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लालच में फंसा स्वर्ण कारोबारी, सोने का नकली सिक्का देकर ठगे 12 लाख रुपये, ऐसे हुआ खुलासा

यूपी के गोरखपुर में पुलिस ने शातिर ठगों को गिरफ्तार किया है. इन ठगों ने स्वर्ण व्यवसाई को ही सोने का नकली सिक्का देकर लाखों रुपये ठग लिए थे.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Aug 28, 2023, 3:55 PM IST

गोरखपुरः कहावत है 'लालच बुरी बला' है, इसमें फंसकर लोग न जाने क्या से क्या लुटा देतें हैं. कुछ एक ऐसा ही मामला जिले में सामने आया है. यहां सोने का कारोबार करने वाला एक सराफा ही असली सोने के एक सिक्के के साथ नकली 109 सिक्के हासिल कर 12 लाख 85 हजार रुपए गवां दिया था. हालांकि जैसे ही वह इन सिक्कों की जांच पड़ताल और गलाई में जुटा तो ठगे जाने का अहसास हो गया. इसके बाद सराफा ने तत्काल पुलिस को इस बात की सूचना दी. गोरखपुर पुलिस ने भी इस मामले को गंभीरता से लिया और नकली सोने के सिक्के के बदले बारह लाख की ठगी करने वाले गिरोह को छह दिनों के भीतर गिरफ्तार कर लिया. इसके साथ ही स्वर्ण कारोबारी के अधिकतम रुपये बरामद भी कर लिया. ठगी के इस गिरोह का खुलासा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉक्टर गौरव ग्रोवर ने करते हुए ऐसे ठगों से सावधान रहने की अपील की है.

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सिक्के की जांच पड़ताल में ठगी का पता चलाः एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर ने पुलिस लाइन सभागार में मीडिया से बात करते हुए बताया कि 21 अगस्त को शातिर ठगों ने खजनी थाना क्षेत्र के एक स्वर्ण व्यवसाई को सस्ते दाम में सोने का सिक्का देने का झांस दिया. ठगों ने पहले स्वर्ण व्यवसाई को सोने का एक असली सिक्का देकर चेक कराया. जब व्यापारी पूरी तरह सन्तुष्ट हो गया तो उसे महज 12.85 लाख रुपये में काफी सस्ते दर पर 109 सिक्के देने के विश्वास में ले लिया. स्वर्ण व्यवसाई झांसे में आकर परिचितों और रिश्तेदारों की मदद से 12.85 लाख रुपये जुटाकर उसके बदले में 109 सोने के सिक्के ले लिया. लेकिन जब उसने सिक्के की जांच की तो उसे ठगी का शिकार होने का अहसास हुआ.

4 ठगों को पुलिस ने किया गिरफ्तारः एसएसपी ने बताया कि इसके बाद स्वर्ण व्यवसायी ने खजनी थाने में आरोपियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई. इसके बाद खजनी पुलिस, एसओजी और स्वाट टीम ने 6 दिन के अंदर 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार आरोपियों की पहचान बांसगांव थाना क्षेत्र के टिकरी बुजुर्ग गांव के रहने वाले दीपक कुमार, रतनलाल, संदीप यादव और खजनी थाना क्षेत्र के राजेंद्र यादव के रूप में हुई है. पुलिस इनके पास से स्वर्ण व्यवसाई के ठगे गए 10.85 लाख रुपये, 2 बंडल 500 और 200 रुपये के नोट, जिसमें बाहरी छोर पर असली और अंदर चिल्ड्रेन बैंक के चूरन वाले नोट, दो पीली धातु के सिक्के, 500 रुपये का एक और 100 रुपये के दो नकली नोट, 5 मोबाइल, घटना में इस्तेमाल की गई 3 बाइक भी बरामद की हैं.

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नकली नोटों की गड्डियां भी बरामदः एसएसपी ने बताया कि चिल्ड्रन बैंक के नकली नोट के ऊपर असली नोट लगे गड्डियां बरामद होने से इस बात के पुख्ता प्रमाण मिले हैं कि यह आगे किसी बड़ी ठगी की घटना को अंजाम देने के लिए प्लान बना रहे थे. इसके साथ ही इन लोगों की योजना बाजार में नकली नोटों को चलाने की भी प्रतीत होती है. पुलिस ने इन्हें न्यायालय में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया. एसएसपी ने बताया कि आगे उनके खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई भी की जाएगी.

