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Gorakhpur News: गोरखपुर को मिलेगा एक और पिकनिक स्पॉट, चौपाटी की तरह विकसित होगा सुमेर सागर ताल

शहर में स्थित सुमेर सागर ताल के दिन बहुरने वाले हैं. गोरखपुर विकास प्राधिकरण सुमेर सागर ताल (Sumer Sagar Tal) को पर्यटक स्थल के रूप में विकसित करने की पहल की है.

गोरखपुर शहर
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Published : Mar 1, 2023, 3:43 PM IST

गोरखपुर: प्रशासनिक उदासीनता और भू माफियाओं के मकड़जाल से अपने अस्तित्व को खो चुके शहर के बीचों बीच के "सुमेर सागर ताल" का दिन बहुरने वाला है. राजस्व रिकॉर्ड में दर्ज यह ताल अतिक्रमण और अवैध कब्जे का शिकार हो गया था. अब यह ताल पोखरी के ऊपर हुए अवैध कब्जों को हटाने और उसे पुनर्स्थापित करने के हाईकोर्ट के निर्देश से एक बार फिर अपने अस्तित्व में आ जाएगा.

गोरखपुर विकास प्राधिकरण सुमेर सागर ताल की खूबसूरती बढ़ाने के साथ इसे शहर के बीचों बीच एक बेहतरीन पिकनिक स्पॉट बनाने जा रहा है. जो लोगों को कई प्रकार से आनंद की अनुभूति कराएगा. रामगढ़ताल और राप्ती नदी के सुंदरीकरण घाटों से पर्यटन के नक्शे पर चमक रहे महानगर को एक और पिकनिक स्पॉट मिलने से यह सैर सपाटे और मनोरंजन का केंद्र शहर की आबादी के बीच होगा. नए पिकनिक स्पॉट के रूप में सुमेर सागर ताल का 27 करोड़ रुपये से कायाकल्प किया जाएगा.

रामगढ़ताल बना पर्यटन का केंद्रः योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद गोरखपुर में इस तरह के कई सुधार हो रहे हैं. यहां का रामगढ़ताल पर्यटन का नया केंद्र बन चुका है. इसके साथ ही अन्य नैसर्गिक जलाशयों को भी निखारा जा रहा है. इस बीच गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) ने महानगर के हृदय स्थल विजय चौराहा से धर्मशाला बाजार के बीच स्थित 18.5 एकड़ में फैले सुमेर सागर ताल को पर्यटक स्थल के रूप में विकसित करने की पहल की है. पूर्व में यह ताल अतिक्रमण की चपेट में था. जीडीए ने जिला प्रशासन के सहयोग से इसे अतिक्रमण मुक्त कराया है. जीडीए की तरफ से बनाए गए प्रस्ताव के मुताबिक सुमेर सागर ताल को प्राकृतिक स्वरूप देने के साथ इसके किनारे जॉगिंग ट्रैक, पार्किंग, फूड कोर्ट, म्यूजिकल फाउंटेन, स्मार्ट लिंक रोड, खूबसूरत लाइटिंग और लोगों के बैठने के लिए बेंच की व्यवस्था की जाएगी.

चारों तरफ बनेगा पक्का नालाः जीडीए उपाध्यक्ष महेंद्र सिंह तंवर का कहना है कि सुमेर सागर ताल के मुख्य स्वरूप को दोबारा बहाल करते हुए उसे गहरा किया जाएगा. ताल के किनारों को कटान से सुरक्षित करने के लिए पक्का नाला बनाया जाएगा. जिससे गंदा पानी ताल के अंदर न जाने पाए. आसपास के करीब आधा दर्जन मोहल्लों में जलभराव न हो इसके लिए विजय चौराहा और धर्मशाला बाजार की तरफ से आने वाले नालों के गंदे पानी को रोककर वाटर ट्रीटमेंट प्लांट लगाया जाएगा. ताल को इस प्रकार विकसित किया जाएगा कि उसकी जल संचयन क्षमता बढ़ाते हुए भूगर्भ जल स्तर को बरकरार रखने में मदद मिले. इससे शहर वासियों को रामगढ़ताल नौकायन के बाद एक और महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल देने का प्रयास किया जा रहा है.



ताल के किनारे विकसित होगा पार्कः जीडीए उपाध्यक्ष ने बताया कि सुमेर सागर ताल के किनारे आसपास का क्षेत्र हरा भरा और सुंदर दिखे. इसके लिए वहां पार्क भी विकसित किया जाएगा. साथ ही यहां चौपाटी की तर्ज पर फूड कोर्ट विकसित करने को हाट भी बनाया जाएगा. यहां शहर की मशहूर खाद्य सामग्रियों का जायका उपलब्ध होगा. ताल के किनारे टहलने के लिए पाथ वे भी बनाया जाएगा. सुमेर सागर ताल क्षेत्र में आने वाले लोगों को कोई असुविधा न हो, इसके लिए करीब चार सौ वाहनों की पार्किंग की सुविधा भी होगी. रामगढ़ताल के बाद महानगर को दूसरा चौपाटी देने के लिए जीडीए ने करीब 27 करोड़ रुपये का प्रस्ताव तैयार किया है.

