गोरखपुरः शारदीय नवरात्र के पहले दिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दोपहर 1.45 बजे गोरखपुर पहुंचे. यहां पर उन्होंने गोरखनाथ बाबा के दरबार में दर्शन किए और अपने गुरु ब्रह्मलीन महंत अवैद्यनाथ की समाधि पर मत्था टेका. शाम 5.45 बजे मंदिर के मुख्य पुजारी बाबा योगी कमलनाथ, तमाम संतगण और पंडित और मंदिर के खास लोगों के साथ कलश यात्रा में सम्मिलित हुए. इसके बाद जल भरे कलश को मुख्य मंदिर के बगल में स्थित भवन के प्रथम तल पर स्थित आवास के पास मां की प्रतिमा के पास मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्थापित करेंगे.
गुरु गोरक्षनाथ मंदिर के मुख्य पुजारी योगी कमलनाथ की अगुवाई में गोरखनाथ मंदिर में परंपरागत रूप से कलश यात्रा मंदिर परिसर में निकाली गई. मंदिर के सभी पुजारी, वेद पाठी बालक, पुरोहित और श्रद्धालु इस यात्रा में शामिल हुए. कलश यात्रा के दौरान शिव शक्ति और बाबा गोरखनाथ के अस्त्र त्रिशूल को मुख्य पुजारी योगी कमलनाथ द्वारा ले जाया गया. परंपरा के अनुसार त्रिशूल लेकर चलने वाले को 9 दिन मंदिर में ही रहना होता है. इसके बाद मठ के प्रथम तल पर कलश की स्थापना कर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मां भगवती की उपासना करेंगे. इसके पहले उन्होंने सुबह देवीपाटन मंदिर में कलश स्थापित करने के बाद पूजा-अर्चना की थी.