गोरखपुरः जिले में दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पर्यटन संवर्धन योजना की शुरुआत सर्किट हाउस स्थित एनेक्सी भवन सभागार में दीप प्रज्वलित कर की. साथ ही मुख्यमंत्री ने पर्यटन संस्कृति धर्मार्थ कार्य मंत्री डॉ. नीलकंठ तिवारी के साथ बटन दबाकर इसका लोकार्पण भी किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि धार्मिक स्थलों को पर्यटन के साथ जोड़ने से रोजगार का सृजन होगा और पर्यटन स्थलों का भी कायाकल्प होगा. गौरतलब है कि 180 करोड़ रुपये की इस योजना के तहत प्रदेश के 376 विधानसभा क्षेत्र में पर्यटन क्षेत्रों का विकास कराया जाएगा. इस दौरान राज्यसभा सांसद जयप्रकाश निषाद, सदर सांसद रवि किशन शुक्ला, बांसगांव सांसद कमलेश पासवान, नगर विधायक डॉक्टर राधा मोहन दास अग्रवाल सहित संबंधित अधिकारी व बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता मौजूद रहे.
थीम सांग का अवलोकन
एनेक्सी भवन सभागार में कार्यक्रम के तहत मुख्यमंत्री ने पर्यटन विभाग द्वारा पर्यटन की दृष्टि से बनाए गए थीम सॉन्ग का अवलोकन किया. इस दौरान पर्यटन विभाग की एक पुस्तक और प्रदेश सरकार कार्यकाल के 4 वर्ष पूरे होने पर प्रदेश सरकार द्वारा जनकल्याणकारी योजनाओं से जुड़ी हुई पुस्तक का विमोचन किया.
ये बोले पर्यटन और संस्कृति धर्मार्थ कार्य मंत्री
कार्यक्रम के दौरान अपने उद्बोधन में प्रदेश सरकार के पर्यटन और संस्कृति धर्मार्थ कार्य मंत्री डॉ. नीलकंठ तिवारी ने कहा कि देश में पहली बार पर्यटन स्थलों के सौंदर्यीकरण एवं पर्यटन विकास कार्यों के दृष्टिगत प्रदेशभर के 376 विधानसभाओं में 180 करोड़ रुपये की योजना का शुभारंभ किया गया है. इस योजना से जहां स्थानीय लोगों को सीधे-सीधे लाभ मिलेगा, वहीं दूरदराज से आने वाले पर्यटकों को अपने इतिहास को करीब से जानने का मौका भी मिलेगा. यहां प्रदेश सरकार ने विभिन्न विभागों के साथ पर्यटन विभाग को भी प्राथमिकता के आधार पर कायाकल्प करने का मन बनाया है. वहीं, अब प्रदेश के सभी धार्मिक स्थल देश के मानचित्र पर दिखाई देंगे.
इसे भी पढ़ेंः हिन्दू ही देश की सरकार बनाता और गिराता हैः जफरयाब जिलानी
जीर्णोद्धार का कार्य शुरू
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि एक साथ 180 करोड़ रुपये की लागत से पर्यटन संवर्धन योजना के तहत जीर्णोद्धार का कार्य शुरू हो रहा है. यह धार्मिक और अन्य पर्यटन से जुड़ा हुआ है. जिसे जनप्रतिनिधियों के प्रस्ताव के माध्यम से प्रस्तुत किया गया था. सभी जनप्रतिनिधि इस कार्य के लिए बधाई के पात्र हैं. विकास आज एक नई ऊंचाइयों को छू रहा है. उत्तर प्रदेश देश के समृद्ध राज्य के रूप में खड़ा रहने का सामर्थ्य रखता है. 4 वर्ष की इस कार्य अवधि में उत्तर प्रदेश ने इस बात को साबित किया है. पर्यटन भी विकास का एक माध्यम है, राज्य सरकार पूरी प्रतिबद्धता के साथ उत्तर प्रदेश को आगे बढ़ाने का काम कर रही है.
पर्यटन से रोजगार सृजन
पर्यटन केवल धार्मिक दृष्टि से लोगों की आस्था का सम्मान करने तक सीमित नहीं है. पर्यटन हमारे रोजगार सृजन और प्रदेश के प्रति व्यक्ति आय को बढ़ाने का माध्यम है. प्रदेश में पर्यटन की असीम संभावनाएं हैं. रामायण सर्किट, कृष्णा सर्किट, बुद्ध सर्किट, जैन तीर्थ, आध्यात्मिक और शक्ति पीठ का केंद्र है. उत्तर प्रदेश अब मंदिरों में चढ़ने वाले फूल फेंके नहीं जाएंगे. इनसे इत्र, अगरबत्ती और अन्य जरूरी सामान बनेंगे.