यह भी पढ़ें-Lucknow News : 400 साल पुराने मंदिर में सवा लाख हनुमान जी, पूरी होती है मुराद

गोरखपुर: प्रशासनिक उदासीनता और भू माफियाओं के मकड़जाल से अपने अस्तित्व को खो चुके शहर के बीचों बीच के "सुमेर सागर ताल" का दिन बहुरने वाला है. राजस्व रिकॉर्ड में दर्ज यह ताल अतिक्रमण और अवैध कब्जे का शिकार हो गया था. अब यह ताल पोखरी के ऊपर हुए अवैध कब्जों को हटाने और उसे पुनर्स्थापित करने के हाईकोर्ट के निर्देश से एक बार फिर अपने अस्तित्व में आ जाएगा.

गोरखपुर विकास प्राधिकरण सुमेर सागर ताल की खूबसूरती बढ़ाने के साथ इसे शहर के बीचों बीच एक बेहतरीन पिकनिक स्पॉट बनाने जा रहा है. जो लोगों को कई प्रकार से आनंद की अनुभूति कराएगा. रामगढ़ताल और राप्ती नदी के सुंदरीकरण घाटों से पर्यटन के नक्शे पर चमक रहे महानगर को एक और पिकनिक स्पॉट मिलने से यह सैर सपाटे और मनोरंजन का केंद्र शहर की आबादी के बीच होगा. नए पिकनिक स्पॉट के रूप में सुमेर सागर ताल का 27 करोड़ रुपये से कायाकल्प किया जाएगा.

रामगढ़ताल बना पर्यटन का केंद्रः योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद गोरखपुर में इस तरह के कई सुधार हो रहे हैं. यहां का रामगढ़ताल पर्यटन का नया केंद्र बन चुका है. इसके साथ ही अन्य नैसर्गिक जलाशयों को भी निखारा जा रहा है. इस बीच गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) ने महानगर के हृदय स्थल विजय चौराहा से धर्मशाला बाजार के बीच स्थित 18.5 एकड़ में फैले सुमेर सागर ताल को पर्यटक स्थल के रूप में विकसित करने की पहल की है. पूर्व में यह ताल अतिक्रमण की चपेट में था. जीडीए ने जिला प्रशासन के सहयोग से इसे अतिक्रमण मुक्त कराया है. जीडीए की तरफ से बनाए गए प्रस्ताव के मुताबिक सुमेर सागर ताल को प्राकृतिक स्वरूप देने के साथ इसके किनारे जॉगिंग ट्रैक, पार्किंग, फूड कोर्ट, म्यूजिकल फाउंटेन, स्मार्ट लिंक रोड, खूबसूरत लाइटिंग और लोगों के बैठने के लिए बेंच की व्यवस्था की जाएगी.

चारों तरफ बनेगा पक्का नालाः जीडीए उपाध्यक्ष महेंद्र सिंह तंवर का कहना है कि सुमेर सागर ताल के मुख्य स्वरूप को दोबारा बहाल करते हुए उसे गहरा किया जाएगा. ताल के किनारों को कटान से सुरक्षित करने के लिए पक्का नाला बनाया जाएगा. जिससे गंदा पानी ताल के अंदर न जाने पाए. आसपास के करीब आधा दर्जन मोहल्लों में जलभराव न हो इसके लिए विजय चौराहा और धर्मशाला बाजार की तरफ से आने वाले नालों के गंदे पानी को रोककर वाटर ट्रीटमेंट प्लांट लगाया जाएगा. ताल को इस प्रकार विकसित किया जाएगा कि उसकी जल संचयन क्षमता बढ़ाते हुए भूगर्भ जल स्तर को बरकरार रखने में मदद मिले. इससे शहर वासियों को रामगढ़ताल नौकायन के बाद एक और महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल देने का प्रयास किया जा रहा है.



ताल के किनारे विकसित होगा पार्कः जीडीए उपाध्यक्ष ने बताया कि सुमेर सागर ताल के किनारे आसपास का क्षेत्र हरा भरा और सुंदर दिखे. इसके लिए वहां पार्क भी विकसित किया जाएगा. साथ ही यहां चौपाटी की तर्ज पर फूड कोर्ट विकसित करने को हाट भी बनाया जाएगा. यहां शहर की मशहूर खाद्य सामग्रियों का जायका उपलब्ध होगा. ताल के किनारे टहलने के लिए पाथ वे भी बनाया जाएगा. सुमेर सागर ताल क्षेत्र में आने वाले लोगों को कोई असुविधा न हो, इसके लिए करीब चार सौ वाहनों की पार्किंग की सुविधा भी होगी. रामगढ़ताल के बाद महानगर को दूसरा चौपाटी देने के लिए जीडीए ने करीब 27 करोड़ रुपये का प्रस्ताव तैयार किया है.

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