गोरखपुर: सोशल मीडिया संवाद का एक ऐसा प्लेटफार्म है, जिसमें दोहरा संवाद होता है. मीडिया के दौर में यह बड़ा बदलाव है. पहले प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के दौर में दोहरे संवाद को स्थापित करने में काफी समय लगता था. लेकिन सोशल मीडिया का प्लेटफार्म इसको तात्कालिकता प्रदान करता है. साथ ही तथ्य और सत्यता को भी प्रस्तुत करता है. इसलिए मौजूदा समय में सोशल मीडिया सूचनाओं से लेकर अपनी विषय वस्तु को प्रस्तुत करने का एक सशक्त और तीव्र माध्यम है. दरअसल, उक्त बातें सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को अपने गोरखपुर दौरे के दौरान कहीं.
गोरखपुर में भाजपा आईटी व सोशल मीडिया सेल के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि इसकी जरूरत को समझने की आवश्यकता है. क्योंकि जिनके पास मौजूदा समय में इसकी दक्षता है, वे अपनी किसी भी बात को मजबूती के साथ आगे बढ़ा सकते हैं.
आगामी 2022 के विधानसभा चुनाव को देखते हुए भाजपा अपने सभी रणनीति और मुद्दों पर मजबूती से काम करती दिखाई दे रही है. जिसके क्रम में ही उसका शुक्रवार को गोरखपुर क्षेत्र के चार जिलों के सोशल मीडिया और आईटी से जुड़े कार्यकर्ताओं की एक बड़ी कार्यशाला आयोजित की गई थी. इसमें प्रदेश स्तर के आईटी सेल के नेताओं और संयोजक शामिल हुए.
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इस दौरान योगी ने कहा कि विपक्षी दल के लोग सरकार को बदनाम करने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का सहारा ले रहे हैं. ऐसे में अपने पार्टी के आईटी और सोशल मीडिया सेल के कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारी काफी बड़ी हो जाती है. उन्होंने कहा कि विपक्ष के किसी भी आरोप का तथ्यात्मक और फोटो के माध्यम से सीधा जवाब देकर सरकार की उपलब्धियों और कार्यशैली को प्रस्तुत किया जा सकता है. इसके साथ ही विरोधियों का मुंह भी बंद किया जा सकता है.
उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं की ताकत बढ़ाते हुए कहा कि जब आप अपनी योजनाओं का फोटो सहित उपयोग सोशल प्लेटफार्म पर विरोधी के दुष्प्रचार पर हमला बोलने के लिए करेंगे तो उसकी बातें गलत साबित होंगी और आप उसको नसीहत भी दे पाएंगे. आप कह पाएंगे कि आपको विकास दिन में भी नहीं दिखता. सीएम ने कहा कि कुछ लोग सोशल मीडिया का उपयोग करके अपनी सरकार को बदनाम करने में जुटे हैं. ऐसे में अब वो दौर गया जब चाय की दुकानों पर लोग एक अखबार पढ़कर किसी भी राजनीतिक दल और सरकार के बारे में अपनी राय बना लिया करते थे.
दो दशक पहले टीवी पर भी एक तरफा बयान जारी कर अपनी बातों को आगे बढ़ाते थे, लेकिन सोशल मीडिया अब ऐसा प्लेटफार्म है, जो किसी भी सही और गलत बात को तत्काल अपनी काट दे सकता है. यही मौजूदा समय का सबसे बड़ा हथियार है. जिसका उपयोग करके भाजपा के कार्यकर्ता आगामी 2022 के लक्ष्य को साध सकते हैं और विरोधियों को मात दे सकते हैं.