गोरखपुरः कहावत है 'लालच बुरी बला' है, इसमें फंसकर लोग न जाने क्या से क्या लुटा देतें हैं. कुछ एक ऐसा ही मामला जिले में सामने आया है. यहां सोने का कारोबार करने वाला एक सराफा ही असली सोने के एक सिक्के के साथ नकली 109 सिक्के हासिल कर 12 लाख 85 हजार रुपए गवां दिया था. हालांकि जैसे ही वह इन सिक्कों की जांच पड़ताल और गलाई में जुटा तो ठगे जाने का अहसास हो गया. इसके बाद सराफा ने तत्काल पुलिस को इस बात की सूचना दी. गोरखपुर पुलिस ने भी इस मामले को गंभीरता से लिया और नकली सोने के सिक्के के बदले बारह लाख की ठगी करने वाले गिरोह को छह दिनों के भीतर गिरफ्तार कर लिया. इसके साथ ही स्वर्ण कारोबारी के अधिकतम रुपये बरामद भी कर लिया. ठगी के इस गिरोह का खुलासा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉक्टर गौरव ग्रोवर ने करते हुए ऐसे ठगों से सावधान रहने की अपील की है.

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सिक्के की जांच पड़ताल में ठगी का पता चलाः एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर ने पुलिस लाइन सभागार में मीडिया से बात करते हुए बताया कि 21 अगस्त को शातिर ठगों ने खजनी थाना क्षेत्र के एक स्वर्ण व्यवसाई को सस्ते दाम में सोने का सिक्का देने का झांस दिया. ठगों ने पहले स्वर्ण व्यवसाई को सोने का एक असली सिक्का देकर चेक कराया. जब व्यापारी पूरी तरह सन्तुष्ट हो गया तो उसे महज 12.85 लाख रुपये में काफी सस्ते दर पर 109 सिक्के देने के विश्वास में ले लिया. स्वर्ण व्यवसाई झांसे में आकर परिचितों और रिश्तेदारों की मदद से 12.85 लाख रुपये जुटाकर उसके बदले में 109 सोने के सिक्के ले लिया. लेकिन जब उसने सिक्के की जांच की तो उसे ठगी का शिकार होने का अहसास हुआ.

4 ठगों को पुलिस ने किया गिरफ्तारः एसएसपी ने बताया कि इसके बाद स्वर्ण व्यवसायी ने खजनी थाने में आरोपियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई. इसके बाद खजनी पुलिस, एसओजी और स्वाट टीम ने 6 दिन के अंदर 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार आरोपियों की पहचान बांसगांव थाना क्षेत्र के टिकरी बुजुर्ग गांव के रहने वाले दीपक कुमार, रतनलाल, संदीप यादव और खजनी थाना क्षेत्र के राजेंद्र यादव के रूप में हुई है. पुलिस इनके पास से स्वर्ण व्यवसाई के ठगे गए 10.85 लाख रुपये, 2 बंडल 500 और 200 रुपये के नोट, जिसमें बाहरी छोर पर असली और अंदर चिल्ड्रेन बैंक के चूरन वाले नोट, दो पीली धातु के सिक्के, 500 रुपये का एक और 100 रुपये के दो नकली नोट, 5 मोबाइल, घटना में इस्तेमाल की गई 3 बाइक भी बरामद की हैं.

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नकली नोटों की गड्डियां भी बरामदः एसएसपी ने बताया कि चिल्ड्रन बैंक के नकली नोट के ऊपर असली नोट लगे गड्डियां बरामद होने से इस बात के पुख्ता प्रमाण मिले हैं कि यह आगे किसी बड़ी ठगी की घटना को अंजाम देने के लिए प्लान बना रहे थे. इसके साथ ही इन लोगों की योजना बाजार में नकली नोटों को चलाने की भी प्रतीत होती है. पुलिस ने इन्हें न्यायालय में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया. एसएसपी ने बताया कि आगे उनके खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई भी की जाएगी.

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