गोरखपुर: गोरखपुर महोत्सव 2020 का आयोजन शनिवार को किया गया. इस कार्यक्रम में धार्मिक, सांस्कृतिक और पर्यटन स्थलों की पहचान विश्व स्तर पर कायम हुई है. इस कार्यक्रम में पर्यटन मंत्री नीलकंठ तिवारी ने कहा कि पूर्व के समय में विदेशी परंपरा और संस्कृत को भारत में ज्यादा से ज्यादा फैलाने की कोशिश की गई, लेकिन मौजूदा दौर भारतीय सभ्यता और परंपरा को पहचान दिलाने वाला है. वह गोरखपुर में 'गोरखपुर महोत्सव' का बतौर मुख्य अतिथि उद्घाटन करने के बाद लोगों को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि कोई भी महोत्सव किसी भी क्षेत्र के धार्मिक और परंपरा की पहचान को स्थापित करता है.
- महोत्सव के मंच से नीलकंठ तिवारी ने संबोधन करते हुए कहा कि मोदी और योगी ने धार्मिक और पर्यटन स्थलों के विकास की परंपरा शुरू हुई है.
- उसकी नजीर भगवान राम की जन्म स्थली अयोध्या के विकास से देखी जा सकती है.
- मथुरा-काशी जैसे पर्यटन और धार्मिक स्थलों का भी भरपूर विकास किया जा रहा है.
गोरखपुर को भी पर्यटन की दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण स्थान बताया और कहा कि बुद्ध से लेकर कबीर तक, बाबा गोरखनाथ से लेकर गीता प्रेस भी यहां के अद्भुत पहचान केंद्र हैं. इसे योगी आदित्यनाथ की सरकार में आगे बढ़ते देखा जा सकता है. इन स्थानों की महत्ता बढ़ने से रोजगार भी बढ़ेगा.
3 दिन तक चलने वाले इस सांस्कृतिक महोत्सव में बॉलीवुड के कई बड़े कलाकार अपने गीत संगीत और नृत्य का जलवा बिखेरेंगें. इस आयोजन में अटल बिहारी बाजपेई की कविताओं को काव्य पाठ होगा.
रवि किशन, सांसद, बीजेपी