गोरखपुर : 5 अगस्त को अयोध्या में भगवान राम के मंदिर की आधारशिला रखने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहुंच रहे हैं. इसी बीच समाजवादी पार्टी के नेता और पूर्व प्रवक्ता कालीशंकर ने शनिवार को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर मांग की है कि करोड़ों निषाद समाज के लोगों के पूजनीय और आस्था के केंद्र 'निषादराज गुह्य' की प्रतिमा अयोध्या में राम मंदिर के बगल में स्थापित हो और पीएम उसी दिन इसका भी शिलान्यास करें.
कालीशंकर ने पत्र में लिखा है कि जैसा हम सभी जानते हैं कि प्रभु श्रीराम के गुरुभाई और परम मित्र निषादराज गुह्य, जिन्हें रामराज्य के प्रथम नागरिक होने का दर्जा प्राप्त है. निषादराज गुह्य ने प्रभु श्रीराम को गंगा पार करवाया और वनवास की प्रथम रात प्रभु श्रीराम ने अपने मित्र निषादराज गुह्य के यहां ही बिताया था. ऐसे में देश के करोड़ों निषाद समाज के आस्था को ध्यान में रखते हुए अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर निषादराज गुह्य के मंदिर और प्रतिमा का निर्माण जरूर होना चाहिए.
कालीशंकर ने कहा कि यदि अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर निषादराज गुह्य के मंदिर और प्रतिमा का निर्माण नहीं हुआ, तो ये प्रभु श्रीराम के मर्यादा, श्रद्धा और आदर्शों का हनन होगा और पूरे निषाद समुदाय के आस्था के साथ खिलवाड़ भी होगा. कालीशंकर ने कहा कि अयोध्या में निषादराज गुह्य के मंदिर और प्रतिमा के निर्माण का पीएम मोदी मार्ग प्रस्तत करें. इसीलिए पीएम को समय से पहले पत्र के माध्यम से एक संदेश भेजने की कोशिश की गई है. उन्होंने ऐसा निषाद समाज के बीच से उठ रही आवाज के आधार पर लिखा है.
सपा नेता की मांग, राम मंदिर के बगल में स्थापित हो 'निषादराज गुह्य' की प्रतिमा
गोरखपुर में समाजवादी पार्टी के नेता और पूर्व प्रवक्ता कालीशंकर ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर मांग की है कि करोड़ों निषाद समाज के लोगों के पूजनीय और आस्था के केंद्र 'निषादराज गुह्य' की प्रतिमा अयोध्या में राम मंदिर के बगल में स्थापित हो और पीएम उसी दिन इसका शिलान्यास करें.
गोरखपुर : 5 अगस्त को अयोध्या में भगवान राम के मंदिर की आधारशिला रखने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहुंच रहे हैं. इसी बीच समाजवादी पार्टी के नेता और पूर्व प्रवक्ता कालीशंकर ने शनिवार को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर मांग की है कि करोड़ों निषाद समाज के लोगों के पूजनीय और आस्था के केंद्र 'निषादराज गुह्य' की प्रतिमा अयोध्या में राम मंदिर के बगल में स्थापित हो और पीएम उसी दिन इसका भी शिलान्यास करें.
कालीशंकर ने पत्र में लिखा है कि जैसा हम सभी जानते हैं कि प्रभु श्रीराम के गुरुभाई और परम मित्र निषादराज गुह्य, जिन्हें रामराज्य के प्रथम नागरिक होने का दर्जा प्राप्त है. निषादराज गुह्य ने प्रभु श्रीराम को गंगा पार करवाया और वनवास की प्रथम रात प्रभु श्रीराम ने अपने मित्र निषादराज गुह्य के यहां ही बिताया था. ऐसे में देश के करोड़ों निषाद समाज के आस्था को ध्यान में रखते हुए अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर निषादराज गुह्य के मंदिर और प्रतिमा का निर्माण जरूर होना चाहिए.
कालीशंकर ने कहा कि यदि अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर निषादराज गुह्य के मंदिर और प्रतिमा का निर्माण नहीं हुआ, तो ये प्रभु श्रीराम के मर्यादा, श्रद्धा और आदर्शों का हनन होगा और पूरे निषाद समुदाय के आस्था के साथ खिलवाड़ भी होगा. कालीशंकर ने कहा कि अयोध्या में निषादराज गुह्य के मंदिर और प्रतिमा के निर्माण का पीएम मोदी मार्ग प्रस्तत करें. इसीलिए पीएम को समय से पहले पत्र के माध्यम से एक संदेश भेजने की कोशिश की गई है. उन्होंने ऐसा निषाद समाज के बीच से उठ रही आवाज के आधार पर लिखा है.