गोरखपुर: कोरोना वायरस को लेकर बरती जा रही सावधानी के क्रम में पूर्वोत्तर रेलवे ने बड़ा फैसला किया है. रेलवे ने तय किया है कि उसकी सभी ट्रेनों के एसी बोगी से कंबल और पर्दे हटा दिए जाएंगे और जहां से भी इंफेक्शन होने का खतरा है, उन सभी स्थानों की साफ-सफाई के साथ सैनिटाइजर से भी सफाई की जाएगी.
इस फैसले के बाद गोरखपुर के वाशिंग पिट में ट्रेनों की ताबड़तोड़ सफाई का कार्य चल रहा है. गोरखपुर से दिल्ली, हिसार, मुंबई की ओर जाने वाली ट्रेनों पर पहले चरण में सफाई अभियान तेजी से चलाया जा रहा है. जहां से पर्दा हटाए गए हैं, उन खिड़कियों के शीशे पर ट्रांसपेरेंट फिल्म लगाई जा रही है, जिससे यात्रियों को कोई खास परेशानी न हो.
बोर्ड के फैसले के बाद ट्रेनों की सफाई के लिए युद्ध स्तर पर काम चल रहा है. सफाई कर्मियों के साथ रेलवे के अधिकारी भी इसकी निगरानी कर रहे हैं तो प्लेटफार्म पर भी यात्रियों के बीच जागरूकता कार्यक्रम चलाया जा रहा है. डॉक्टरों की एक टीम भी रेलवे ने बनाकर आने वाली किसी भी समस्या से निपटने की तैयारी कर ली है. वहीं सफाई कर्मी ट्रेनों की विधिवत सफाई करते देखे जा सकते हैं.
पूर्वोत्तर रेलवे के सीपीआरओ पंकज कुमार सिंह ने कहा है कि कोरोना वायरस को लेकर उठाए गए सभी एहतियात के बीच 24 मार्च तक ट्रेनों में कंबल उन्ही यात्री को मिलेगा जो डिमांड करेंगे, लेकिन इसके बाद की तारीख में कंबल पूरी तरह से बोगी में बैन होगा जब तक कोरोना पर नियंत्रण नहीं हो जाता.उन्होंने यात्रियों से घर से चद्दर-कंबल लाने की बात कही जिससे इंफेक्शन से बचा जा सके.
इस बीच ट्रेन के सभी एसी बोगियों में तापमान को भी नियंत्रित कर दिया गया है. सीनियर सेक्शन इंजीनियर (एसी) अभिषेक यादव की निगरानी में तापमान को नियंत्रित करने का कार्य चल रहा है.जिससे किसी भी बोगी में यात्रियों को ठंड महसूस न हो. क्योंकि कंबल और पर्दे हटाए जाने के बाद अगर तापमान ज्यादा रहेगा तो यात्री ठंड से परेशान होगा और वह कंबल की डिमांड करेगा. इसलिए कोरोना वायरस को तापमान के माध्यम से भी नियंत्रित करने का प्रयास हो रहा है.