गोरखपुर: प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों को राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने सोमवार को गोरखपुर विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह के मंच से एक बड़ा संदेश दिया. उन्होंने कहा है कि नैक डबल प्लस या नैक की उपलब्धि हासिल करने वाले विश्वविद्यालय के लिए अब आगे के लक्ष्य को हासिल करने की तैयारी में जुट जाना चाहिए. NRF, एशिया और वर्ल्ड रैंकिंग को हासिल करने के बाद विश्वविद्यालय के प्रति छात्रों की मानसिकता में बड़ा परिवर्तन आता है. वह दाखिले के समय इन रैंकिंग वाले विश्वविद्यालय को पहली प्राथमिकता देते हैं. उन्होंने कहा कि स्पर्धा कड़ी है. लेकिन, राजभवन इसके लिए विश्वविद्यालयों को तैयार करने के लिए प्रोत्साहित कर रहा है. इसलिए विश्वविद्यालयों को अपने छात्रों और शिक्षकों के साथ समन्वय स्थापित करके बेहतर माहौल तैयार करने की आवश्यकता है, जिससे इन रैंकिंग के साथ वह शिक्षा जगत में एक नया प्रतिमान गढ़ते हुए नजर आएंगे.
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल गोरखपुर विश्वविद्यालय के 42वें दीक्षांत समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रही थीं. इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि मंच से गोल्ड मेडल देते हुए उन्हें यह एक बार फिर दिखाई दिया है कि लड़कों से ज्यादा लड़कियों ने गोल्ड मेडल हासिल किए हैं. यह खुशी की बात है. लेकिन, नारी सशक्तिकरण के इससे बड़े परिणाम को देखने के बाद यह महसूस होता है कि आखिर पुरुषों का सशक्तिकरण क्यों पीछे है. उन्होंने कहा कि वे तो पुरुषों को आगे लाने की अपील करती हैं. राज्यपाल ने कहा कि वह बच्चों के माता-पिता से भी यह जानना चाहती हैं कि वह अपने बेटों से इस तरह का सवाल क्यों नहीं करते. उन्होंने कहा कि दीक्षांत समारोह विश्वविद्यालय के साथ-साथ छात्रों को भी कुछ नया और अच्छा करने की प्रेरणा देता है.
दीक्षांत समारोह में कुल 32 विश्ववविद्यालयों को स्वर्ण पदक और स्मृति (डोनर) स्वर्ण पदक प्रदान किया गया. विश्ववविद्यालय स्वर्ण पदक पाने वालों में 87.5% छात्राएं और स्मृति (डोनर) स्वर्ण पदक पाने में भी 91.67% छात्राएं रहीं. शैक्षणिक सत्र 2022-23 में स्नातक में कुल 63,044 विद्यार्थियों को उपाधि प्रदान की गई. इसमें 61.37% छात्राएं शामिल हैं. इस दौरान कुल 28 छात्र-छात्राओं को पीएचडी की भी डिग्री प्रदान की गई.
दीक्षा भवन में आयोजित दीक्षांत समारोह के दौरान राज्यपाल ने खेलो इंडिया और फिट इंडिया मूवमेंट के तहत विश्वविद्यालय में बनाए गए आधुनिक जिम सेंटर का भी लोकार्पण किया. इस दौरान उन्होंने प्राथमिक स्कूलों के बच्चों और आंगनबाड़ी केंद्रों को संचालित करने वाली महिलाओं को मंच से सम्मानित किया और उनके जीवनोपयोगी वस्तुओं को उपहार स्वरूप उन्हें प्रदान किया. राज्यपाल ने कहा कि देश युवाओं की प्रतिभा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल मार्गदर्शन में नित नई ऊंचाई छू रहा है. चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने से लेकर सूर्य पर भी अपना अभियान सफलतापूर्वक पहुंचने में देश आगे बढ़ रहा है. इसलिए ऐसे शिक्षा और शिक्षकों के साथ विद्यार्थियों की जरूरत है, जो भारत का मान-सम्मान बढ़ाने में अपना योगदान करें.
दीक्षांत समारोह को बतौर विशिष्ट अतिथि संबोधित करते हुए उच्च शिक्षा राज्य मंत्री रजनी तिवारी ने कहा कि छात्र और शिक्षक जिम्मेदारियों के बोझ तले न दबें, उससे ऊपर उठें. निराशा का कोई स्थान जीवन में न आने दें. हर व्यक्ति में कुछ न कुछ विशेषता जरूर होती है. जीवन है तो कुछ कठिनाइयां भी आती हैं. लेकिन, प्रतिकूल धारा से डरे नहीं. लक्ष्य के अनुरूप आगे बढ़ें. उन्होंने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की चर्चा करते हुए कहा कि वह बेसिक से लेकर उच्च शिक्षा और आंगनवाड़ी की बहनों को भी चिंता करती हैं. वह महिला सशक्तिकरण की खुद में एक बड़ी उदाहरण हैं. नई शिक्षा नीति से भी शिक्षा व्यवस्था में व्यापक सुधार आएगा. साथ ही प्रदेश को आगे बढ़ाने में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का जो कुशल मार्गदर्शन सभी को प्राप्त हो रहा है, वह देश की व्यवस्था को संचालित करने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सपनों के भारत को पूरा करने वाला है.
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