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वेदों को जितना पढ़ने का हक पुरुष को उतना ही महिलाओं को: योगी आदित्यनाथ - सीएम योगी आदित्यनाथ

यूपी के गोरखपुर में सोमवार को सीएम योगी आदित्यनाथ 'भारतीय संस्कृति और उसके सांस्कृतिक महत्व एवं अवैद्यनाथ' विषय पर आयोजित संगोष्ठी में शिरकत की. इस दौरान उन्होंने पुस्तकालय का भी उद्घाटन किया.

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सीएम योगी आदित्यनाथ
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Published : Feb 10, 2020, 9:02 PM IST

गोरखपुर: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जिले में आयोजित 'भारतीय संस्कृति और उसके सांस्कृतिक महत्व एवं अवैद्यनाथ' विषय पर आयोजित संगोष्ठी में उपस्थित हुए. इस दौरान उन्होंने मंच से लोगों को संबोधित किया. इस दौरान सीएम ने दिग्विजय नाथ बीएड एवं एलटी प्रशिक्षण महाविद्यालय में अवैद्यनाथ से जुड़े वाचनालय और पुस्तकालय का फीता काटकर उद्घाटन किया और परिसर में आवलें का एक पौधा भी रोपा.

सीएम योगी आदित्यनाथ.
मंच से संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उनके गुरु ब्रह्मलीन महंत अवैद्यनाथ कहा करते थे कि वेदों की ऋचाओं को पढ़ने का अधिकार महिलाओं को भी उतना है, जितना पुरुषों को. महंत अवैद्यनाथ समाज में फैली भ्रांति के खुले विरोधी थे. सीएम ने कहा कि महंत अवैद्यनाथ जी हमेशा कहा करते थे कि वेदों की ऋचाओं को रचने वाले अधिकांश ऋषि दलित जाति से आते थे.

सीएम योगी ने बताया कि महंत अवैद्यनाथ जी कहा करते थे कि वेदों की रिचाओं को पढ़ने का अधिकार जितना ब्राह्मण, क्षत्रिय को है, उतना ही दलितों को भी है. योगी आदित्यनाथ ने कहा कि महंत अवैद्यनाथ सदैव लोक कल्याण की भावना से कार्य करते थे.


इसे भी पढ़ें - वाराणसी दौरे पर पहुंचे सीएम योगी, पीएम के आगमन से पहले की तैयारियों की समीक्षा

सीएम योगी ने कहा कि लाभ-हानि से ऊपर उठकर सोचने वाला व्यक्ति ही लोक कल्याण की बात सोच सकता है और ऐसा ही गुण उनके गुरू महंत अवैद्यनाथ में था. उन्होंने कहा कि अपने इन्हीं कर्मों के बल पर उनके गुरु 'राम जन्म भूमि मुक्ति आंदोलन' का नेतृत्व करने के लिए देश के सभी साधु-संतों की पहली पसंद बने थे.

गोरखपुर: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जिले में आयोजित 'भारतीय संस्कृति और उसके सांस्कृतिक महत्व एवं अवैद्यनाथ' विषय पर आयोजित संगोष्ठी में उपस्थित हुए. इस दौरान उन्होंने मंच से लोगों को संबोधित किया. इस दौरान सीएम ने दिग्विजय नाथ बीएड एवं एलटी प्रशिक्षण महाविद्यालय में अवैद्यनाथ से जुड़े वाचनालय और पुस्तकालय का फीता काटकर उद्घाटन किया और परिसर में आवलें का एक पौधा भी रोपा.

सीएम योगी आदित्यनाथ.
मंच से संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उनके गुरु ब्रह्मलीन महंत अवैद्यनाथ कहा करते थे कि वेदों की ऋचाओं को पढ़ने का अधिकार महिलाओं को भी उतना है, जितना पुरुषों को. महंत अवैद्यनाथ समाज में फैली भ्रांति के खुले विरोधी थे. सीएम ने कहा कि महंत अवैद्यनाथ जी हमेशा कहा करते थे कि वेदों की ऋचाओं को रचने वाले अधिकांश ऋषि दलित जाति से आते थे.

सीएम योगी ने बताया कि महंत अवैद्यनाथ जी कहा करते थे कि वेदों की रिचाओं को पढ़ने का अधिकार जितना ब्राह्मण, क्षत्रिय को है, उतना ही दलितों को भी है. योगी आदित्यनाथ ने कहा कि महंत अवैद्यनाथ सदैव लोक कल्याण की भावना से कार्य करते थे.


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सीएम योगी ने कहा कि लाभ-हानि से ऊपर उठकर सोचने वाला व्यक्ति ही लोक कल्याण की बात सोच सकता है और ऐसा ही गुण उनके गुरू महंत अवैद्यनाथ में था. उन्होंने कहा कि अपने इन्हीं कर्मों के बल पर उनके गुरु 'राम जन्म भूमि मुक्ति आंदोलन' का नेतृत्व करने के लिए देश के सभी साधु-संतों की पहली पसंद बने थे.

Intro:गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उनके गुरु ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ कहा करते थे कि वेदों की ऋचाओं को महिलाओं को भी पढ़ने का उतना ही अधिकार है जितना पुरुषों को। वह समाज में फैली भ्रांति के खुले विरोधी थे। अवेद्यनाथ कहा करते थे कि वेदों की ऋचाओं को रचने वाले अधिकांश ऋषि दलित जाति से आते थे। और उनकी इस रचना को पढ़ने का अधिकार जितना ब्राह्मण, क्षत्रिय को था उतना ही दलितों को भी। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि महंत अवेद्यनाथ सदैव लोक कल्याण की भावना से कार्य करते थे। योगी गोरखपुर में 'भारतीय संस्कृति और उसके सांस्कृतिक महत्व एवं अवेद्यनाथ' विषय पर आयोजित संगोष्ठी को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे।

नोट--रेडी टू फ्लैश... voice ओवर अटैच है।


Body:योगी ने इस दौरान सभागार में मौजूद लोगों का मार्गदर्शन करते हुए कहा कि लाभ-हानि से ऊपर उठकर सोचने वाला व्यक्त ही लोक कल्याण की बात सोच सकता है। और ऐसा ही गुण उनके गुरू महंत अवेद्यनाथ में था। उन्होंने कहा कि अपने इन्हीं कर्मों के बल पर उनके गुरु 'राम जन्म भूमि मुक्ति आंदोलन' का नेतृत्व करने के लिए देश के सभी साधु-संतों की पहली पसंद बने। जबकि नाथ परंपरा से जुड़े होने के कारण, उसके नियमों से बधे होने के कारण अवेद्यनाथ नाथ जी खुद को इससे अलग कर सकते थे। लेकिन यह देशहित और लोक कल्याण से जुड़ा हुआ मामला था जिसका नेतृत्व उन्होंने सहर्ष स्वीकार किया।

बाइट--योगी आदित्यनाथ, सीएम, यूपी(मंच से बोलते)


Conclusion:उन्होंने इस दौरान दिग्विजय नाथ बीएड एवं एलटी प्रशिक्षण महाविद्यालय में अवेद्यनाथ से जुड़े वाचनालय और पुस्कालय का फीता काटकर उद्घाटन किया तो परिसर में आवलें का एक पौधा भी रोपा।

मुकेश पाण्डेय
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