गोरखपुर: मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के शिक्षक, अधिकारी एवं कर्मचारी कोरोना वायरस डिजीज (COVID-19) के खिलाफ चल रही राष्ट्रव्यापी लड़ाई में सहयोग के लिए आगे आये हैं. विवि के समस्त शिक्षकों, अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने अपने एक दिन का वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में सहर्ष दान करने का निर्णय लिया है. इसके अलावा, एमएमएमयूटी के शिक्षकों एवं अधिकारियों ने विवि के विभिन्न विभागों/ कार्यालयों में डेलीवेज/ आउटसोर्सिंग आधार पर कार्यरत कर्मियों की सहायता के लिए एक और दिन का वेतन दान करने का भी निर्णय किया है. यह निर्णय कुलपति प्रो. श्री निवास सिंह की पहल पर लिया गया है, जिसमें करीब पंद्रह लाख से ज्यादा की मदद हो रही है.
कुलपति प्रो. सिंह का मानना है कि वैश्विक महामारी के समय में जब छोटे बड़े सभी समर्थ लोग देशवासियों की मदद के लिए आगे आ रहे हों, ऐसे में एमएमएमयूटी को भी समाज की हर संभव मदद के लिए आगे आना चाहिए. इसी को ध्यान में रखते हुए उन्होंने प्रस्ताव दिया, जिसका सभी शिक्षकों, कर्मचारियों एवं अधिकारियों ने स्वागत किया और सहमति दी.
कुलपति प्रो. सिंह अपनी तरफ से सोलह ह्जार रुपये का योगदान देंगे, जिसमें से आठ हजार रुपये मुख्यमंत्री राहत कोष में जाएगा, जबकि शेष आठ हजार रुपये विवि के दैनिक कर्मियों की सहायता के लिए इस्तेमाल होगा.
कोरोना के खिलाफ शुरू हुए मदद रूपी अभियान में तकनीकी विश्वविद्यालय का यह प्रयास काफी सराहनीय है. इसी प्रकार दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के शिक्षकों-कर्मचारियों ने भी मिलकर 14 लाख रुपये का सहयोग मुख्यमंत्री राहत कोष में किया है. ऐसी संस्थाओं के आगे आने से इस महामारी के खिलाफ शुरू हुआ जंग निश्चित रूप से जीता जा सकेगा. जिसमें अब हर शिक्षण संस्था या व्यक्ति आगे आ रहा है.
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