गोरखपुर : 12 साल पहले जमानत मिलने के बाद से फरार डकैत को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. वह इस बीच वेश बदलकर दिल्ली में रहता था, और किसी को भनक तक नहीं लगी. वहीं इतने साल से गुलरिहा पुलिस लगातार इंद्रजीत को ढूंढ रही थी. शनिवार की रात उसके गुलरिहा में होने की सूचना पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. रविवार की शाम इंद्रजीत को रिमांड मजिस्ट्रेट की कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है.
2008 में ज्वेलरी की दुकान में डाली थी डकैती
दरअसल गुलरिहा के मुड़िला गांव निवासी त्रिलोकी ठठेरा की सराय गुलरिहा में ज्वेलर्स की दुकान है. जनवरी 2008 में उनकी दुकान में सात लोगों ने डाका डाला था. विरोध करने पर उनके साथ मारपीट की थी. तत्कालीन थानेदार राजीव रंजन उपाध्याय ने केस दर्ज कर सभी लोगों को गिरफ्तार कर लिया था.
कुर्की के बाद भी हाजिर नहीं हुआ इंद्रजीत
वहीं वारदात में शामिल चिलुआताल के बेलदारीपुरवा का रहने वाला इंद्रजीत बेलदार इस मामले में एक साल बाद जमानत मिलने के बाद घर छोड़कर फरार हो गया. कोर्ट से वारंट जारी होने पर पुलिस ने खोजबीन शुरु की लेकिन पता नहीं चल सका. कोर्ट के आदेश पर उसके घर की कुर्की कर दी गई, लेकिन इसके बावजूद इंद्रजीत हाजिर नहीं हुआ. वहीं 12 साल बाद शनिवार की रात में उसके गुलरिहा में होने की सूचना पर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया.
प्रभारी निरीक्षक गुलरिहा रवि राय ने बताया कि इंद्रजीत अपना वेश बदलकर दिल्ली में चिंटू के नाम से रहता था और मजदूरी कर जीविका चला रहा था. लंबे समय से पुलिस उसे ढूंढ रही थी. गुलरिहा में होने की सूचना पर शनिवार की रात उसे गिरफ्तार किया गया है.