गोरखपुर: महिला एवं बाल विकास मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा समाज में बालिकाओं के सशक्तिकरण एवं उनके सामने आने वाली असमानताओं को दूर करने के उद्देश्य से प्रत्येक वर्ष 24 जनवरी को ‘‘राष्ट्रीय बालिका दिवस‘‘ के रूप में मनाया जाता है. जिसके क्रम में रेल मंत्रालय द्वारा रेल म्यूजियम में 24 जनवरी को मंगलवार को बेटियों को एक अभिभावक के साथ निःशुल्क प्रवेश दिया गया. इसके अतिरिक्त जागरूकता लाने के लिए रेलवे के कार्यालयों में वाद-संवाद और निबन्ध प्रतियोगिता भी आयोजित की गई. सभी रेलकर्मियों के मोबाइल पर बेटियों को समर्पित संदेश भी प्रसारित किए गए.
राष्ट्रीय बालिका दिवस का प्रचार-प्रसार रेलवे के प्लेटफार्मों एवं अन्य स्थानों पर टेलीविजन, पोस्टर एवं बैनर आदि के माध्यमों से किया गया. पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह ने बताया कि सभी स्टेशनों पर 24 से 31 जनवरी 2023 तक ‘‘राष्ट्रीय बालिका दिवस‘‘ विषय पर जागरूकता अभियान चलाया जायेगा. जिसमें सभी की भागीदारी बेटियों को मजबूत और बेहतर भविष्य देने में काम आएगा.
वहीं, रेलवे के इस अवसर का बेटियों ने भी खूब फायदा उठाया. बेटियां रेल म्यूजियम में अपनी सहेलियों और अभिभावकों के साथ पहुंची थी. जहां उन्होंने झूले, रेस्टोरेंट्स, टॉय ट्रेन समेत अन्य संसाधनों का जमकर आनंद उठाया. इस दौरान बेटियों ने कहा कि रेलवे ने जब यह अवसर दिया है तो उसका आनंद उठाने से क्यों चूका जाए. उन्होंने खुद को मिले इस सम्मान से गौरान्वित भी महसूस किया.
वहीं, पूर्वाेत्तर रेलवे के लिए आज का दिन एक और कामयाबी लेकर आया. उसके खिलाड़ी जो निरन्तर नये कीर्तिमान स्थापित कर रहे हैं. ऐसे दो खिलाड़ियों को "उत्तर प्रदेश दिवस" के अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा लक्ष्मण/रानी लक्ष्मीबाई पुरस्कार से सम्मानित किया गया. पूर्वाेत्तर रेलवे के कुश्ती कोच (फ्री स्टाइल) जनार्दन सिंह यादव को लक्ष्मण पुरस्कार और हैण्डबाॅल खिलाड़ी ज्योति शुक्ला को रानी लक्ष्मीबाई पुरस्कार हेतु नामित किया गया था.
कुश्ती खिलाड़ी जनार्दन सिंह यादव को अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर 1992 में विश्व कुश्ती चैम्पियनशिप में पांचवा स्थान और 2003 में कजाकिस्तान में आयोजित एशिया कप में चौथा स्थान प्राप्त हुआ था. इसी क्रम में राष्ट्रीय स्तर पर 1989 में नेशनल चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक, सीनियर नेशनल चैम्पियनशिप में 2000 व 2003 में रजत पदक एवं 2001 में कांस्य पदक प्राप्त हुआ. इसके अतिरिक्त 2006 में यश भारती पुरस्कार तथा 2000, 2001 व 2003 में 03 बार उत्तर प्रदेश केसरी प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक प्राप्त किया.
हैण्डबाॅल खिलाड़ी ज्योति शुक्ला ने चौथे क्लब लीग चैम्पियनशिप में प्रतिभाग किया. इसी क्रम में 2018 में जकार्ता में आयोजित 18वें एशियन गेम्स एवं जापान में आयोजित 17वें एशियन चैम्पियनशिप में देश का प्रतिनिधित्व किया. 2019 में 13वें साउथ एशियन गेम्स, नेपाल में स्वर्ण पदक एवं 2022 में 19वें एशियन चैम्पियनशिप, कोरिया में देश का प्रतिनिधित्व करते हुये उम्दा प्रदर्शन किया. इसके अतिरिक्त राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में 03 बार स्वर्ण पदक प्राप्त किया है.
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