गोरखपुर: नवरात्र के पावन पर्व पर गुरु गोरखनाथ मंदिर में स्थापित देवी प्रतिमा के समक्ष कलश स्थापना के लिए सीएम योगी गोरखपुर पहुंच चुके हैं. सीएम योगी ने अपने निजी निवास गोरखनाथ मंदिर पहुंचने के बाद सबसे पहले गुरु गोरखनाथ का माल्यार्पण किया. इसके बाद अपने गुरु ब्रह्मलीन महंत अवैद्यनाथ की प्रतिमा पर भी पूजा-अर्चना की.
जानकारी के अनुसार, आज शाम पांच बजे गोरखनाथ मंदिर में परंपरागत रूप से कलश यात्रा मंदिर के प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ की अगुवाई में निकाली जाएगी. मंदिर के सभी पुजारी, योगी, वेद पाठी बालक, पुरोहित एवं श्रद्धालु इस यात्रा में शामिल होंगे. कलश यात्रा के दौरान शिव, शक्ति और बाबा गोरखनाथ के अस्त्र त्रिशूल को मंदिर के मुख्य पुजारी योगी कमलनाथ लेकर चलेंगे.
इस दौरान 21 पुरोहितों द्वारा पूजन पाठ का कार्यक्रम संपन्न कराया जाएगा. पूजा-अर्चना काफी देर तक होती रहेगी. योगी आदित्यनाथ दुर्गा सप्तशती के पाठ का भी वाचन करेंगे. वर्षों से चली आ रही इस परंपरा को निभाने के लिए योगी आदित्यनाथ राजधानी लखनऊ से पहले देवीपाटन मंदिर और फिर गोरखपुर मंदिर के लिए पहुंचे हैं, जहां वे गोरक्षपीठाधीश्वर के रूप में अपनी भूमिका का निर्वहन करेंगे.
मुख्यमंत्री का यह दौरा फिलहाल दो दिनों के लिए हुआ है, लेकिन बताया जाता है कि नवरात्र के इस 9 दिन में वह कुल पांच दिनों तक गोरखपुर में रहने वाले हैं. अष्टमी, नवमी और विजयदशमी के दिन सीएम योगी गोरखपुर में होंगे और महानिशा पूजन, तिलक कार्यक्रम के अलावा विजयदशमी को निकलने वाले जुलूस में रथ पर सवार होकर मानसरोवर मंदिर जाएंगे, जहां वह भोलेनाथ के मंदिर में पूजा-अर्चना करेंगे.
इसके बाद मानसरोवर के रामलीला मैदान में चल रही रामलीला के समापन कार्यक्रम में सीएम योगी शिरकत करेंगे. सीएम राम, सीता, लक्ष्मण का तिलक करेंगे और उपस्थित लोगों को संबोधित भी करेंगे. इसके बाद योगी गोरखनाथ मंदिर लौट आएंगे और अपने लोगों के लिए आयोजित किए गए भंडारा कार्यक्रम में भी शामिल होंगे.