गोरखपुरः क्षेत्रीय प्रबंधक कार्यालय पर सोमवार को सैकड़ों संविदा रोडवेज परिचालकों ने प्रदर्शन किया. इस दौरान परिचालकों ने कार्यालय के मेन गेट में ताला लगा दिया और क्षेत्रीय प्रबंधक को ज्ञापन सौंपा. परिचालकों ने कहा कि समीक्षा के नाम पर परिचालकों का अत्यधिक उत्पीड़न हो रहा है. कार्य से लौटने के उपरांत समीक्षा के लिए घंटों इंतजार और धन उगाही की जा रही है. प्रत्येक डिपो की बसें कार्य न होने के कारण खड़ी रहती हैं.
परिचालकों ने आरोप लगाया कि कोरोना के टाइम से वेतन में कटौती हो रही है. निर्धारित मानक पूरा होने के बाद भी प्रोत्साहन भत्ता काट लिया जा रहा है. कोविड काल में घोषित 300 रुपये भत्ता का भुगतान अभी तक नहीं हुआ. विगत 2 माह से किसी वाहन को सैनिटाइज नहीं किया गया और न ही किसी यात्री का टेंपरेचर नापा जा रहा है.
इससे साफ जाहिर होता है कि वाहनों को सैनिटाइज करने का पैसा और यात्रियों की सुरक्षा में खर्च होने वाले पैसे में भारी बंदरबांट किया गया है. जिस तरह से इस वैश्विक महामारी में इस तरह की लापरवाही क्षेत्रीय प्रबंधक द्वारा की जा रही है उससे यात्रियों और परिचालकों के जानमाल को खतरा हो सकता है. परिचालकों ने कहा कि अगर इस धरना प्रदर्शन और तालाबंदी के बाद भी क्षेत्रीय प्रबंधक द्वारा अपने कार्यों में सुधार नहीं लाया तो आने वाली 19 तारीख की रात से हम लोग कार्य बहिष्कार कर धरने पर बैठने को मजबूर होंगे.
प्रदर्शनकारी संविदा परिचालकों ने कहा कि, हम मुख्यमंत्री जी से भी मांग करते हैं कि इन सब मामलों को संज्ञान में लेते हुए ऐसे भ्रष्ट अधिकारी पर कार्रवाई करें, ताकि पैसे के बंदरबांट रोकने के साथ-साथ लोगों की जान-माल की हिफाजत हो सके. संविदा परिचालक संघ अध्यक्ष संजय सिंह ने कहा कि अगर हमारी मांगे नहीं मानी गई तो 20 तारीख से कार्य बहिष्कार करेंगे और अपना इस्तीफा सौंपेंगे.