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गोरखपुर महोत्सव में राजू श्रीवास्तव ने किया लोटपोट, खादी को शादी तक पहुंचाने की कोशिश - डिजाइनर रूना बनर्जी

कड़कड़ाती ठंड के बीच सीएम सिटी में चल रहा तीन दिवसीय गोरखपुर महोत्‍सव का रविवार दूसरा दिन रहा. इस दौरान हास्य कलाकार राजू श्रीवास्तव के हंसगुल्ले और मॉडल्‍स के रैंप वॉक ने लोगों के मन मोह लिए.

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Published : Jan 13, 2020, 10:52 AM IST

गोरखपुरः रविवार को महोत्‍सव में खादी फैशन शो का आयोजन किया गया. प्रसिद्ध ड्रेस डिजाइनर रूना बनर्जी द्वारा बनाए गए कपड़े पहन कर जब 16 मॉडल रैंप पर उतरे तो उन्हें देख लोग मंत्रमुग्ध हो गए. वहीं राजू श्रीवास्तव की कॉमेडी ने लोगों को लोटपोट कर दिया. गोरखपुर महोत्सव में लगी यह महफिल रात 11.30 बजे समाप्त हुई.

गोरखपुर महोत्सव.

खादी पहनकर हुआ रैंप वॉक
खादी से भी डिजाइनर कपड़े बनाए जा सकते हैं. इस मैसेज को लोगों तक पहुंचाने के लिए रैंप वॉक का आयोजन किया गया. वंदे मारतरम और रघुपति राघव राजा राम की गूंज पर रविवार की रात गोरखपुर महोत्सव के रैंप पर उतरे 16 मॉडलों को देख लोग मंत्रमुग्ध हो गए. मशहूर डिजाइनर असमा हुसैन, डिजाइनर रुना बैनर्जी और रुपिका रस्तोगी गुप्ता द्वारा इन खादी कपड़ों को डिजाइन किया गया था.

यह भी पढे़ंः-गोरखपुर महोत्सव में भरत शर्मा व्यास के गीतों पर जमकर झूमे श्रोता

खादी को शादी तक पहुंचाने का अह्वान
इस दौरान खादी को शादी तक पहुंचाने के लिए गोरखपुर के लोगों से आह्वान किया गया. ये खादी फैबरिक गांव की महिलाओं ने तैयार की है. इसके जरिए उन्‍हें रोजगार से जोड़ने की कोशिश की गई है. इसके अलावा फैशन मॉडल्‍स ने भी रैंप पर खादी से बने वस्‍त्रों को पहनकर कैटवॉक किया. खादी सिर्फ वस्त्र नहीं बल्कि एक विचार है. स्वदेशी, आजादी और स्वराज का प्रतिनिधि प्रतीक है. इस वस्त्र ने देश को गौरवांवित किया है. महोत्सव के मंच पर इस गौरव को प्रतिष्ठित कर स्वरोजगार, समृद्धि के नए मार्ग खोलने के लिए खादी के बने वस्त्रों को स्टाइल स्टेटमेंट के रूप में प्रतिष्ठित किया गया.

गोरखपुरः रविवार को महोत्‍सव में खादी फैशन शो का आयोजन किया गया. प्रसिद्ध ड्रेस डिजाइनर रूना बनर्जी द्वारा बनाए गए कपड़े पहन कर जब 16 मॉडल रैंप पर उतरे तो उन्हें देख लोग मंत्रमुग्ध हो गए. वहीं राजू श्रीवास्तव की कॉमेडी ने लोगों को लोटपोट कर दिया. गोरखपुर महोत्सव में लगी यह महफिल रात 11.30 बजे समाप्त हुई.

गोरखपुर महोत्सव.

खादी पहनकर हुआ रैंप वॉक
खादी से भी डिजाइनर कपड़े बनाए जा सकते हैं. इस मैसेज को लोगों तक पहुंचाने के लिए रैंप वॉक का आयोजन किया गया. वंदे मारतरम और रघुपति राघव राजा राम की गूंज पर रविवार की रात गोरखपुर महोत्सव के रैंप पर उतरे 16 मॉडलों को देख लोग मंत्रमुग्ध हो गए. मशहूर डिजाइनर असमा हुसैन, डिजाइनर रुना बैनर्जी और रुपिका रस्तोगी गुप्ता द्वारा इन खादी कपड़ों को डिजाइन किया गया था.

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खादी को शादी तक पहुंचाने का अह्वान
इस दौरान खादी को शादी तक पहुंचाने के लिए गोरखपुर के लोगों से आह्वान किया गया. ये खादी फैबरिक गांव की महिलाओं ने तैयार की है. इसके जरिए उन्‍हें रोजगार से जोड़ने की कोशिश की गई है. इसके अलावा फैशन मॉडल्‍स ने भी रैंप पर खादी से बने वस्‍त्रों को पहनकर कैटवॉक किया. खादी सिर्फ वस्त्र नहीं बल्कि एक विचार है. स्वदेशी, आजादी और स्वराज का प्रतिनिधि प्रतीक है. इस वस्त्र ने देश को गौरवांवित किया है. महोत्सव के मंच पर इस गौरव को प्रतिष्ठित कर स्वरोजगार, समृद्धि के नए मार्ग खोलने के लिए खादी के बने वस्त्रों को स्टाइल स्टेटमेंट के रूप में प्रतिष्ठित किया गया.

