गोरखपुर : लोक संस्कृति व स्थानीय उत्पाद के समागम दो दिवसीय गोरखपुर महोत्सव का बुधवार को समापन किया गया. समापन अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोविड काल में देश का पहला सबसे भव्य महोत्सव गोरखपुर महोत्सव है, जिसका आयोजन पूरी प्रोटोकॉल का पालन करते हुए गोरखपुर जिला प्रशासन ने किया है. वहीं आगामी 16 जनवरी को कोरोना को खत्म करने के लिए होने वाले टीकाकरण के आगाज से पूर्व महोत्सव का आयोजन सभी के लिए शुभ संकेत है.
10 लोगों को दिया गया गोरखपुर रत्न अवार्ड
दो दिवसीय गोरखपुर महोत्सव के समापन अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि योगी आदित्यनाथ के साथ प्रदेश के कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह व पर्यटन मंत्री नीलकंठ तिवारी मंच पर मौजूद रहे. मुख्यमंत्री ने समापन अवसर पर दीप प्रज्वलित कर जिला प्रशासन को गोरखपुर महोत्सव को सकुशल संपन्न कराने के लिए साधुवाद दिया. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मौके पर जिले के 10 महानुभावों को गोरखपुर रत्न अवार्ड से सम्मानित किया, जिसमें वैज्ञानिक डॉक्टर मीनाक्षी नारायण, वैज्ञानिक डॉक्टर समरेश मिश्रा, कृषि वैज्ञानिक डॉक्टर राम चरित्र चौधरी, अंतरराष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी अली शहीद, अंतरराष्ट्रीय पहलवान अमरनाथ यादव, अर्जुन अवॉर्डी प्रेम माया, नेत्र चिकित्सक डॉक्टर नरेंद्र मोहन सेठ, उद्यमी ज्योति मस्करा, सामाजिक कार्यकर्ता डॉक्टर संजीव गुलाटी व भजन गायक नंदू मिश्रा को स्मृति चिन्ह व प्रशस्ति पत्र देकर मुख्य मंच से सम्मानित किया.
'गोरखपुर महोत्सव अपने आप में बड़ी उपलब्धि'
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समापन अवसर पर अपने संबोधन में कहा कि गोरखपुर महोत्सव कराना अपने आप में किसी उपलब्धि से कम नहीं है. जहां पूरी दुनिया और देश-प्रदेश कोविड-19 महामारी से जूझ रहा था, वहीं केंद्र सरकार ने इस कोविड काल में भी पूरी तत्परता के साथ कोरोना के खिलाफ मुखर होकर लड़ाई लड़ी, जिसका परिणाम है कि जनजीवन अब धीरे-धीरे सामान्य हो गया है और लोग घरों से बाहर निकल कर अपने रोजमर्रा के कार्यों को कर रहे हैं.
'कोरोना के खात्मे का संकेत है गोरखपुर महोत्सव'
मुख्यमंत्री ने कहा कि अब कोरोना के खात्मे का वक्त नजदीक आ गया है. आगामी 16 जनवरी को देशभर में टीकाकरण किया जाएगा. लोगों से अपील है कि वह संयम बरतें. जिस तरीके से लोगों ने कोरोना काल में अपने संयम को दिखाया है, ठीक उसी तरीके से टीकाकरण के दौरान भी संयम दिखाने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि हर शुभ कार्य से पहले महोत्सव का आयोजन होता है और गोरखपुर महोत्सव कोरोना के खात्मे का शुभ संकेत हैं. हमें संयम खोने की जरूरत नहीं है. चरणबद्ध तरीके से टीकाकरण का अभियान चलेगा. सभी को अपनी सहभागिता सुनिश्चित करने की जरूरत है.