गोरखपुर: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath ) ने कहा है कि हर बीमारी की जड़ गंदगी और कुपोषण है. इसे मिटाने के लिए हम सभी को मिलकर प्रयास करना होगा. उन्होंने कहा कि आज से 6 वर्ष पहले यानी की 2017 तक गोरखपुर समेत पूरे पूर्वांचल में इन्सेफेलाइटिस जैसी बीमारी कहर बरपा रही थी. अकेले बीआरडी मेडिकल कॉलेज में 500 से अधिक और पूरे प्रदेश में करीब 1200 बच्चे हर साल जान गंवाते थे. लेकिन साल 2017 के बाद प्रदेश सरकार ने कई विभागों के समन्वय से संचारी रोग और दस्तक जैसे अभियान को शुरू करके न सिर्फ इंसेफेलाइटिस बल्कि तमाम अन्य विषाणु जनित बीमारियों पर प्रभावी नियंत्रण पाने में सफलता हासिल की है.
सीएम ने चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मियों को किया संबोधित
सीएम योगी आदित्यनाथ मंगलवार को बीआरडी मेडिकल कॉलेज में संचारी रोग नियंत्रण अभियान की शुरुआत करने के साथ ही सभागार में मौजूद चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मियों को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि जितना जरूरी किसी भी समस्या के समाधान के लिए उपायों को ढूंढना और नीति को बनाना है, उतना ही जरूरी बनाई गई नीति और उपायों का सही से अनुपालन और उसके प्रति लोगों को जागरूक करना भी है.
आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां घर-घर दे रही दस्तक
सीएम योगी ने कहा कि संचारी रोग और दस्तक जैसे कई अभियान शुरू किए गए. इससे लोगों में स्वच्छता सफाई को लेकर जागरुकता पैदा किया गया तो आज ऐसी बीमारी अपने खात्मे में की ओर है. सीएम ने कहा कि बहुत ही जल्द इसके उन्मूलन की भी घोषणा की जाएगी. योगी ने कहा की शहर में सफाई और स्वच्छ जल नगर विकास की जिम्मेदारी है तो ग्राम स्तर पर ये जिम्मेदारी ग्राम पंचायत और ग्राम विकास भाग निभा रहे हैं. इसके अलावा कुपोषण को समाप्त करने के लिए बाल विकास जैसा विभाग कार्य कर रहा है. साथ ही आशा, आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां घर-घर तक दस्तक दे रही हैं. जो लोग भी बुखार या अन्य संक्रामक जैसी बीमारी से जूझ रहे हैं, उन्हें अस्पताल तक पहुंचाया जा रहा है.
यूपी में विषाणु जनित बीमारी पर नियंत्रण
सीएम योगी ने कहा कि इसका नतीजा है कि इन विषाणु जनित बीमारी पर नियंत्रण प्रभावी दिखाई देता है. उन्होंने कहा कि एक तरफ पूरे देश में डेंगू को लेकर हाहाकार मचा हुआ है. लेकिन यूपी में इन अभियानों की देन है कि स्थिति नियंत्रण में है. एईएस में जो कुछ मामले सामने आ रहे हैं, उसमें सर्विलांस को मजबूत किया गया है. जिससे बाकी कमियों को भी दूर किया जा सके.
संचारी रोग नियंत्रण रोकथाम का मॉडल
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भारत को स्वच्छ, स्वस्थ और स्वावलंबी बनाना है तो स्वच्छता को अपनाना होगा. जिसमें संचारी रोग नियंत्रण रोकथाम की एक बड़ी कड़ी है. इसके नियंत्रण का मॉडल हम सभी के सामने हैं. हम सभी को मिलकर इसकी जिम्मेदारी उठानी होगी. तभी ऐसे रोगों का उन्मूलन हो सकेगा. योगी ने कहा की गोरखपुर में बीआरडी रीजनल मेडिकल रिसर्च सेंटर स्थापित है. जिसके माध्यम से सभी प्रकार के जीवाणु, विषाणु पर शोध कार्य कर सकते हैं. इसके साथ ही योगी ने टीबी की बीमारी के खिलाफ भी अभियान पर जोर देने को कहा. उन्होने कहा कि पूरी दुनिया इस पर 2030 में नियंत्रण पाना चाहती है. लेकिन पीएम मोदी भारत को 2025 में इससे मुक्ति दिलाने का अभियान छेड़ चुके हैं. हम सभी को इसके लिए आगे आना होगा. चाहे सांसद, विधायक, कोई अधिकारी या समाजसेवी कोई भी हो. जिनको भी ऐसे मरीजों की जानकारी मिले उन्हें कुपोषण से बचाने के लिए आगे आना होगा तो इसमें भी सफलता मिलेगी.
कृष्ण के बालरूप में जोड़ा बच्चे को
सीएम योगी ने संचारी रोग की चर्चा मंच से व्यापक स्तर पर किया. पूरे प्रदेश में किस बीमारी ने ज्यादा दस्तक दिया है उसकी भी चर्चा किया. उन्होंने कहा कि यह बीमारियां व्यवस्था को चुनौती देती थी. जो लोगों को परेशान करती थी. लेकिन आज सब ठीक हो रहा है. इसमें बड़ा योगदान आशा, आगनबाडी और स्वास्थ्य कर्मियों का है. जागरूकता के क्षेत्र में कार्य करने के लिए योगी ने 2 आंगनबाडी और 2 आशाओं को सम्मानित किया. उन्होंने दस्तक अभियान के लिए निकाली गई रैली और वाहन जुलूस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. इस दौरान कृष्ण के बालरूप में एक बच्चे को भी अभियान से जोड़ा गया. जिसके हाथों सीएम योगी ने गुब्बारा उड़ाकर स्वच्छता, सफाई और जागरूकता का बड़ा संदेश दिया.
यह भी पढे़ं- CM Yogi ने जयंती पर महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री को किया नमन, कही ये बात