गोरखपुर : गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) से घर हो या कामर्शियल कंपलेक्स, इसका नक्शा पास कराना अब आसान होगा. बस उसके लिए आपको जीडीए की एक शर्त माननी होगी. आप अपने घर में सीसीटीवी कैमरे को स्थापित कराएं, जिससे सुरक्षा के साथ अन्य गतिविधियों पर भी नजर रखी जा सके. जिससे गोरखपुर शहर को सेफ सिटी के साथ मॉडल सिटी का रूप दिया जा सके. विकास प्राधिकरण ने इस तरह के प्रस्ताव को अपने बोर्ड में पास कर दिया है. जिसके अनुक्रम में नक्शा के लिए किए जाने वाले आवेदन पर आवेदकों से प्राधिकरण इस शर्त को पूरा करने का गुजारिश करेगा. नक्शे की स्वीकृति तभी प्रदान होगी जब इसका पालन मौके पर दिखेगा.
गोरखपुर को स्मार्ट सिटी बनाने के क्रम में नगर निगम हो या गोरखपुर विकास प्राधिकरण, कई तरह के नए प्रयोग कर रहा है. पुलिस महकमा भी इसमें पीछे नहीं है. एडीजी जोन गोरखपुर, अखिल कुमार के द्वारा ऑपरेशन त्रिनेत्र के तहत पूरे जिले में अब तक 16 हजार कैमरे लगवाए जा चुके हैं. इसी को देखते हुए गोरखपुर विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष महेंद्र सिंह तंवर ने शहरी क्षेत्र के साथ बाजारों को पूरी तरह से सुरक्षित बनाने में, सीसीटीवी कैमरों को महत्वपूर्ण माना है. पुलिस के प्रयास में उन्हें सफलता दिखाई दी है. यही वजह है कि उन्होंने बताया कि इस प्रस्ताव को बोर्ड से पास कराकर नक्शे की अनुमति प्राप्त करने वालों को इस शर्त के साथ जोड़ा जा रहा है. जिससे शहर को सुरक्षा मिलेगी. कोशिश यह भी होगी कि इससे किसी की प्राइवेसी का खतरा न हो.
गोरखपुर विकास प्राधिकरण वर्ष 2022 में अपने क्षेत्र का काफी विस्तार किया है. करीब 200 से अधिक गांव प्राधिकरण की सीमा में नए शामिल हुए हैं. इसके पहले भी ऐसे क्षेत्र जो विकास प्राधिकरण की सीमा में, लेकिन व नगर निगम में नहीं शामिल थे. ऐसे 42 गांव को भी नगर क्षेत्र का हिस्सा बनाया गया है. जहां पर विकास की गतिविधियां तेज की जा रही हैं. आवासीय भूमि पर धड़ाधड़ मकान बन रहे है. इसके साथ कई तरह की समस्याएं मारपीट, लूट, चोरी भी बढ़ रही हैं. जीडीए की योजना है कि ऐसे मोहल्लों में रहने वाले लोग खुद को सुरक्षित महसूस करें. उनके साथ घटने वाली किसी भी घटना का अनावरण तेजी के साथ हो इसलिए सीसीटीवी कैमरे बेहद अनिवार्य विषय आज के दौर में हो गए हैं.
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