गोरखपुर: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का जनता दरबार लोगों को अपनी उम्मीद को पूरी करने का बड़ा केंद्र दिखता है. यही वजह है कि लोग दूर दराज से जनता दरबार में अपनी समस्याएं लेकर पहुंचते हैं. गोरखनाथ मंदिर में यह जनता दरबार लगता है. योगी जब भी गोरखपुर दौरे पर आते हैं तो लोगों की फरियाद के लिए वह सुबह 7:30 से 8 के बीच में जनता दरबार में हाजिर होकर लोगों की समस्याओं को सुनते हैं. इसी के साथ तत्काल जिला और मंडल के वरिष्ठ अधिकारियों को समस्याओं के निराकरण का निर्देश देते हैं.
इसी क्रम में गोरखनाथ मंदिर में गुरुवार को जनता दरबार आयोजित किया गया. इसमें फरियादियों की समस्याएं सुनने के बाद अधिकारियों को समाधान करने के निर्देश दिए. वहीं, जो लोग आवास नहीं मिलने की शिकायत लेकर पहुंचे थे, उनके समाधान और कारण जानने का निर्देश मौके पर खड़े अधिकारियों को दिया. सीएम ने आला अफसरों को निर्देश दिए कि कोई भी ऐसा जरूरतमंद जो आवास और इलाज की उम्मीद लेकर उनके दरबार तक आया है, वह खाली नहीं जाना चाहिए. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि ऐसा उपाय करें, जिससे उनकी फरियाद पूरी हो और उम्मीदें कायम रहे.
200 लोगों की सुनी समस्याएं: सीएम योगी ने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि जिन जरूरतमंदों को अभी पक्का मकान नहीं मिल पाया है, उन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना या मुख्यमंत्री आवास योजना के दायरे में लाकर पक्के आवास की सुविधा उपलब्ध कराई जाए. आयुष्मान कार्ड बनवाकर इलाज की उचित व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाए. कार्ड न होने की दशा में गंभीर बीमारियों के उपचार के लिए विवेकाधीन कोष से धनराशि उपलब्ध कराई जाएगी. योगी ने सबकी समस्याओं को सुनते हुए आश्वस्त किया कि हर समस्या का समयबद्ध, पारदर्शी व संतुष्टिपरक निस्तारण किया जाएगा. जनता दर्शन में मुख्यमंत्री ने करीब 200 लोगों की समस्याएं सुनीं.
जनता दरबार में सबसे ज्यादा महिला फरियादी: जनता दरबार में सबसे बड़ी संख्या महिलाओं की रही. इसमें महिलाओं ने आवास नहीं मिलने की समस्या बताई. मुख्यमंत्री ने तुरंत अधिकारियों को निर्देशित किया कि महिलाओं की समस्या को संवेदनशीलता से देखें. जरूरतमंद महिला को प्रधानमंत्री आवास योजना या मुख्यमंत्री आवास योजना के अंतर्गत आवास उपलब्ध कराया जाए. जमीन कब्जा करने की शिकायतों पर उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों में कड़ी कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित की जाए. राजस्व व पुलिस से संबंधित मामलों में प्रभावी कार्रवाई हो.
इलाज में मिलेगी सहायता, जनकल्याण कार्यों को दें प्राथमिकता: अधिकारी जन कल्याण के कार्यों को सदैव प्राथमिकता पर रखें और हर पीड़ित की समस्या का त्वरित निस्तारण करना सुनिश्चित करें. वहीं, इलाज में आर्थिक सहायता की गुहार लेकर पहुंचे लोगों को सीएम योगी ने भरोसा दिलाया कि पैसे के अभाव में किसी का इलाज नहीं रुकने पाएगा. उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि स्टीमेट की प्रक्रिया को प्राथमिकता पर पूर्ण कराकर शासन को उपलब्ध कराएं. शासन से इलाज में भरपूर आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी.