गोरखपुर: विश्व नेचुरोपैथी दिवस पर सोमवार को जिले के आरोग्य मंदिर में सर्वांग मिट्टी लेप का अद्भुत कार्यक्रम आयोजित किया गया. इसमें 500 से ज्यादा लोगों के शरीर पर मिट्टी का लेपन कर इस चिकित्सा संस्थान ने नेचुरोपैथी एशियन रिकॉर्ड अपने नाम दर्ज करा लिया. पिछले वर्ष यह रिकॉर्ड दिल्ली के नाम दर्ज हुआ था, जहां 302 लोगों ने मिट्टी लेपन के कार्य में सहभागिता दर्ज कराई थी. इस आयोजन की खास बात यह रही कि इसमें सभी लोगों ने खुद ही भाग लिया. कार्यक्रम में देश के अलावा वियतनाम, श्रीलंका और अन्य जगहों के लोग भी शामिल हुए.
नेचुरोपैथी दिवस पर 500 लोगों ने किया मिट्टी लेपन
- आरोग्य मंदिर जैसी नेचुरोपैथी की संस्था पिछले 15 दिनों से लगातार इस अभ्यास में जुटी हुई थी.
- इस आयोजन की सत्यता और सफलता को जांचने के लिए एशियन बुक रिकॉर्ड के डायरेक्टर डॉ. विश्वरूप चौधरी अपनी टीम के साथ यहां आए हुए थे.
- वहीं दिल्ली से अखिल भारतीय प्राकृतिक चिकित्सा परिषद की 3 सदस्य टीम ने भी इस पर अपनी निगरानी रखी.
- मिट्टी लेपन कार्य के लिए 25 से अधिक प्रशिक्षित लोगों को इस कार्य मे लगाया गया था.
- इस आयोजन में जिले के साथ देश- विदेश से आए मेहमानों ने भी हिस्सा लिया.
वियतनाम से आई एक्सपर्ट जूलिया ने इस आयोजन की जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा कि उनके देश में भी ऐसा आयोजन होता है, लेकिन गोरखपुर के आयोजन को देखकर वह बेहद खुश हुईं. इलाज के बढ़ते खर्च के दौर में नेचुरोपैथी पर लोगों की निर्भरता हो और लोग इसके महत्व को समझें, जहां इसका कार्यक्रम का मूल उद्देश्य था तो इसी के साथ ही एशियन रिकॉर्ड ऑफ नेचुरोपैथी में भी गोरखपुर का नाम पहले स्थान पर दर्ज हो गया.
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रिकॉर्ड बनाना एक उपलब्धि तो है ही लेकिन लोग मिट्टी लेपन के महत्व को समझें, इस उद्देश्य से यह आयोजन किया गया, जिसमें लोगों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया.
-डॉ. विमल मोदी, वरिष्ठ चिकित्सक, कार्यक्रम आयोजक