Intro:रखपुरः कड़कड़ाती ठंड के बीच सीएम सिटी में चल रहा तीन दिवसीय गोरखपुर महोत्‍सव अपने आगाज से अंजाम की ओर बढ़ रहा है. महोत्‍सव के दूसरे दिन शाम की सर्द सुर्खियों की कालिमा के बीच फैशन के साथ आगे बढ़ती रही. वहीं रात की कालिमा के गहराते-गहराते गजोधर भइया यानी राजू श्रीवास्‍तव के हंसगुल्‍लों के बीच लोग लोटपोट होते हुए हंसते हुए देर रात 11.30 बजे घर को रवाना हुए. इस बीच दिव्‍यांग बच्‍चों की प्रस्‍तुति और देश के प्रख्‍यात फैशन डिजायनरों द्वारा तैयार किए गए परिधान पर मॉडल्‍स से शानदार प्रस्‍तुति ने मन मोह लिया.



Body:इस दौरान गोरखपुर महोत्‍सव में खादी फैशन शो का आयोजन किया गया. खादी के बने कपड़ों को प्रमोट करने के लिए प्रसिद्ध ड्रेस डिजायनर रूना बनर्जी द्वारा उतरे तो सभी देखते रह गए. खादी से भी डिजाइनर कपड़े बनाए जा सकते हैं. इस मैसेज को लोगों तक पहुंचाने के लिए इसका आयोजन किया गया. वंदे मारतरम और रघुपति राघव राजा राम की गूंज पर रविवार की रात गोरखपुर महोत्सव के रैंप पर उतरे 16 मॉडलों को देख लोग मंत्रमुग्ध हो गए.

मशहूर डिजाइनर असमा हुसैन, डिजाइनर रुना बैनर्जी और रुपिका रस्तोगी गुप्ता द्वारा डिजाइन किए हाथों से बने खादी के एक से बढ़ कर एक वस्त्र पहन रैप कर कैटवॉक के लिए उतरे सभी ने तालिया बजाकर उनका स्वागत किया. फैशन शो की शो स्टॉपर में मिस इंडिया डिम्पल पटेल रहीं. इस रैम्‍पवॉक की खासियत यह थी कि मूक बधिर बच्‍चों और युवतियों ने भी इसमें भाग लिया और खादी के डिजायनर ड्रेस पहनकर बेहद आत्‍मविश्‍वास के साथ वे मंच पर आ गए. मशहूर फैशन डिजायनर रूना बनर्जी और आसमां हुसैन की खादी फैबरिक ने खादी को शादी तक पहुंचा दिया है. वहीं इस फैशन शो में हमजा ने योगी का रोल प्‍ले किया. दुबई से आए तनौरा डांसर ने भी अपने नृत्‍य से खूब तालियां बटोरीं. अभिषेक मलहोत्रा और देश के जाने-मानें उद्घोषक पल्‍लव घोष ने अपनी दमदार आवाज से दर्शकों को बांधे रखा.

इस दौरान खादी को शादी तक पहुंचाने का गोरखपुर के लोगों से आह्वान किया गया. ये खादी फैबरिक गांव की महिलाओं ने तैयार की है. इसके जरिए उन्‍हें रोजगार से जोड़ने की कोशिश की गई है. इसके अलावा फैशन मॉडल्‍स ने भी रैंप पर खादी से बने वस्‍त्रों को पहनकर कैटवॉक किया. खादी सिर्फ वस्त्र नहीं बल्कि एक विचार है. स्वदेशी, आजादी और स्वराज का प्रतिनिधि प्रतीक है. इस वस्त्र ने देश को गौरवांवित किया है. महोत्सव के मंच पर इस गौरव को प्रतिष्ठित कर स्वरोजगार, समृद्धि के नए मार्ग खोलने के लिए खादी के बने वस्त्रों को स्टाइल स्टेटमेंट के रूप में प्रतिष्ठित किया गया.

टॉप 16 प्रोफेशनल्स फेमिना मॉडल्स ने रैंप वॉक किया. फैशन शो में शो स्टॉपर डिम्पल पटेल के अलावा रैंप पर सोनाली कपूर, दिव्या ममगई, लवली सिंह, जारा शेख, अदिति शर्मा, मोनिका स्वामी, गुंजन हाडा, प्रियंका खत्री, अंजली खंडवाल, ईशा जामालता, उदिता तंवर मॉडल के रूप में शामिल रहीं. साहिल, अमन चादना, शुभम मलहोत्रा पुरुष मॉडल के तौर पर हिस्सा लिए. रुपिका रस्तोगी गुप्ता के खादी के एथनिक डिजाइनर कपड़ों को भी सराहना मिली. लखनऊ चिकनकारी को डिजाइनर रुना बैनर्जी ने नए कलेवर में प्रस्तुत किया. उनके डिजाइन किए गए खादी के 16 वस्त्र पहन कर मॉडल रैंप पर आए तो दर्शक दंग रह गए.

अंगरखा, लहंगा, वेस्टर्न ट्राऊजर, स्कर्ट के हल्के रंग के साथ चिकनकारी का प्रयोग कमाल का था. फैशन डिजाइनर असमा हुसैन के शादी इन खादी सिक्वेंस ने दूल्हा-दुल्हन के खादी के बने पोशाक को पेश कर सभी को मंत्रभुग्ध कर दिया. दर्शक एकटक अस्मा के डिजाइन किए खादी के कपड़ों में रैंप पर डोली, बैंड और गाजे-बाजे के गूंज के बीच जामदानी, जरदोजी, ब्राकेट, तनछुई, जैसे पारम्परिक लहंगा-चोली, कुर्ता-पैजामा, शरारा, गरारा को पहन कर रैंप पर उतरे. लोगों ने खड़े होकर उनका स्वागत किया.Conclusion:
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