सीताराम जायसवाल की अध्यक्षता में नगर निगम सदन की 15वीं बैठक बुधवार को एनेक्सी भवन तारामंडल में सात एजेंडे के साथ शुरू हुई. महापौर ने बैठक में उच्च सदन के सदस्य सांसद जयप्रकाश निषाद को बतौर मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया था. मुख्य अतिथि ने सभी पार्षदों से परिचय प्राप्त कर उनके द्वारा विभिन्न समस्याओं से रूबरू होते हुए गंभीर समस्याओं को उच्च सदन में उठाने का आश्वासन दिया. वहीं राज्यसभा सांसद जयप्रकाश निषाद ने कहा कि सदन में विपक्ष का काम होता है, आइना दिखाना और पक्ष का काम होता है उस आईने को देखते हुए अपने कार्यों को सुचारू और शुद्ध रूप से संपन्न करना.
सदन की बैठक में मुख्य रूप से नगर निगम गोरखपुर के विज्ञापन पर अनुज्ञा शुल्क का निर्धारण एवं वसूली के संबंध में कार्यकारिणी समिति द्वारा लिए गए निर्णय के क्रम में यह प्रस्ताव पारित किया गया कि गोरखपुर बी श्रेणी का शहर है. इसलिए प्रस्तावित अनुज्ञा शुल्क लखनऊ शहर के तर्ज पर प्रस्तावित न करते हुए बी श्रेणी के अनुसार विज्ञापन पर अनुज्ञा शुल्क एवं निर्धारण के लिए प्रस्तावित उपविधि 20 के अनुसार निविदा आमंत्रित की जाएगी. जिन क्षेत्रों की निविदा तीन बार विज्ञापन निकालने के बाद भी प्राप्त नहीं होगी. उस क्षेत्र में अनुज्ञा शुल्क कर निर्धारण एवं वसूली के लिए महापौर और नगर आयुक्त दरें कम कर प्रस्ताव पर विचार कर खुद निर्णय लिया जाएगा. साथ ही नगर निगम गोरखपुर ने प्लास्टिक एवं अन्य जीव नाशिक कूड़ा कचरा विनियमन के आधार पर कार्रवाई किए जाने की स्वीकृति प्रदान की. सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट की स्थापना के लिए भूमि खरीद किए जाने के संबंध में विचार विमर्श के बाद प्रस्ताव पारित किया गया. वहीं राजघाट में निर्मित शवदाह गृह के संचालन और अनुरक्षण के संबंध में महापौर ने पूर्व में कार्यकारिणी की स्वीकृति का अनुमोदन किया.
वहीं महापौर सीताराम जायसवाल ने कहा कि सदन की 15वीं बैठक में चर्चा करते हुए कई एजेंडे को स्वीकृति दी गई है. गोरखपुर नगर निगम की आय बढ़ाने के लिए विज्ञापन कर लगाया जाएगा. बी श्रेणी के अनुसार महानगर में विभिन्न विज्ञापनों पर शुल्क लगाया जाएगा. साथ ही महानगर के चौमुखी विकास के लिए योजनाएं तैयार की जा रही हैं.