गोरखपुर: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि किसी भी समाज में अगर योग्य लोग हों, तो वहां कोई अयोग्य रह ही नहीं सकता. उन्होंने कहा कि योग्य लोगों की समाज के प्रति जिम्मेदारी बनती है कि, वह आगे आकर लोगों को दक्ष और निपुण बनाएं. जिससे एक बेहतरीन समाज का निर्माण हो सके. मुख्यमंत्री रविवार को गोरखपुर के मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित बृहद रोजगार मेले को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे.
इस मेले में कुल 135 स्थानीय और देश स्तर की कंपनियों ने प्रतिभाग किया था. जिनके द्वारा करीब 30 हजार से अधिक बेरोजगार युवाओं और युवतियों को रोजगार दिया गया. इस दौरान कुछ चयनित युवाओं को मुख्यमंत्री ने अपने हाथों से नियोक्ता द्वारा दिए गए प्रमाण पत्र सौंपा. कार्यक्रम में भारत सरकार के वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी और प्रदेश सरकार के कौशल विकास मंत्री अनूप अग्रवाल समेत, सांसद रवि किशन और तमाम जनप्रतिनिधि, अधिकारी भी मौजूद रहे.
इस दौरान सीएम योगी ने कहा कि जिन भी युवा बेरोजगार युवक और युवतियों को इस रोजगार मेले में रोजगार पाने का अवसर नहीं प्राप्त हुआ है. ऐसे युवाओं को विभिन्न कंपनियों से जोड़ने का कार्य कौशल विकास मिशन और रोजगार से जुड़े कार्यालय करें. जिससे वह प्रशिक्षण प्राप्त कर अगले वर्ष आयोजित होने वाले रोजगार मेले से बेहतर रोजगार प्राप्त कर सकें. उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण के दौरान ऐसे लोगों को मानदेय भी दिया जाएगा. जिसका आधा हिस्सा नियोक्ता कंपनी को तो आधा हिस्सा भारत सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार मिलकर देगी.
योगी ने कहा कि हर हाथ को कम, हर हाथ को रोजगार मिले, यह भारतीय जनता पार्टी प्रारंभ से सोचती रही है. जब पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने यह नारा दिया था तब लोगों को लगता था कि क्या यह असंभव है. लेकिन, प्रधानमंत्री मोदी ने 2014 के बाद इसको सफल बनाने का कार्य किया है. डिजिटल इंडिया के माध्यम से हर एक गांव को हर एक व्यक्ति को साक्षार बनाया गया और रोजगार के सृजन हुए. लेकिन स्टार्टअप इंडिया, स्टैंड अप इंडिया, पीएम मुद्रा योजना और और इन योजनाओं को आगे बढ़ते- बढ़ते आज पीएम विश्वकर्मा जैसी तमाम योजनाओं को आगे बढ़ाने का काम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हुआ.
इसलिए आज भारत के युवाओं को अपने ही देश में नौकरी और रोजगार की ढेर सारी संभावनाओं को आगे बढ़ाया है. आज उसी का परिणाम है कि गोरखपुर में एक वृहद रोजगार मेले का आयोजन किया गया. अच्छे मार्गदर्शक हैं तो हर व्यक्ति को काम मिल सकता है. डबल इंजन सरकार का यही मकसद है बिना भेदभाव के हर किसी का काम मिले. सीएम ने आगे कहा कि " मैं युवाओं से कहता हूं सरकार ने ढेर सारी चीज आपके लिए तय की है. आप याद करें उत्तर प्रदेश में पहले कोई निवेश के लिए नहीं आता था. आज निवेश के लिए 38 लाख करोड़ निवेश के प्रस्ताव हमें मिले हैं. इस 38 लाख करोड़ का निवेश को जमीनी धरातल पहुंचाने के लिए हमें चाहिए एक करोड़ 10 लाख युवा. जिन्हें अपने ही गांव घर के पास नौकरी रोजगार मिल जाएगा. उत्तर प्रदेश का युवा स्वयं रोजगार करके परिवार का खर्चा चला सकता है".
योगी ने कहा जब लॉकडाउन में बाहर से बेरोजगार वापस आने लगे तो लोगों ने कहा इन्हें कहां रोजगार मिलेगा. तो, मैंने कहा की परेशान होने की जरूरत नहीं है. इन सबको रोजगार मिलेगा और 40 लाख से ज्यादा बेरोजगारों को यूपी में रोजगार देने का काम हम लोगों ने किया. उनके रोजगार के सृजन की व्यवस्था की. जो राज्य उन्हें संभाल नहीं पाए थे, जो राज्य उनकी व्यवस्था नहीं कर पाए थे, वह राज्य कोरोना की प्रथम वेब की स्थिति में मुझे फोन करते थे. हमारे यहां लोग नहीं मिल रहे थे.
काम करने के लिए यूपी से कुछ लोगों को भेज देते, तो मैंने कहा यूपी के लोग इतने फालतू हो रखे हैं क्या कि जहां मर्जी वहां भेज दें. अब यूपी का आदमी यूपी के अंदर ही काम करेगा और विकास करेगा. यूपी अब पर्यटकों का भी बड़ा केंद्र बन रहा है. इससे भी रोजगार के अवसर उपलब्ध हो रहे हैं. होटल, रेस्टोरेंट के अलावा होम स्टे की भी योजना लोगों को रोजगार उपलब्ध कराएगी. तमाम युवा गाइड के रूप में भी प्रशिक्षण प्राप्त कर सकते हैं. वर्ष 2017 के पहले 3 करोड़ पर्यटक लोग यूपी आते थे और आज कितने आ रहे हैं 32 करोड़. योगी ने कहा कि रोजगार के अवसर बहुत हैं. बस उन्हें समझने और उसके लिए लोगों को तैयार करने की जरूरत है.
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