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सीएम योगी आदित्यनाथ ने महायोगी गुरु गोरक्षनाथ मंदिर परिसर में किया रुद्राभिषेक

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सावन मास के पहले दिन महायोगी गुरु गोरक्षनाथ मंदिर परिसर में बने शिव मंदिर में रुद्राभिषेक किया. गोरक्ष पीठाधीश्वर के रूप में भगवान भोले की पूजा अर्चना का विशेष महत्व होता है.

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Published : Jul 25, 2021, 4:06 PM IST

मुख्यमंत्री ने महायोगी गुरु गोरक्षनाथ मंदिर परिसर में किया रुद्राभिषेक
मुख्यमंत्री ने महायोगी गुरु गोरक्षनाथ मंदिर परिसर में किया रुद्राभिषेक

गोरखपुर: रविवार को श्रावण मास के पहले दिन महायोगी गुरु गोरखनाथ मंदिर परिसर में स्थित शिव मंदिर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूरे वैदिक मंत्रोच्चार के बीच रुद्राभिषेक कर विश्व कल्याण की कामना की. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बेल पत्र, भांग, धतूरा, दूध, शहद, अबीर गुलाल, फूल आदि चढ़ाया. कार्यक्रम संस्कृत विद्यालय के आचार्य और पुरोहितों की मौजूदगी में सकुशल सम्पन्न हुआ. सीएम योगी तीन दिन के गोरखपुर प्रवास पर हैं, जहां वह विभिन्न कार्यक्रमों में सम्मिलित हो रहे हैं. पिछले दो दिनों से लगातार मुख्यमंत्री ने जनता दर्शन कार्यक्रम में सम्मिलित होकर सैकड़ों की संख्या में पहुंचे फरियादियों की समस्याओं को सुनकर उनके त्वरित निस्तारण के निर्देश दिए.

बता दें कि नाथ संप्रदाय में भगवान भोले की विशेष रूप से पूजा अर्चना की जाती है. गोरक्ष पीठाधीश्वर के रूप में भगवान भोले की पूजा अर्चना का विशेष महत्व होता है. ऐसे में सूबे के मुखिया मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी गोरक्ष पीठाधीश्वर के रूप में इस परंपरा का निर्वहन हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी किया है.

मुख्यमंत्री ने महायोगी गुरु गोरक्षनाथ मंदिर परिसर में किया रुद्राभिषेक
महादेव की उपासना का माह

सावन का संपूर्ण महीना भगवान शिव की उपासना के लिए अतिउत्तम माना गया है. यही कारण है कि शिवभक्त इस महीने का पूरे साल भर इंतजार करते हैं. धार्मिक ग्रंथों में सावन माह में भगवान शिव का अभिषेक करना बहुत ही फलदायी बताया गया है इसलिए सावन में लोग रुद्राभिषेक कर पुण्यलाभ प्राप्त करते हैं.

हिन्दू पंचांग के मुताबिक, सावन का प्रारंभ आषाढ़ पूर्णिमा या गुरु पूर्णिमा के अगले दिन से होता है. सावन माह हिन्दू पंचांग के अनुसार साल का 5वां माह होता है. इस बार सावन माह 25 जुलाई रविवार से प्रारंभ हो गया है. इसका समापन 22 अगस्त दिन रविवार को होगा.

GORAKHPUR NEWS
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सावन मास के पहले दिन महायोगी गुरु गोरक्षनाथ मंदिर परिसर में बने शिव मंदिर में रुद्राभिषेक किया

शिवजी का सोमवार बेहद पसंद

वैसे तो पूरे सावन माह के बहुत पवित्र माना जाता है, लेकिन सावन माह के सोमवार का विशेष महात्म्य माना जाता है. कहा जाता है कि सावन के सोमवार भगवान शिव को बेहद पसंद हैं. इस बार सावन में 4 सोमवार व्रत पड़ रहे हैं. 26 जुलाई को पहला सोमवार पड़ रहा है. इस दिन भगवान भोलेनाथ की विधि पूर्वक विशेष पूजा करने का विधान बताया गया है.

