गोरखपुर: जम्मू-कश्मीर के नौशेरा सेक्टर में सीजफायर का उल्लंघन कर पाकिस्तान की तरफ से की गई गोलीबारी में शहीद हुए गोरखा रेजिमेंट के जवान दीपक कार्की का मंगलवार को राप्ती नदी के तट पर पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया. इस दौरान लोगों ने नम आखों से देश के इस वीर सपूत को श्रद्धांजलि दी. शहीद दीपक कुमार नेपाल के बुटवल के रहने वाले थे. शहीद दीपक कार्की के अंतिम संस्कार में उनके भाई और पत्नी के साथ उनके तीन बच्चे भी मौजूद रहे.
बेटे ने दी शहीद पिता को मुखाग्नि
मंगलवार देर रात शहीद जवान दीपक कार्की का पार्थिव शरीर जब राप्ती नदी के पावन तट राजघाट पर पहुंचा तो वहां महौल पूरी तरह गमगीन हो गया. शहीद दीपक कुमार की पत्नी गीता कार्की के साथ उनकी दो बेटियां 12 और 9 साल की दो बेटियां और 3 साल के मासूम बेटे को लेकर राजघाट पहुंची. इसके बाद पूरे राजकीय सम्मान के साथ शहीद जवान का अंतिम संस्कार किया गया. शहीद दीपक कार्की के तीन साल के मासूम बेटे ने अपने पिता को मुखाग्नि दी.
शहीद को दिया गया गार्ड ऑफ ऑनर
38 वर्षीय दीपक मूल रूप से नेपाल के बुटवल के सालिग्राम के रहने वाले रहे थे. उनके पिता का नाम सालिग्राम कार्की है. हालांकि उनके पिता अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो सके. इस दौरान सेना और पुलिस के जवानों के साथ प्रशासनिक अधिकारी भी राजघाट पर उपस्थित रहे. इसके पहले तिरंगे में लिपटे उनके पार्थिव शरीर को सेना के विशेष विमान से गोरखपुर लाया गया. यहां पर उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया.
एक जवान और एक नागरिक भी हुए घायल
पाकिस्तानी सेना ने कृष्णा घाटी सेक्टर और नौशेरा सेक्टर में मंगलवार सुबह करीब साढ़े पांच बजे संघर्ष विराम का उल्लंघन किया. कृष्णा घाटी सेक्टर में पाकिस्तानी सेना ने छोटे हथियारों से फायरिंग की साथ ही मोर्टार शेलिंग कर सेना की चौकियों को निशाना बनाने की नापाक हरकत की है. पाकिस्तानी सेना ने रिहायशी इलाकों को भी निशाना बनाया है. राजौरी में हुई पाकिस्तानी गोलाबारी में सेना के जवान दीपक कार्की शहीद हो गए, जबकि एक जवान और एक नागरिक घायल भी हुए हैं. घायलों को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है.