गोरखपुर: नाथ संप्रदाय के विश्व प्रसिद्ध गोरखनाथ मंदिर की खूबसूरती में और चारचांद लगने वाला है. केंद्र सरकार की 'स्वदेश दर्शन योजना' के आध्यात्मिक सर्किट के तहत पर्यटकों को बेहतर सुविधा देने के लिए परिसर में मुक्ताकाशी मंच बनाया जा रहा है. इस योजना के अंतर्गत एक बड़ा स्टेज, पाथवे, दर्शकों के बैठने के लिए सीटें बनाई जाएंगी. पर्यटन विभाग ने इसके निर्माण की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है, जिसके लिए गोरक्षपीठाधीश्वर और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सहमति भी मिल चुकी है. मंदिर परिसर में करीब 9 करोड़ से 'स्वदेश दर्शन योजना' के अंतर्गत यह कार्य कराया जाएगा.
गोरखनाथ मंदिर परिसर में मुक्ताकाशी मंच 1,500 वर्ग मीटर में बनाया जाएगा, जहां पर नाथ पंथ से जुड़े आयोजन होंगे. लोग नाथ पंथ की परंपराओं से भी रूबरू हो सकेंगे. इसके अलावा गोरखनाथ मंदिर परिसर में 9 देवी-देवताओं के मंदिर एक साथ बनेंगे. इसके साथ ही कथा मंडप का भी निर्माण होगा. मुक्ताकाशी मंच पर धार्मिक एवं सांस्कृतिक गतिविधियों को जहां विस्तार मिलेगा तो वहीं यह नाथ पंथ की परंपरा को आगे बढ़ाने में भी सहायक होगा.
गोरखनाथ बाबा की देश-विदेश में प्रतिष्ठा है. यहां देश-विदेश से श्रद्धालु आते हैं. जून तक यह कार्य शुरू होना था, लेकिन बारिश और अन्य कारणों से इसका निर्माण देर से शुरू हो पाया है. क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी रविंद्र कुमार मिश्रा ने इस संबंध में बताया कि लॉकडाउन और बारिश की वजह से काम प्रभावित हुआ है, लेकिन फिर भी तेजी से कार्य को पूर्ण करने में निगम जुटा है. इससे लोक कला और कलाकारों को भी संरक्षण मिलेगा.
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परिसर में 9 मंदिरों की जो श्रृंखला होगी, उसके प्रत्येक मंदिर में दो-दो गुंबद होंगे. बड़े गुंबद के नीचे देव प्रतिमा स्थापित होगी, जबकि छोटे गुंबद के नीचे गलियारे में श्रद्धालुओं के भजन-कीर्तन के लिए स्थान होगा. मंदिरों की यह श्रृंखला मुक्ताकाशी मंच के सामने बनाई जाएगी. इन मंदिरों को आकर्षक बनाए जाने के लिए टॉप क्लास के आर्किटेक्ट ने डिजाइन तैयार किया है. खास बात यह है कि पर्यटन निगम और गोरक्षनाथ मंदिर प्रबंधन दोनों की देखरेख में इसका निर्माण शुरू हुआ है, जो आने वाले समय में भव्यता का एक नया रूप होगा.