गोरखपुरः पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्यालय पर भारतीय रेल की सभी धरोहर मौजूद हैं. डेढ़ सौ साल पुरानी भारतीय रेल के तकनीक से लेकर पुराने समय के स्टेशनों और रेल मंत्रियों के क्रियाकलाप को भी गैलरी में समेटा गया है. यह गैलरी अति प्राचीन लेखन सामग्री को भी प्रस्तुत करती नजर आएगी, जो रेलवे की उपलब्धियों और प्रचार का साधन हुआ करती थी. धरोहर नामक इस गैलरी का उद्घाटन पूर्वोत्तर रेलवे के महाप्रबंधक राजीव अग्रवाल के हाथों हुआ.
गैलरी में है डॉ. राजेंद्र प्रसाद की ट्रेन यात्रा
महाप्रबंधक परिसर में बनाई गई इस गैलरी में 1956 में गोरखपुर रेलवे स्टेशन कैसा दिखाई देता था, उसकी भी तस्वीर देखने को मिलेगी. वहीं प्रयागराज से लेकर काठगोदाम तक के स्टेशनों की झलक यहां मिल जाएगी. देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद ट्रेन यात्रा करते नजर आएंगे तो जगजीवन राम से लेकर लाल बहादुर शास्त्री भी बतौर रेल मंत्री रेलवे की गतिविधियों को परखते हुए तस्वीरों में दिख जाएंगे.
लोगों की जिज्ञासा शांत करेगी यह गैलरी
कंप्यूटर के इस युग में जब रेलवे की सारी व्यवस्थाएं ऑनलाइन हो चुकी हैं तो आज से सैकड़ों साल पहले किस तरह से रिकॉर्ड को सुरक्षित किया जाता था. ऐसे तमाम महत्वपूर्ण हस्तलिखित रिकॉर्ड भी यहां लोगों को बर्बस ही आकर्षित करेंगे. गैलरी के उद्घाटन अवसर पर महाप्रबंधक पूर्वोत्तर रेलवे ने कहा कि यह गैलरी लोगों की जिज्ञासा को शांत करेगा. साथ ही रेलवे के लगातार होते विकास से भी लोग परिचित हो सकेंगे.
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पुरस्कृत करने की घोषणा
महाप्रबंधक ने इस दौरान गैलरी के विजिटर बुक में हस्ताक्षर भी किया, उन्होंने रेलवे के सूचना एवं जनसंपर्क विभाग की इस पहल की सराहना करते हुए 25 हजार का पुरस्कार भी देने की घोषणा की. इस दौरान रेलवे के तमाम वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे. मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज सिंह इस गैलरी की गतिविधियों के बारे में महाप्रबंधक को अवगत कराते रहे. यह गैलरी जिज्ञासुओं की जिज्ञासा को शांत करेगी. रेलवे पर शोध करने वालों को शोध का मटेरियल उपलब्ध कराएगी तो तकनीक के नए तरीकों को प्रयोग करते हुए भारतीय रेलवे आज जिस मुकाम पर आ खड़ी हुई है. उसकी भी जानकारी उपलब्ध होगी.