गोरखपुर: यूपी के पूर्वांचल सहित बिहार व नेपाल में रहने वाले लोगों के लिए जापानी इंसेफ्लाइटिस (जापानी बुखार) बीते कई दशकों से परेशान कर रहा है. सीएम योगी की सरकार जापानी इंसेफ्लाइटिस पर लगाम लागाने में सफल साबित हुई है. चौरी-चौरा सहित अन्य तहसीलों में इंसेफ्लाइटिस से निपटने के लिए अत्याधुनिक मशीनों वाला वार्ड बनाया गया है.
कई बच्चे हुए थे इंसेफ्लाइटिस के शिकार
गोरखपुर में स्थित बाबा राघव दास मेडिकल कॉलेज में एक छत के नीचे प्रतिवर्ष हजारों मासूम काल के गाल में समा जाते थे. सीएम योगी बतौर सांसद सड़क से सदन तक जापानी बुखार के उपाय के लिए लागातार संघर्ष करते रहे हैं. यूपी में सीएम योगी की सरकार बनने के बाद मेडिकल कॉलेज में कथित ऑक्सीजन कांड हुआ, जिसमें कई इंसेफ्लाइटिस से पीड़ित मासूमों की मौत हो गई.
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संचारी रोगों से निपटने के लिए योगी सरकार ने आशाओं के माध्यम से जापनी बुखार पर काबू पा लिया है. अब क्षेत्र में नियमित रूप से जापानी बुखार के बारे में जानकारी व सावधानी बरतने के लिए लोगों को लगाया गया है.
तहसील स्तर पर बनाए जा रहे आईसीयू
जापनी इंसेफ्लाइटिस से रोकथाम के लिए सतर्कता बहुत जरूरी है. यूपी सरकार लगातार विभिन्न माध्यमों से लोगों को सतर्क कर रही है. जापनी बुखार के लिए गोरखपुर मेडिकल कॉलेज के अलावा तहसील स्तर पर आईसीयू बनाए जा रहे हैं. जिसमे चौरी-चौरा में भी तीन अत्याधुनिक मशीनों को लगाया गया है, साथ कि एक अलग वार्ड भी बनाया गया है.
जापनी इंसेफ्लाइटिस पर पूर्ण रूप से लगाम लागाने के लिए लगातार लोगों को जागरूक किया जा रहा है. वहीं जापनी बुखार से पीड़ित मासूमों को स्थानीय स्तर पर इलाज करने के लिए यहां भी तीन मॉनिटर युक्त अत्याधुनिक मशीन लगाई गई है.
डॉ. सर्वजीत, प्रभारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, चौरी-चौरा