गोरखपुर: हुमायूंपुर दक्षिणी मोहल्ले में मंगलवार की देर रात एक युवा कारोबारी ने बैंक का 10 लाख रुपये का कर्ज न लौटा पाने के चलते फंदे से लटककर जान दे दी. बैंक से कर्ज लौटाने के लिए बार-बार आ रहे नोटिस से वह काफी चिंतित था. कारोबारी का शव उसके किराए के मकान में पंखे में फंदे से लटकता हुआ मिला.
देवरिया जनपद के धनवती गांव के रहने वाले विकास श्रीवास्तव के पिता का कुछ साल पहले निधन हो गया था. वह अपनी मां के साथ हुमायूंपुर दक्षिणी मोहल्ले में किराए के मकान में रहता थे. विकास की कुशीनगर के तमकुही राज में मिक्सर बनाने की दुकान है. विकास ने कारोबार बढ़ाने के लिए बैंक से 10 लाख रुपये का कर्ज लिया था. वह कर्ज लौटा नहीं पा रहा था.
बैंक द्वारा लगातार उसके पते पर नोटिस आने की की वजह से वह परेशान चल रहा था. मंगलवार को बैंक द्वारा नोटिस भेजे जाने के बाद विकास की मां उस नोटिस को लेकर वकील के पास गई. वकील ने बताया कि बैंक की ओर से भेजा गया यह नोटिस है, जिसमे 10 लाख रुपये लिए जाने का जिक्र है. समय से बैंक का पैसा नहीं लौटाने पर नोटिस भेजा जा रहा है.
मां ने इसके बारे में विकास को बताया. इससे विकास काफी परेशान हो गया. इसके बाद वह बिना कुछ बोले ही कहीं बाहर निकल गया. कुछ देर बाद घर पहुंचे विकास ने रात का भोजन करने के बाद सीधे अपने कमरे में लेटने के लिए चला गया. बेटे की परेशान हालत को देखते हुए मां कुछ देर बाद विकास के कमरे की तरफ गई तो देखा कि कमरा अंदर से बंद है. कई बार बुलाने पर भी जब कोई आवाज नहीं आई तो मां ने आस-पड़ोस के लोगों को आवाज दी. पड़ोसियों ने दरवाजा तोड़ा तो विकास का शव कमरे में पंखे से लटक रहा था. घटना की सूचना स्थानीय लोगों ने कोतवाली पुलिस को दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को फंदे से नीचे उतारा और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.