गोरखपुर : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार की शाम वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर जिले के अधिकारियों के साथ गहनता से कोरोना संक्रमण पर रोकथाम के लिए चर्चा की. चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री ने साफ कर दिया है कि मांगलिक कार्यों में बंद जगहों पर 50 से अधिक और खुले स्थानों पर 100 से अधिक लोग एकत्रित न हो. वहीं धार्मिक स्थलों पर एक साथ 5 से अधिक व्यक्ति प्रवेश न करें.
सीएम योगी ने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा है कि आगामी 14 अप्रैल तक टिका उत्सव के दौरान अधिक से अधिक लोगों का वैक्सिनेशन किया जाए. कोविड-19 की स्थिति और टीकाकरण अभियान के साथ ही प्रतिदिन बढ़ते संक्रमितों की संख्या को देखते हुए जिन जनपदों में नाइट कर्फ्यू लगाया गया है वहां उसका सख्ती के साथ पालन कराया जाए, जिससे नाइट कर्फ्यू लागू करने का मकसद सार्थक हो सके.
नाइट कर्फ्यू को कामयाब बनाने के लिए संबंधित अधिकारी अपने अपने क्षेत्रों में अपने दायित्वों का निर्वहन करें, जिन जनपदों में संक्रमितों की संख्या प्रतिदिन बढ़ती जा रही है. उस को नियंत्रित करने के लिए बाहर निकलने वाला हर व्यक्ति मास्क जरूर लगाएं और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें. रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन और हवाई यात्रा से आने वाले हर व्यक्तियों का कोरोना जांच जरूर किया जाए. स्वास्थ्य विभाग की टीम उन पर लगातार नजर बनाए रखें.
सीएम योगी ने जनपद के उच्च अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा है कि बेवजह सड़कों पर निकलने वाले लोगों का चालान करते हुए उन्हें वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के प्रति जागरूक किया जाए. साथ ही इमरजेंसी सेवाओं के तहत ही लोगों को आवागमन की अनुमति दी जाए. भीड़ भाड़ की स्थिति को नियंत्रित करते हुए सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का भी पालन कराया जाए.
बैठक में एडीजी अखिल कुमार, डीआईजी प्रीतिंदर सिंह, मंडलायुक्त जयंत नारलीकर, जिलाधिकारी के विजेंद्र पांडियन, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दिनेश कुमार पी, सीडीओ इंदरजीत सिंह, बीआरडी मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ गणेश, सीएमओ डॉ. सुधाकर पांडे सहित प्राइवेट अस्पतालों के प्रबंधक, निर्देशक सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद रहे.