गोरखपुर: कोरोना संक्रमण के नए स्ट्रेन को पकड़ने के लिए बीआरडी मेडिकल कॉलेज में आरटीपीसीआर की नई किट का प्रयोग किया जाएगा. विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना की पहली लहर के मुकाबले वायरस की संरचना में बदलाव हो गया है, ऐसे में पुरानी किट जांच में इतना कारगर नहीं हो पा रही है. मई के पहले हफ्ते में नई किट बीआरडी मेडिकल कॉलेज को मिल जाएगी. ऐसे में आरटीपीसीआर की जांच के लिए परेशान लोगों के लिए यह राहत भरी खबर है.
माइक्रोबायोलॉजी विभाग अध्यक्ष डॉ. अमरेश सिंह ने बताया कि अब तक पुरानी किट से ही जांच हो रही है. यह किट वायरस को पकड़ तो रही है लेकिन, पहले चरण में जिस तेजी के साथ पकड़ रही थी उसी गति से इस बार के वायरस को पकड़ नहीं पा रही है. किट काफी पुरानी हो चुकी है. नई किट पर काम चल रहा था जो कि पूरा हो चुका है और जल्दी नई किट से आरटीपीसीआर की रिपोर्टिंग दी जा सकेगी.