गोरखपुर : गोरखपुर से अयोध्या रवाना होने से पहले गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भटहट ब्लॉक के पिपरी में आयुष विश्वविद्यालय के निर्माण स्थल का निरीक्षण किया और अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए. इस दौरान सीएम ने शिलान्यास समारोह को लेकर तैयार रोड मैप का दूरबीन से गहन मुआयना किया. उन्होंने कहा कि गोरखपुर में बनने जा रहे प्रदेश के पहले आयुष विश्वविद्यालय का 28 अगस्त को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद शिलान्यास करेंगे. शिलान्यास समारोह भव्य होगा और इसके लिए तैयारियों में कोई कमी नहीं होनी चाहिए.
गोरखपुर के भटहट ब्लॉक के पिपरी और तरकुलहा 52 एकड़ भूमि पर बनने जा रहे राज्य के पहले आयुष विश्वविद्यालय में एक ही परिसर में आयुर्वेदिक, यूनानी, सिद्धा, होम्योपैथी और योग चिकित्सा की पढ़ाई और उस पर शोध कार्य होगा. इन विधाओं से यहां चिकित्सा भी सुलभ होगी. योग सहित प्राकृतिक और परंपरागत चिकित्सा पद्धतियों को प्रोत्साहित करने में लगी योगी सरकार का यह बड़ा कदम है. प्रदेश के आयुष विधा के 98 कॉलेज इस विश्वविद्यालय से संबद्ध होंगे. आयुष विद्यालय के निर्माण से किसानों को भी काफी फायदा होगा. विश्वविद्यालय की निगरानी में वह औषधीय खेती के लिए प्रेरित होंगे. इस विश्वविद्यालय में आयुष इंस्टिट्यूट और रिसर्च सेंटर भी होगा. विश्वविद्यालय के निर्माण के लिए 299.87 करोड़ रुपये की डीपीआर कार्यदायी संस्था लोक निर्माण विभाग ने बनाई है. शिलान्यास के तत्काल बाद विश्वविद्यालय का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा.
सीएम योगी आयुष विश्वविद्यालय में महाविद्यालयों की संबद्धता एवं अन्य प्रशासनिक कार्य सत्र 2021-22 से एवं विश्वविद्यालय में शिक्षण कार्य सत्र 2022-23 से प्रारंभ करने के निर्देश पहले ही दे चुके हैं. गोरखपुर में इस विश्वविद्यालय के खुलने से पूर्वांचल की छह करोड़ से अधिक जनता को चिकित्सा का एक और बेहतर विकल्प मिलेगा. विश्वविद्यालय का निर्माण कार्य मार्च 2023 तक पूर्ण करने का लक्ष्य तय है. इस दौरान जिलाधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप कार्यक्रम स्थल के समीप ही हेलीपैड निर्माण शुरू हो गया है. इस दौरान पिपराइच के विधायक महेन्द्रपाल सिंह और कई प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद रहे.
यूपी के पहले आयुष विश्वविद्यालय का शिलान्यास करेंगे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद
गोरखपुर में बनने जा रहे प्रदेश के पहले आयुष विश्वविद्यालय का 28 अगस्त को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद शिलान्यास करेंगे. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसकी जानकारी दी है. उन्होंने कहा कि शिलान्यास समारोह भव्य होगा और इसके लिए तैयारियों में कोई कमी नहीं होनी चाहिए.
गोरखपुर : गोरखपुर से अयोध्या रवाना होने से पहले गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भटहट ब्लॉक के पिपरी में आयुष विश्वविद्यालय के निर्माण स्थल का निरीक्षण किया और अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए. इस दौरान सीएम ने शिलान्यास समारोह को लेकर तैयार रोड मैप का दूरबीन से गहन मुआयना किया. उन्होंने कहा कि गोरखपुर में बनने जा रहे प्रदेश के पहले आयुष विश्वविद्यालय का 28 अगस्त को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद शिलान्यास करेंगे. शिलान्यास समारोह भव्य होगा और इसके लिए तैयारियों में कोई कमी नहीं होनी चाहिए.
गोरखपुर के भटहट ब्लॉक के पिपरी और तरकुलहा 52 एकड़ भूमि पर बनने जा रहे राज्य के पहले आयुष विश्वविद्यालय में एक ही परिसर में आयुर्वेदिक, यूनानी, सिद्धा, होम्योपैथी और योग चिकित्सा की पढ़ाई और उस पर शोध कार्य होगा. इन विधाओं से यहां चिकित्सा भी सुलभ होगी. योग सहित प्राकृतिक और परंपरागत चिकित्सा पद्धतियों को प्रोत्साहित करने में लगी योगी सरकार का यह बड़ा कदम है. प्रदेश के आयुष विधा के 98 कॉलेज इस विश्वविद्यालय से संबद्ध होंगे. आयुष विद्यालय के निर्माण से किसानों को भी काफी फायदा होगा. विश्वविद्यालय की निगरानी में वह औषधीय खेती के लिए प्रेरित होंगे. इस विश्वविद्यालय में आयुष इंस्टिट्यूट और रिसर्च सेंटर भी होगा. विश्वविद्यालय के निर्माण के लिए 299.87 करोड़ रुपये की डीपीआर कार्यदायी संस्था लोक निर्माण विभाग ने बनाई है. शिलान्यास के तत्काल बाद विश्वविद्यालय का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा.
सीएम योगी आयुष विश्वविद्यालय में महाविद्यालयों की संबद्धता एवं अन्य प्रशासनिक कार्य सत्र 2021-22 से एवं विश्वविद्यालय में शिक्षण कार्य सत्र 2022-23 से प्रारंभ करने के निर्देश पहले ही दे चुके हैं. गोरखपुर में इस विश्वविद्यालय के खुलने से पूर्वांचल की छह करोड़ से अधिक जनता को चिकित्सा का एक और बेहतर विकल्प मिलेगा. विश्वविद्यालय का निर्माण कार्य मार्च 2023 तक पूर्ण करने का लक्ष्य तय है. इस दौरान जिलाधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप कार्यक्रम स्थल के समीप ही हेलीपैड निर्माण शुरू हो गया है. इस दौरान पिपराइच के विधायक महेन्द्रपाल सिंह और कई प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद रहे.