सोमवार को यह शुभाशुभ योग

ज्योतिष के अनुसार 26 जुलाई को सावन का पहला सोमवार है और इस दिन सौभाग्य योग बन रहा है. 2 अगस्त को दूसरा सोमवार है और इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है. 9 अगस्त को सावन का तीसरा सोमवार है और इस दिन वरीयान योग बन रहा है. 16 अगस्त को सावन का चौथा व अंतिम सोमवार है और इस दिन सर्वार्थ सिद्धि व ब्रह्म योग बन रहा है, जो कि शुभाशुभ फल देने वाला है.

गोरखपुर: रविवार को श्रावण मास के पहले दिन महायोगी गुरु गोरखनाथ मंदिर परिसर में स्थित शिव मंदिर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूरे वैदिक मंत्रोच्चार के बीच रुद्राभिषेक कर विश्व कल्याण की कामना की. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बेल पत्र, भांग, धतूरा, दूध, शहद, अबीर गुलाल, फूल आदि चढ़ाया. कार्यक्रम संस्कृत विद्यालय के आचार्य और पुरोहितों की मौजूदगी में सकुशल सम्पन्न हुआ. सीएम योगी तीन दिन के गोरखपुर प्रवास पर हैं, जहां वह विभिन्न कार्यक्रमों में सम्मिलित हो रहे हैं. पिछले दो दिनों से लगातार मुख्यमंत्री ने जनता दर्शन कार्यक्रम में सम्मिलित होकर सैकड़ों की संख्या में पहुंचे फरियादियों की समस्याओं को सुनकर उनके त्वरित निस्तारण के निर्देश दिए.

बता दें कि नाथ संप्रदाय में भगवान भोले की विशेष रूप से पूजा अर्चना की जाती है. गोरक्ष पीठाधीश्वर के रूप में भगवान भोले की पूजा अर्चना का विशेष महत्व होता है. ऐसे में सूबे के मुखिया मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी गोरक्ष पीठाधीश्वर के रूप में इस परंपरा का निर्वहन हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी किया है.

मुख्यमंत्री ने महायोगी गुरु गोरक्षनाथ मंदिर परिसर में किया रुद्राभिषेक
महादेव की उपासना का माह

सावन का संपूर्ण महीना भगवान शिव की उपासना के लिए अतिउत्तम माना गया है. यही कारण है कि शिवभक्त इस महीने का पूरे साल भर इंतजार करते हैं. धार्मिक ग्रंथों में सावन माह में भगवान शिव का अभिषेक करना बहुत ही फलदायी बताया गया है इसलिए सावन में लोग रुद्राभिषेक कर पुण्यलाभ प्राप्त करते हैं.

हिन्दू पंचांग के मुताबिक, सावन का प्रारंभ आषाढ़ पूर्णिमा या गुरु पूर्णिमा के अगले दिन से होता है. सावन माह हिन्दू पंचांग के अनुसार साल का 5वां माह होता है. इस बार सावन माह 25 जुलाई रविवार से प्रारंभ हो गया है. इसका समापन 22 अगस्त दिन रविवार को होगा.

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शिवजी का सोमवार बेहद पसंद

वैसे तो पूरे सावन माह के बहुत पवित्र माना जाता है, लेकिन सावन माह के सोमवार का विशेष महात्म्य माना जाता है. कहा जाता है कि सावन के सोमवार भगवान शिव को बेहद पसंद हैं. इस बार सावन में 4 सोमवार व्रत पड़ रहे हैं. 26 जुलाई को पहला सोमवार पड़ रहा है. इस दिन भगवान भोलेनाथ की विधि पूर्वक विशेष पूजा करने का विधान बताया गया है.

सोमवार को यह शुभाशुभ योग

ज्योतिष के अनुसार 26 जुलाई को सावन का पहला सोमवार है और इस दिन सौभाग्य योग बन रहा है. 2 अगस्त को दूसरा सोमवार है और इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है. 9 अगस्त को सावन का तीसरा सोमवार है और इस दिन वरीयान योग बन रहा है. 16 अगस्त को सावन का चौथा व अंतिम सोमवार है और इस दिन सर्वार्थ सिद्धि व ब्रह्म योग बन रहा है, जो कि शुभाशुभ फल देने वाला है.

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